दिल्ली डेस्कः न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही एयर इंडिया की उड़ान में महिला पर पेशाब करने के मामले में गिरफ्तार शंकर मिश्रा के वकील ने आरोपों से सिरे से खारिज कर दिया है। मिश्रा के वकील ने कहा कि शिकायतकर्ता महिला की सीट ब्लॉक कर दी गई थी और शंकर मिश्रा का वहां जाना संभव नहीं था। उन्होंने कहा कि आरोप लगाने वाली महिला ने ही खुद पर पेशाब की थी। वह एक कथक डांसर हैं और 80 फीसदी कथक डांसर्स को यह समस्या होती है।

आरोपी शंकर मिश्रा की ओर से पेश वकील मनु शर्मा ने कहा कि एफआईआर (FIR) यानी प्राथमिकी में केवल एक गैर-जमानती अपराध का जिक्र है, अन्य जमानती अपराध हैं। केस में शिकायतकर्ता ने उसे एक कामुक व्यक्ति नहीं बताया है। मुकदमे में समय लगेगा, लेकिन इन आरोपों के बाद शंकर मिश्रा को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। वे फ्लाइट रिस्क पर नहीं हैं।

वहीं,  पुलिस ने कोर्ट से आरोपी शंकर मिश्रा की रिमांड मांगी। दिल्ली पुलिस के वकील ने कहा कि घटना की सीक्वेंसिंग करने के लिए आरोपी की कस्टडी की जरूरत है। लेकिन, कोर्ट ने कस्टडी देने से मना कर दिया। आपको बता दें कि 07 जनवरी को मजिस्ट्रेट ने मिश्रा की कस्टडी पुलिस को देने से मना करते हुए उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।

आपको बता दें कि एयर इंडिया की उड़ान में महिला सहयात्री पर पेशाब करने के मामले में बुधवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में आरोपी शंकर मिश्रा ने कहा था कि मैं नशे में कंट्रोल नहीं कर सका, लेकिन पैंट की जिप खोलना यौन इच्छा के लिए नहीं था।

उधर, आरोपी शंकर मिश्रा के पिता श्याम मिश्रा ने कहा था कि मेरे बेटे पर लगाए गए आरोप फर्जी हैं। पीड़ित ने मुआवजा मांगा था, हमने वह भी दे दिया, फिर पता नहीं क्या हुआ। शायद महिला की मांग कुछ और रही होगी जो पूरी नहीं हो सकी, इसीलिए वह नाराज है। मुमकिन है कि उसे ब्लैकमेल करने के लिए ऐसा किया जा रहा हो।

आरोपी के पिता ने कहा कि शंकर थका हुआ था। वह दो दिनों से सोया नहीं था। फ्लाइट में उसे ड्रिंक दी गई थी, जिसे पीकर वह सो गया। जब वह जागा तो एयरलाइन स्टाफ ने उससे पूछताछ की। मेरा बेटा सभ्य है और ऐसा कुछ नहीं कर सकता।

अब सिलसिलेवार तरीके से जानिए क्या है पूरा मामलाः

  • 26 नवंबर: एयर इंडिया की न्यूयॉर्क-दिल्ली उड़ान में आरोपी ने बुजुर्ग महिला के ऊपर पेशाब की। इस घटना पर एयरलाइन ने कोई एक्शन नहीं लिया।
  • 28 दिसंबर: एयरलाइन ने दिल्ली पुलिस में FIR कराई। यह कार्रवाई तब हुई जब पीड़ित बुजुर्ग महिला ने टाटा ग्रुप के चेयरमैन से शिकायत की। हालांकि यह सामने नहीं आया कि पीड़ित ने टाटा ग्रुप के चेयरमैन को पत्र लिखा।
  • 28 दिसंबर से 4 जनवरी: इस दौरान पुलिस आरोपी को तलाशती रही, लेकिन कामयाबी नहीं मिली।
  • 04 जनवरी: यह खबर मीडिया और सोशल मीडिया में वायरल हुई।
  • 05 जनवरी: मुंबई में कुर्ला स्थित आरोपी के घर पर शुक्रवार को दिल्ली पुलिस पहुंची। यहां पुलिस को आरोपी और उसका परिवार नहीं मिला। घर पर काम करने वाली मेड संगीता मिली। उसने बताया कि इस घर में 3 बच्चे एक महिला के साथ रहते हैं। वह परिवार के सदस्यों का नाम नहीं जानती, लेकिन लास्ट नेम मिश्रा है।
  • 06 जनवरी: आरोपी शंकर मिश्रा वेल्स फार्गो एंड कंपनी में काम करता था। कंपनी ने नौकरी से निकाल दिया। कंपनी ने कहा- हम प्रोफेशनल बिहेवियर के हायर स्टैंडर्ड पर काम करते हैं। हमारे कर्मचारी की ऐसी हरकत माफी के काबिल नहीं है। दिल्ली पुलिस ने आरोपी के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (LOC) जारी किया था और उसके गायब होने की जानकारी वेल्स फार्गो कंपनी के अमेरिका स्थित कानूनी विभाग को भेजी थी। आरोपी को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया।
  • 07 जनवरी: आरोपी शंकर मिश्रा को बेंगलुरु से दिल्ली लाया गया। आज उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

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