दिल्लीः डब्ल्यूएफआई (WFI) यानी भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह इस्तीफा नहीं देंगे। यौन शोषण के आरोपों में घिरे बृजभूषण शरण सिंह ने शुक्रवार को इस्तीफा देने से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि मैं मुंह खोल दूंगा तो सुनामी आ जाएगी। मेरे समर्थन में भी कई खिलाड़ी हैं। मैं शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा।

आपको बता दें कि बृजभूषण शरण के इस्तीफे की मांग को लेकर पहलवान पिछले तीन दिन से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर धरने पर बैठेक हैं। महिला और पुरुष पहलवानों ने भारतीय ओलिंपिक संघ में यौन शोषण की शिकायत की है। वहीं, खेल मंत्रालय ने लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी इन पहलवानों से बातचीत की है। इससे पहले गुरुवार को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर की पहलवानों के साथ 4 घंटे बैठक चली थी। अनुराग ठाकुर अभी बृजभूषण के जवाब का इंतजार कर रहे हैं।

जंतर-मंतर पर चल रहे पहलवानों के धरने में हरियाणा की खाप पंचायतें भी पहुंच सकती हैं। गुरुवार को फोगाट खाप के बुलावे पर सर्वजातीय सर्व खाप पंचायत हुई। इसमें तय किया गया कि अगर पहलवानों की मांगे न मानी गईं तो दो दिन में खाप पंचायतें धरने में शामिल होंगी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक बृजभूषण ने यौन शोषण के आरोपों को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात की है। हालांकि खुद बृजभूषण ने ऐसी किसी बातचीत से इनकार कर दिया है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक खेल मंत्रालय ने आरोपों की जांच और मांगों पर विचार के लिए कमेटी बनाने का सुझाव दिया है। ऐसा कहा जा रहा है कि इस पर पहलवान राजी नहीं हैं।

उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि हरियाणा के मिनिस्टर से लेकर WFI के अध्यक्ष तक पर गंभीर आरोप लगे, लेकिन ना इस्तीफे हुए, ना कार्रवाई। ये बेहद शर्मनाक है।

वहीं, बॉक्सर विजेंदर सिंह भी सुबह जंतर-मंतर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं यहां पहलवानों से मिलने आया हूं।

केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने धरना दे रहे पहलवानों को गुरुवार रात अपने सरकारी आवास पर डिनर पर बुलाया। ठाकुर के बुलावे पर बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, रवि दहिया, दीपक पूनिया, बबीता फोगाट समेत कई पहलवान 4 गाड़ियों से पहुंचे थे। बैठक रात 10 बजे शुरू हुई थी और करीब पौने चार घंटे चली। अनुराग ठाकुर ने खिलाड़ियों से कुश्ती संघ के अध्यक्ष के जवाब का इंतजार करने को कहा।

इससे पहले गुरुवार को खेल मंत्रालय ने पीड़ित खिलाड़ियों को बुलाकर करीब एक घंटे तक बातचीत की थी। बातचीत से पहलवान संतुष्ट नहीं हुए। उनकी मांग पहले WFI अध्यक्ष को हटाने की थी, अब वे कुश्ती संघ को भंग कराना चाहते हैं।

पहलवानों ने कहा कि मांग पूरी होने तक उनका धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ को नोटिस भेजकर जवाब के लिए 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। इसकी मियाद शनिवार रात यानी 21 जनवरी को खत्म होगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here