देहरादूः उत्तराखंड के जोशीमठ शहर में असुरक्षित भवनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां अब तक कुल 678 भवन को चिह्नित किया जा चुका है। वहीं, यहां आज होटल माउंट व्यू को गिराया जा रहा है। इस बीच मौसम भी प्रशासन के लिए चुनौती पेश कर रहा है। क्षेत्र में बारिश के आसार बने हुए हैं। आपको बता दें कि सीबीआरआई की टीम ने सोमवार को मलारी इन और माउंट व्यू होटल का सर्वे किया था।
जिलाधिकारी हिमांश खुराना ने जोशीमठ आपदा अधिनियम 2005 की धारा 34 टी के तहत होटल मलारी इन व माउंट व्यू को आम जन मानस की सुरक्षा की दृष्टि से तत्काल ध्वस्त किए जाने के आदेश जारी किए थे। जोशीमठ में होटल को तोड़ने जाने की कार्रवाई शुरू गई है। दूसरी तरफ बताया जा रहा है कि होटल को डिस्मेंटल करने के लिए एक हफ्ता लगेगा, इसके लिए दिन रात काम किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि दोनों होटलों को डिस्मेंटल करने में एक सप्ताह का समय लगेगा, मेन पावर से ही होटलों को तोड़ा जाएगा, खिड़की, दरवाजे निकालने के बाद दीवारों को ड्रिल कर तोड़ा जाएगा।
आपको बता दें कि गत मंगलवार को ही होटल माउंट व्यू और मलारी इन को ध्वस्त किया जाना था, लेकिन होटल के मालिकों ने कार्रवाई का विरोध शुरू कर दिया। उनका कहना था कि आर्थिक मूल्यांकन नहीं किया गया, साथ ही नोटिस तक नहीं दिए गए।
विरोध बढ़ने पर प्रशासन को कदम पीछे खींचने पड़े। हालांकि अधिकारियों का कहना कुछ और ही था। सचिव आपदा प्रबंधन डॉ.रंजीत सिन्हा ने कहा कि ऊंचे भवनों को तोड़ने के लिए क्रेन की आवश्यकता है, जो वहां नहीं मिल पाई। इसलिए देहरादून से क्रेन भेजी गई ।
इस बीच उत्तराखंड के जोशीमठ में असुरक्षित भवनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मंगलवार को 45 भवन और चिह्नित किए गए। इस तरह से अब तक कुल 723 भवन चिन्हित किए जा चुके हैं। इनमें से 86 भवनों को पूरी तरह से असुरक्षित घोषित कर लाल निशान लगा दिए गए हैं। जल्द ही इन भवनों को ढहाने की कार्रवाई शुरू होगी।