दिल्लीः देश के तीन राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में विधानसभा चुनाव के लिए बिगुल बज चुका है। चुनाव आयोग ने बुधवार को इन तीनों राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया। चुनाव आयोगने बताया कि त्रिपुरा में 16 फरवरी को मतदान होगा। वहीं, मेघालय और नागालैंड में 27 फरवरी को वोटिंग होगी। सभी राज्यों के नतीजों का ऐलान 2 मार्च को होगा। इन तीनों राज्यों के चुनावों की एक दिलचस्प बात यह है कि सभी राज्यों में बहुमत का आंकड़ा 31 है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि तीनों राज्यों में महिला वोटरों की भागीदारी ज्यादा है और यहां चुनावी हिंसा भी ज्यादा नहीं होती। हम यहां पर निष्पक्ष चुनाव के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने बताया कि तीनों राज्यों में 9 हजार 125 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। बात ग्रामीण इलाकों की करें, तो 2018 के मुकाबले 82% ज्यादा पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। तीनों राज्यों में 376 पोलिंग स्टेशन महिला स्टाफ संभालेंगे।
वहीं, तीनों राज्यों में 62.8 लाख वोटर्स हैं। इनमें 31.47 लाख महिला मतदाता हैं। वहीं 80 साल से ज्यादा की उम्र वाले 97 हजार वोटर्स हैं, जबकि 1.76 लाख फर्स्ट टाइम वोटर्स हैं।
आपको बता दें कि 2024 में लोकसभा चुनाव होगा। इससे पहले पूर्वोत्तर के राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड सहित देश के 09 राज्यों में इसी साल यानी 2023 में विधानसभा चुनाव होंगे। नॉर्थ ईस्ट के बाद अप्रैल या मई में कर्नाटक में भी विधानसभा चुनाव कराए जाने की संभावना है।
इसके अलावा 40 सदस्यों वाली मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल भी इसी साल 17 दिसंबर को खत्म हो रहा है, जबकि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में जनवरी 2024 में अलग-अलग तारीखों पर कार्यकाल खत्म होगा।
मेघालय विधानसभा में कुल सीटें हैं और बहुत का आंकड़ा 60 है। 2018 में मेघालय में 59 सीटों पर चुनाव हुए थे। कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 21 सीटें जीती थीं। BJP को यहां महज 2 सीटें ही मिल सकी थीं। नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीईपी) को 19 सीटें मिली थीं। इसने पीडीएफ और एचएसपीडीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई। इन्होंने मेघालय डेमोक्रेटिक एलायंस (एमडीए) बनाया।
यहां पिछले तीन महीनों से पार्टियां चुनावी मोड में हैं। कांग्रेस ने 40 और NPP ने 58 उम्मीदवारों की लिस्ट पहले ही जारी कर दी है।
वहीं, त्रिपुरा विधानसभा में भी कुल 60 सीटें हैं और बहुमत के लिए 31 सीटों की जरूरत है। त्रिपुरा में 2018 में 59 सीटों पर चुनाव हुए थे और बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। बीजेपी को 35 सीटें मिली थीं। बीजेपी ने लेफ्ट के 25 साल के गढ़ को ध्वस्त कर दिया था। राज्य में पहले बिप्लब देव मुख्यमंत्री बनाए गए थे लेकिन मई 2022 में माणिक साहा को मुख्यमंत्री बना दिया गया।
आगामी चुनाव में बीजेपी को रोकने के लिए CPM और कांग्रेस ने हाथ मिला लिया है। एक और बड़ी पार्टी ममता बनर्जी की TMC भी है, जो बीजेपी को टक्कर दे सकती है।
इसी तरह से नागालैंड विधानभा में कुल सीटें 60 हैं और बहुमत के लिए 31 सीटों की जरूरत है। राज्य में नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी की सरकार है। नेफ्यू रियो मुख्यमंत्री हैं। एनडीपीपी 2017 में अस्तित्व में आई थी। एनडीपीपी ने तब 18 और बीजेपी ने 12 सीटें जीती थीं। दोनों दलों ने चुनाव से पहले गठबंधन किया था। सरकार में एनडीपीपी, भाजपा NPP और JDU शामिल हैं।
गत वर्ष साल दोनों दलों ने जॉइंट स्टेटमेंट में कहा था कि NDPP 40 और भाजपा 20 सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ेगी।