दिल्ली डेस्कः पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में लोगों को आटे के लाले पड़े हैं। यहां पर आटे की कमी के चलते हाहाकार मचा हुआ है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दिख रहा है कि कई लोग स्कूटर और बाइक से आटे की बोरियां ले जा रहे एक ट्रक का पीछा कर रहे हैं। जैसे ही लोग ट्रक के पास पहुंचते हैं, तो नोटों की गड्डी दिखाकर आटे की बोरी मांगने लगते हैं।

जम्मू-कश्मीर की नेशनल इक्वालिटी पार्टी ((JKGBL) के चेयरमैन प्रोफेसर सज्जाद राजा ने ये वीडियो शेयर किया है। उन्होंने लिखा है कि ये कोई मोटरसाइकिल रैली नहीं है। पाकिस्तान में लोग सिर्फ एक बोरी आटा खरीदने की उम्मीद में आटा ले जा रहे एक ट्रक का पीछा कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के लोगों को अपनी आंखें खोल लेनी चाहिए। हम लकी हैं कि हम पाकिस्तानी नहीं हैं। पाकिस्तान में क्या हमारा कोई भविष्य है?

अमेरिकी यूनिवर्सिटी जॉन हॉपकिंग्स यूनिवर्सिटी में एपलाइड इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर स्टीव के मुताबिक पाकिस्तान में पिछले 18 दिनों से आटे की किल्लत चल रही हैं। यहां बिजली की कीमत भी बढ़ रही है। मौजूदा समय में पाकिस्तान में महंगाई दर 25 प्रतिशत है।

पाकिस्तान में सब्सिडी वाले आटे का स्टॉक खत्म हो गया है। इस वजह से सरकार देश के अलग-अलग हिस्सों में जनता को कम दामों पर आटे के पैकेट उपलब्ध करा रही है। इसे खरीदने के लिए लोग लंबी लाइनों में खड़े हुए नजर आ रहे हैं।

आटे के लिए पाकिस्तान में कई जगहों पर तो भगदड़ मच रही है। शहीद बेनजीराबाद जिले के सकरंद कस्बे में एक आटा चक्की के बाहर सस्ता आटा खरीदते वक्त भगदड़ मच गई। इससे तीन महिलाओं की मौत हो गई। सिंध राज्य के मीरपुर खास जिले में 35 साल के एक मजदूर को लोगों ने कुचल दिया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

यहां आटे के लिए छीना-झपटी तक हो रही है। इसमें कई लोग घायल हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर इससे जुड़े कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। एक वीडियो में देखा जा सकता है कि दो लोग एक शख्स से उसकी आटे की बोरी छीन रहे हैं। शख्स बोरी को कस के पकड़ा हुआ है, लेकिन बाकी के दो लोग उसके साथ मार-पीट करते हुए बोरी छुड़ा रहे हैं।

एक अन्य वीडियो में देखा जा सकता है कि कई लोग आटा लेने दुकान के बाहर लाइन में खड़े हैं। तभी एक व्यक्ति दूसरे शख्स को धक्का मारकर उसे गटर में गिरा देता है।

पाकिस्तान के सिंध प्रांत में आटे की डिमांड ज्यादा और सप्लाई बेहद कम है। सिंध और कराची में आटे की कीमत 140 से 160 रुपए प्रति किलोग्राम है। सब्सिडी रेट पर आटा 65 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। हालत इतनी खराब है कि लोग 5-5 किलो की बोरी के लिए भी लड़ रहे हैं।

खैबर पख्तूनख्वा में हालात सबसे खराब हैं। यहां लोग आटे के लिए ऐसी सरकारी दुकानों को तलाश रहे हैं, जहां आटे का पैकेट 1000 से 1500 रुपए में मिलता हो। दरअसल, खुले बाजार में 20 किलो आटे के पैकेट की कीमत 3100 रुपए तक पहुंच गई है। एक साल पहले इसकी कीमत 1100 रुपए थी।

आटे की बढ़ती कीमतों की वजह से कई इलाकों में लोग सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। गिलगित-बाल्टिस्तान में महंगाई, बेरोजगारी से परेशान जनता सरकार पर भेदभाव के आरोप लगा रही है। लोगों का कहना है कि इस इलाके में इमरान खान की पार्टी PTI सत्ता में है, इसलिए सत्ताधारी शहबाज शरीफ की सरकार जानबूझकर सामान की आपूर्ति नहीं होने दे रही है।

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