दिल्लीः भारत ने गुरुवार को 74वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस मौके पर देशभर में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। मुख्य समारोह का आयोजन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ले के कर्तव्य पथ पर आयोजित हुआ, जहां भारत की लोक कलाओं पर सांस्कृतिक परंपराओं का अनूठा संगम देखने को मिला। इस दौरान यहां कई रिकॉर्ड स्थापित हुए। तो चलिए अब हम आपको 74वें गणतंत्र दिवस के मौके पर कायम हुए रिकॉर्डों की जानकारी देते हैं…

  • सिग्नल कॉर्प्स की डेयर डेविल्स टीम ने कर्तव्य पथ पर रिकॉर्ड बनाया। कॉर्प्स के हवलदार सुजीद मोंडल ने 18 फीट ऊंची सीढ़ी लगाकर मोटरसाइकिल चलाई।
  • कॉर्प्स के मुताबिक, दुनिया में कभी भी मोटरसाइकिल पर इतनी ऊंचाई वाली सीढ़ी से सवारी नहीं की गई। सुजीद के अलावा लांस नायक अजय यादव ने मोटरसाइकिल पर 50 योग मुद्राएं दिखाईं और नायक स्वप्निल ए ने सूर्य नमस्कार किया। सिग्नल कॉर्प्स के नाम देश और दुनिया में 30 से ज्यादा रिकॉर्ड दर्ज हैं।
  • इस साल गणतंत्र दिवस में राष्ट्रगान के दौरान 21 तोपों की सलामी दिए जाने की परंपरा है। अब तक ये सलामी ब्रिटेन में बनी 25-पाउंडर तोपों से दी जाती थी, जो द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान भी इस्तेमाल की गई थीं। इस बार इनकी जगह भारत में बनी 105MM इंडियन फील्ड गन से सलामी दी गई। ये तोपें जबलपुर और कानपुर की गन फैक्ट्री में बनाई गई थीं। इन्हें 1972 में डिजाइन किया गया था और ये 1984 से सर्विस दे रही हैं। दिल्ली एरिया के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल भवनीश कुमार ने कहा कि 105MM देश में बनी तोपें हैं इसलिए हम इनसे सलामी देना चाहते हैं। यह हमारे लिए गर्व का विषय है।
  • गणतंत्र दिवस पर पहली बार बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) की ऊंटों की टुकड़ी में महिला अफसर को शामिल किया गया है। सरफेस टु एयर मिसाइल सिस्टम आकाश टुकड़ी का नेतृत्व लेफ्टिनेंट चेतना शर्मा ने किया। इनमें आर्मी के 3 और एयरफोर्स और नेवी की एक-एक मेंबर्स शामिल थे। लेफ्टिनेंट चेतना ने कहा कि उनका सपना पूरा हो गया। चेतना आर्मी एयर डिफेंस यूनिट में पोस्टेड हैं। चेतना के अलावा लेफ्टिनेंट डिंपल भाटी आर्मी की डेयरडेविल्स मोटरसाइकिल टीम का हिस्सा होंगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए वो पिछले एक साल से ट्रेनिंग कर रही हैं।
  • आईएएफ (IAF) यानी भारतीय सेना की स्पेशल गरुड़ कमांडो फोर्स भी परेड में नजर आई। 2004 में बनी इस स्पेशल फोर्स की ट्रेनिंग सबसे ज्यादा 72 हफ्तों तक चलती है। अभी इस फोर्स में 1780 कमांडो हैं। ये एंटी टेरर ऑपरेशन और एयर-फील्ड डिफेंस में एक्सपर्ट होते हैं।ये सभी तरह के आधुनिक हथियार चलाने में माहिर होते हैं। 2 जनवरी 2016 में पठानकोट एयरबेस पर आतंकवादी हमले के दौरान मोर्चा गरुड़ कमांडोज ने ही संभाला था। इस हमले में 2 सैनिक शहीद हुए थे।
  • इस साल फ्लाई पास्ट में 44 एयरक्राफ्ट ने हिस्सा लिया। इनमें 9 राफेल भी थे। इनके अलावा C-17, C-130, सुखोई-30 भी फ्लाई पास्ट में शामिल हुए। इन एयरक्राफ्ट्स ने नेत्र, बजरंग, वर्टिकल चार्ली, ध्वज, रुद्र, बाज, प्रचंड, तिरंगा, तंगैल, गरुड़, अमृत और त्रिशूल फॉरमेशन में उड़ान भरी। विशेष बात ये है कि नेवी का इल्यूसिन IL-38 पहली और आखिरी बार परेड में शामिल हुआ। निगरानी और एंटी सबमरीन एयरक्राफ्ट 1977 में नेवी में शामिल किया गया था। 42 साल की सेवा के बाद इस साल के आखिर में इसे हटा दिया जाएगा। इसे विंग्ड स्टैलियन भी कहा जाता है
  • कर्तव्य पथ पर आयोजित परेड में सिर्फ मेड इन इंडिया यानी स्वदेशी हथियारों का डिस्प्ले किया गया। यहां तक कि एम्युनिशन भी स्वदेशी हैं। दिल्ली एरिया के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल भवनीश कुमार ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत के तहत सेना कई स्वदेशी इक्विपमेंट्स का प्रदर्शन किया। इस परेड में K-9 वज्र हॉविट्जर्स, MBT अर्जुन, नाग एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, आकाश एयर डिफेंस मिसाइल और क्विक रिएक्शन फाइटिंग व्हीकल्स नजर आए। मेजर जनरल भवनीश कुमार ने कहा कि हम स्वदेशी की तरफ मुड़ रहे हैं। वो वक्त दूर नहीं जब हमारे सभी उपकरण स्वदेशी होंगे।
  • नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की झांकी पहली बार परेड में दिखाई दी। नो ड्रग्स इसका मैसेज था। इस झांकी में NCB मेंबर्स के अलावा उनके डॉग स्क्वॉड के भी 2 मेंबर्स मौजूद रहेंगे। कैनाइन स्क्वॉड के इन डॉग्स का नाम लिंबू और जैली है। ये कई ऑपरेशन में नशे की खेप पकड़वाने में रोल निभा चुके हैं।झांकी पर नशा मुक्त भारत का संदेश लिखा होगा। साथ ही इसके मेंबर्स भारत के विविध परिधानों के साथ दिखाई दिए। इसके जरिए यह संदेश दिया कि साथ मिलकर हम नशा मुक्त भारत का सपना पूरा कर सकते हैं।
  • परेड में दिल्ली पुलिस के महिला पाइप बैंड पे पहली बार भाग लिया। इस बैंड की अगुवाई इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह ने की। महिला पाइप बैंड के दस्ते में 32 कॉन्सटेबल शामिल थीं।
  • देश के 11 बच्चों को इस साल प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार दिया गया है। ये सभी गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बने। इनमें महाराष्ट्र के रोहन रामचंद्र बहीर भी हैं, जिन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए एक महिला को डूबने से बचाया था।
  • उनके अलावा आर्ट एंड कल्चर में केरल के आदित्य, तेलंगाना की गौरवी, ओडिशा के संभव मिश्रा और असम की श्रेया भट्टाचार्जी, इनोवेशन में कर्नाटक के ऋषि शिव प्रसन्ना और छत्तीसगढ़ के आदित्य प्रताप, सोशल सर्विस में दिल्ली की अनुष्का जॉली, खेल में जम्मू-कश्मीर की हनाया, गुजरात के शौर्यजीत रजितकुमार और आंध्र की कोलागाटला मीनाक्षी ने भी अवॉर्ड जीते हैं। ये भी परेड में शामिल हुए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here