Deprecated: The PSR-0 `Requests_...` class names in the Requests library are deprecated. Switch to the PSR-4 `WpOrg\Requests\...` class names at your earliest convenience. in /home1/prakhndx/public_html/wp-includes/class-requests.php on line 24
Padma Awards Announcement: ओआरएस के खोजकर्ता डॉ. दिलीप सहित छह को पद्म विभूषण, 09 को पद्म भूषण और 91 को पद्मश्री पुरस्कार - Prakhar Prahari
Subscribe for notification

Padma Awards Announcement: ओआरएस के खोजकर्ता डॉ. दिलीप सहित छह को पद्म विभूषण, 09 को पद्म भूषण और 91 को पद्मश्री पुरस्कार

दिल्लीः इस साल ORS के खोजकर्ता डॉ. दिलीप महलानाबिस, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव (मरणोपरांत) और मशहूर तबला वादक जाहिर हुसैन को देश के दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण सम्मानित किया गया है। 74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर बुधवार को पद्म पुरस्कार विजेताओं के नामों की घोषणा की गई।

इनके अलावा प्रसिद्ध आर्किटेक्ट बालकृष्ण दोषी, भारतीय मूल के अमेरिकी मैथेमेटिशियन श्रीनिवास वर्धन और एसएम कृष्णा को भी पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है।  वहीं, कुमार मंगलम बिड़ला और सुधा मूर्ति समेत 9 हस्तियों को पद्म भूषण से नवाजा गया है, जबकि 91 को पद्मश्री सम्मान दिया गया है।

ओआरएस के जनक दिलीप महालनोबिस को मेडिसिन (बाल रोग) के क्षेत्र में पद्म विभूषण (मरणोपरांत) पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। पिछले साल अक्टूबर में उनका निधन हो गया था। उनका जन्म अविभाजित बांग्लादेश के किशोरगंज जिले में हुआ था। उन्होंने बांग्लादेश युद्ध के दौरान लाइफ सेविंग सॉल्यूशन को विकसित किया था जिसने कई लोगों की जान बचाई थी।

दरअसल 1971 में जब पाकिस्तान ने पूर्वी पाकिस्तान (बांग्लादेश) पर हमला बोल दिया था। युद्ध के चलते करीब 1 करोड़ लोग जान बचाकर बंगाल के बॉर्डर जिलों में भाग आए थे। उस वक्त बोनगांव स्थित रिफ्यूजी कैंप में हैजा महामारी फैल गई थी और अंत: स्रावी द्रव का स्टॉक भी खत्म हो गया था। इसके बाद डॉ. महालनोबिस ने कैंप में ओआरएस भिजवाए। ओआरएस के चलते रिफ्यूजी कैंप में मरीजों की मृत्युदर 30 फीसदी से घटकर 3 फीसदी तक हो गई।

ओआरएस को मेडिसिन में 20वीं शताब्दी की महान खोज करार दिया गया। डॉ. महालनोबिस को 2002 में यूनिवर्सिटी ऑफ कोलंबिया ऐंड कॉरनेल में पोलिन पुरस्कार और 2006 में थाईलैंड सरकार ने उन्हें प्रिंस महिडोल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। डॉ. महालनोबिस ने कोलकाता स्थित इंस्टिट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ को अपनी एक करोड़ की सेविंग दान की थी। यहीं से उन्होंने बाल चिकित्सक के रूप में अपनी यात्रा शुरू की थी।

डॉ. महालनोबिस ने 1966 में जनस्वास्थ्य में कदम रखने के साथ ओरल रीहाइड्रेशन थेरपी (ओआरटी) पर काम करना शुरू किया था। डॉ. महालनोबिस ने डॉक्टर डेविड आर नलिन और रिचर्ड ए कैश के साथ कोलकाता के जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी इंटरनैशनल सेंटर फॉर मेडिसिन रिसर्च ऐंड ट्रेनिंग में इसे लेकर रिसर्च की थी।पद्म पुरस्कार प्राप्त करने वालों की सूचि निम्मलिखित प्रकार है….

 

Shobha Ojha

Recent Posts

खालिस्तानी पन्नू की हत्या की साजिश का आरोपी विकास ने बताया जान को खतरा, अदालत से लगाई पेशी से छूट देने की गुजारिश

दिल्लीः खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में आरोपी विकास यादव ने अपनी जान को खतरा बताया…

21 hours ago

शोध पर लालफीताशाही भारी, आजकल सारा उद्देश्य पेट भरने का, चार प्रतिशत जनसंख्या वालों को 80 प्रतिशत संसाधन चाहिएः डॉ. भागवत

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे गुरुग्रामः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा है कि  आज कर…

3 days ago

PoK में नहीं होगा चैंपियंस ट्रॉफी का टूर, ICC ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को मना किया

स्पोर्ट्स डेस्क8 ICC यानी इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने पीओके यानी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चैंपियंस ट्रॉफी का टूर…

3 days ago

अब छात्र दो साल में ही पूरा कर सकेंगे ग्रेजुएशन, UGC अगले साल तक ला सकता है नई पॉलिसी; कमजोर विद्यार्थी 05 साल तक बढ़ा सकेंगे कोर्स ड्यूरेशन

दिल्लीः अब विद्यार्थी दो साल में ही ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल कर सकेंगे। UGC यानी यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन अगले अकादमिक…

3 days ago

अहिल्याबाई होलकर ने नष्ट हो चुके राष्ट्र के सम्मान एवं गौरव को स्थापित करने का काम कियाः कृष्ण गोपाल

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल ने गुरुवार को कहा है कि पुण्यश्लोक…

3 days ago