दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के दिल्ली के कंझावला इलाके में 20 वर्षीय अंजलि को कार से 12 किलोमीटर तक घसीटने वाले आरोपियों ने शराब पी रखी थी। आरोपियों की ब्लड रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कार में मौजूद चारों आरोपियों के शराब पाने की पुष्टि हुई है। रोहिणी की फोरेंसिक लैब ने शुक्रवार दोपहर यह रिपोर्ट दिल्ली पुलिस को सौंपी।
वहीं, गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को दिल्ली पुलिस को इस केस में 302 की धारा जोड़ने का निर्देश दिया। यानी आरोपियों पर हत्या की धारा लगाई जाएगी। साथ ही पुलिस की 03 पीसीआर (PCR) वैन और 2 पिकेट में ड्यूटी पर तैनात 11 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली के डीसीपी (DCP) हरेंद्र कुमार को जांच में ढील बरतने के लिए कारण बताओ नोटिस भेजा है। आपको बता दें कि हरेंद्र कुमार ने कहा था कि यह मामला हत्या नहीं, बल्कि हादसे का है।
उधर, दिल्ली पुलिस की वरिष्ठ अधिकारी शालिनी सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को मामले की जांच रिपोर्ट सौंपी है। इसके बाद मंत्रालय ने पुलिस को यह निर्देश दिए हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि यह हादसा नहीं, हत्या है। आरोपियों को पता था कि कार के नीचे कोई फंसा है, इसके बाद भी उन्होंने कार नहीं रोकी।
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने भी माना था कि गाड़ी के नीचे अंजलि के फंसे होने की बात उन्हें मालूम थी। आरोपियों ने कहा कि हादसे के बाद उन्होंने कई बार कार का यू टर्न लिया, क्योंकि वे बहुत डर गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने ये भी माना है कि गाड़ी में तेज म्यूजिक चलने वाली कहानी झूठी थी।
उधर, इस मामले की गवाह निधि को लेकर आगरा में उसके वकील वकील मो. आसिफ आजाद ने बताया कि निधि पिछले 8 महीने से गांजा तस्करी के केस में कोर्ट में पेश नहीं हुई। सिर्फ यही नहीं, निधि ने वकील से संपर्क भी नहीं किया। निधि को आगरा में गांजा तस्करी में GRP ने पकड़ा था।
दिल्ली हादसे की जानकारी मिलते ही GRP ने अपने रिकॉर्ड खंगाले। पता चला कि 6 दिसंबर 2020 को आगरा कैंट स्टेशन पर निधि को पकड़ा गया था। वहां से उसे जेल भेजा गया था। हादसे के वक्त अंजलि के साथ निधि भी स्कूटी पर सवार थी।
क्या है पूरा मामलाः दिल्ली के कंझावला इलाके में 31 दिसंबर की रात करीब 1.30 बजे अंजलि का एक्सीडेंट हुआ था। पुलिस के मुताबिक अंजलि स्कूटी से घर लौट रही थी। तभी कार सवार 5 युवकों ने टक्कर मार दी थी। हादसे के बाद युवक कार लेकर भाग निकले। अंजलि कार के नीचे फंसी रही। उसे 12 किमी तक घसीटा गया।
पहले 4 किमी घसीटने की बात सामने आई थी। बाद में यह भी खुलासा हुआ कि अंजलि के साथ उसकी दोस्त निधि भी थी और उसे मामूली चोटें आईं, लेकिन हादसे के बाद वह मौके से भाग गई थी।