दिल्लीः केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 01 फरवरी को संसद में वित्तीय वर्ष 3034-24 का बजट पेश करेंगी। इससे पहले उन्होंने गुरुवार को वित्त मंत्रालय में आयोजित ‘हलवा समारोह’ में भाग लिया। आपको बता दें कि केंद्रीय बजट 2023-24 से संबंधित दस्तावेजों की छपाई की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए ‘हलवा समारोह’ आयोजित किया जाता है। इस दौरान केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री डॉ. भागवत किशनराव कराड और वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
हलवा सेरेमनी क्या हैः मीठी शुरुआत के तौर पर हलवा सेरेमनी एक परंपरागत बजट पूर्व कार्यक्रम है, जिसे बजट की छपाई से पहले मनाया जाता रहा है। कहा जाता है लंबे समय तक चलने वाली बजट बनाने की प्रक्रिया की समाप्ति के बाद मीठा खाकर बजट की छपाई को औपचारिक रूप से हरी झंडी दिखाई जाती है। यह समारोह वित्त मंत्रालय के नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में होता है, जहां एक विशेष प्रिंटिंग प्रेस है।
एक परंपरा यह भी हैः कहा जाता है कि संसद में बजट पेश होने से पहले करीब 10 दिनों तक बजट से जुड़े वित्त मंत्रालय के अधिकारी और कर्मचारी नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में ही रहते हैं। यहां पूरी गोपनीयता रखी जाती है। दावों के मुताबिक मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों पर इंटेलिजेंस ब्यूरो की चौबीसों घंटे निगरानी रहती है, उन्हें प्रियजनों से संपर्क करने की भी अनुमति नहीं होती। यहां तक की उन्हें फोन करने की भी इजाजत नहीं होती है। सीसीटीवी का एक मजबूत नेटवर्क और जैमर उन्हें बाहरी संपर्क से काट कर रखता है।
राष्ट्रपति भवन में होती थी बजट की छपाईः कहा जाता है कि 1950 तक बजट दस्तावेज की छपाई राष्ट्रपति भवन में होती थी, लेकिन उसी वर्ष एक लीक हो जाने के बाद इसे मिंटो रोड और बाद में नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में स्थानांतरित कर दिया गया। बजट की छपाई स्थायी रूप से इसी प्रिंटिंग प्रेस में होने लगी।
आपको बता दें कि संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा। इसी दिन लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण होगा। संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि इस सत्र में 27 बैठकें होंगी और बजट के कागजात की जांच के लिए एक महीने के अवकाश के साथ 6 अप्रैल तक चलेगा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में 31 जनवरी को आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी, जबकि 01 फरवरी को केंद्रीय बजट 2023-24 पेश करेंगी।