दिल्लीः लाइट-लाइट लो, दवा है’। नहीं समझें? शराब के शौकीनों के मुंह से अक्सर यह बातें सुनने को मिल जाती है। पीने के शौकीन लोग कुछ ऐसी ही बात करते मिल जाएंगे। ‘अरे कुछ नहीं होता, ज्यादा नहीं पीना चाहिए कि नाली में गिर जाओ, थोड़ा छोटा पेग बनाओ, वह एक दवा है…।’ अब आपके जेहन में एक सवाल कौंध रहा होगा कि क्या सच में शराब एक दवा है? अगर आपके दिमाग में कुछ ऐसी बातें चल रही है, तो तो अपने दिमाग से निलाक फेकिए।
डब्ल्यूएचओ (WHO) यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आगाह किया है कि एक पेग या दो या एक ग्लास वाइन भी सेहत के लिए अच्छी नहीं है। मदिरा के शौकीनों के लिए यह बैड न्यूज हो सकती है लेकिन जान से बढ़कर भी तो कुछ नहीं है। आम धारणा है कि कम मात्रा में अगर लिकर पीजिए तो कोई नुकसान नहीं है। जी नहीं, राजधानी दिल्ली के कई कार्डियोलॉजिस्ट और कैंसर का इलाज करने वाले एक्सपर्ट डॉक्टरों का साफ कहना है कि WHO ने बिल्कुल सही कहा है। शराब शरीर के लिए ठीक नहीं है।
डॉक्टरों का कहना है कि कार्डियो प्रोटेक्शन में शराब की थेरपी जैसी कोई भूमिका नहीं है, यहां तक कि कम मात्रा में भी यह हमारे शरीर को भारी नुकसान पहुंचा सकती है। डॉक्टर कैंसर का भी इशारा कर रहे हैं। डॉक्टरों के मुताबिक कई स्टडीज में सामने आया है कि पश्चिमी देशों से बिल्कुल उलट भारतीयों या दक्षिण एशियाई लोगों के लिए शराब का सेवन हर तरह से नुकसानदायक होता है। इससे हार्ट को कोई फायदा नहीं होता है। शराब पीने से कैंसर का जोखिम होता है, जो अब साबित भी हो चुका है। एक्सपर्ट ने कहा कि ऐसे में हमारे पास स्वास्थ्य के लिहाज से शराब पीने की कोई वजह नहीं है।
डॉक्टरों के मुताबिक शराब की कम मात्रा लेना सेफ है। उन्होंने कहा, ‘अगर कोई एल्कोहल नहीं पीता है तो पीने के लिए थेरपी के तौर पर सलाह नहीं दी जाती है। हालांकि अगर कोई पीता है तो उससे कम से कम मात्रा तक खुद को सीमित करने के लिए कहा जाता है।’ आमतौर पर ऐसा देखा जाता है कि लोग फिल्में देखकर या पार्टी में झूठी शान के चक्कर में शराब पीना या सिगरेट पीना शुरू करते हैं। आजकल कॉलेज लाइफ में ही बच्चों में यह चस्का बढ़ता जा रहा है, जो खतरनाक है।
डॉक्टरों का कहना है कि एल्कोहल निश्चित रूप से नुकसानदेह है। उन्होंने बताया कि शराब अवसाद देने वाली चीज है और यह हमारे मसल्स को कमजोर करती है, जिसमें हार्ट भी शामिल है। उन्होंने समझाया कि एल्कोहल की कम मात्रा भी ब्लड प्रेशर बढ़ाती है और ज्यादा बीपी से कार्डियोवस्कुलर बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है, आगे चलकर ब्लॉकेज या अंगों को नुकसान पहुंच सकता है।
डॉक्टर बताते हैं कि ब्रेस्ट, लिवर, कोलन, ओरल समेत कई प्रकार के कैंसर का शराब पीने से सीधा संबंध है। यह साबित हो चुका है कि एल्कोहल पीने से हालात खराब होते जाते हैं। जहां तक कैंसर का मामला है तो शराब पीने की कोई सुरक्षित मात्रा नहीं है और कम मात्रा भी शरीर को डैमेज करती है।
डॉक्टरों के मुताबिक शराब की एक बूंद भी शरीर के लिए नुकसानदायक है। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने साफ बताया है कि शराब कैंसर की नंबर 1 वजह है, मतलब यह ऐसी चीज है जो शरीर में कई तरह के कैंसर की वजह बन सकती है। उन्होंने कहा कि जैसे स्मोकिंग से सीधे फेफड़े का कैंसर हो सकता है, इसी तरह कई ऐसी चीजें हैं जो आगे चलकर शरीर में कैंसर की वजह बन सकती हैं।