इंदौरः इंदौर में आयोजित तीन दिवसीय प्रवासी सम्मेलन में सोमवार को अव्यस्था फैल गई। प्रवासी भारतीय सम्मेलन में सोमवार को आयोजन स्थल पर कई NRI को हॉल में एंट्री करने से रोक दिया गया, जिसके बाद वहां हंगामा मच गया। आपको बता दें कि इंदौर में आयोजित प्रवासी सम्मेलन में दुनिया के 70 देशों से 3500 एनआरआई इंदौर आए हुए हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से पहले ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के ग्रैंड हॉल में प्रवासियों को प्रवेश नहीं कर सके। लंदन के डिप्टी मेयर को भी मेन गेट पर ही रोक दिया गया। एक NRI को मामूली चोट आई।

प्रवेश स्थल में रोके जाने से नाराज कुछ प्रवासियों ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब टीवी पर ही आयोजन दिखाना था तो बुलाया क्यों..? वहीं, इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि शुरुआती दौर में थोड़ा समय जरूर लगा, लेकिन बाद में इसे ठीक कर लिया गया।

यह मामला इतना गंभीर हो गया कि पीएम के सामने ही सीएम शिवराज सिंह चौहान को मंच से माफी मांगनी पड़ी। शिवराज ने कहा कि माफी चाहता हूं, हॉल छोटा पड़ गया, लेकिन दिल में जगह की कमी नहीं है। इधर, सम्मेलन में आए दो NRI की तबीयत बिगड़ गई, जिनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।

आपको बता दें कि सुबह 9.45 बजे ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर का हॉल फुल होने पर एंट्री बंद कर दी गई। हॉल की कैपेसिटी 2200 लोगों के बैठने की है, लेकिन वहां 3000 से ज्यादा लोग पहुंच गए। कुछ NRI जबरदस्ती गेट खोलकर घुसे। उन्हें बड़े गेट पर फिर रोका गया। धक्का-मुक्की में एक एनआरआई के हाथ में चोट लग गई।

इस दौरान स्पेन से आए जगदीश फोबयानी ने कहा, “टाइम से पहले पहुंचने के बाद भी हमें अंदर नहीं जाने दिया गया। कह रहे हैं कि हॉल की कैपेसिटी फुल हो गई है।“ वहीं, नाइजीरिया से आए देवेश कुमार मिश्रा ने कहा कि हम 8.30 बजे आ गए थे। अंदर जाने नहीं दिया गया। ऐसा रहा तो हम वापस चले जाएंगे।

ब्रिलियंट कन्वेशन सेंटर के ग्रैंड हॉल में तय समय से डेढ़ घंटे पहले एंट्री रोक दी गई। कई NRI को रजिस्ट्रेशन हॉल में ही बैठाकर उनसे कहा गया कि वे स्क्रीन पर ही प्रोग्राम देखें। लंदन के डिप्टी मेयर (बिजनेस) राजेश अग्रवाल सुबह 9.45 बजे आयोजन स्थल पर पहुंच गए थे। अग्रवाल को भी आयोजन के मुख्य समारोह में जाने से रोक दिया गया।

अग्रवाल करीब 15 मिनट तक अंदर जाने के लिए संघर्ष करते रहे। उन्होंने विदेश मंत्रालय से मिला अपना आमंत्रण पत्र भी दिखाया। बाहर मौजूद मीडिया के कुछ लोगों ने उन्हें पहचाना और सुरक्षाकर्मियों को बताया। इसके बावजूद काफी देर बाद अंदर के अधिकारियों को फोन लगाया गया। बाद में उन्हें दूसरे गेट से अंदर दाखिला मिला। खास बात ये है कि अग्रवाल का नाम उन खास मेहमानों की सूची में भी है, जिन्हें प्रधानमंत्री ने दोपहर भोज पर आमंत्रित किया है।

उधर, जमैका से आए 15 सदस्यीय दल को भी ग्रैंड हॉल में प्रवेश नहीं मिल सका। वहां से आए डेलीगेट्स ने इसे लेकर नाराजगी जताई। जमैका के प्रशांत सिंह ने मीडिया से चर्चा में कहा कि जमैका से वहां के मंत्री के साथ 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आया है। हम उन्हें भारत की ब्रांडिंग करके यहां लाए हैं। मुख्य इवेंट में शामिल नहीं हो पाने का दुख है। ऐसा नहीं होना चाहिए। ऐसे में वहां से निवेश कैसे आएगा।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार और शिवराज सरकार 3 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था भी नहीं कर सकी तो भारत ग्लोबल पॉवर कैसे बनेगा? ये इवेंट सरकार के मैनेजमेंट पर बड़ा तमाचा है।

 

अमेरिका से आईं महिला जूली जैन कहा, “मैं अमेरिका से आई हूं और ये बेहद अपमानजनक है कि हम लोगों से बोला गया कि आप टीवी पर देखिए, अगर टीवी पर देखना होता तो हम घर पर बैठकर देख लेते। हम सुबह 8 बजे आ गए थे, तब बोला गया कि हॉल फुल हो गया है और सारे दरवाजे बंद थे।अंदर कितने ही लोग सरकार के बैठे हुए थे और कह रहे हैं कि अतिथि देवो भव:, ऐसे होता है क्या अतिथि देवो भव:। कई लोगों ने निवेश की योजना बनाई थी, लेकिन अब उन्होंने इरादा बदल दिया है। सब लोग मोदी जी की वजह से आए थे और उसी दिन इतनी अव्यवस्था हो गई, मैं बहुत निराश हूं।“

ब्रिटेन से आईं वीना सिंह ने कहा कि हम आमंत्रित मेहमान थे, रजिस्ट्रेशन कराया था। रजिस्ट्रेशन के चलते आपको पता ही होगा कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से कितने लोग यहां आ रहे हैं। हम यहां विशेष तौर पर प्रधानमंत्री मोदी को करीब से देखने और सुनने आए थे। कम से कम रजिस्टर्ड लोगों को तो बैठने की जगह उपलब्ध करानी चाहिए थी।

उन्होंने कहा कि सुबह 9 बजे जब हम यहां पहुंचे तो हमसे कहा गया कि आप अंदर नहीं जा सकते क्योंकि हॉल फुल है। इसके बाद वे तरह-तरह के बहाने बनाते रहे। मैं समझ नहीं पा रही हूं कि आने वाले सदस्यों की पूरी जानकारी होने के बाद भी यहां पर ये अव्यवस्था क्यों हुई?’

इंदौर के जिस ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के जिस ग्रैंड हॉल में पीएम मोदी की सभा हुई, उसकी बैठक क्षमता 2200 के करीब थी। ऐसे में 1300 लोगों के लिए दो हॉल में अलग से व्यवस्था की गई थी, लेकिन इसका कोई प्रॉपर मैसेज प्रवासियों तक नहीं पहुंच सका। अफसरों ने भी यह मैसेज करवा दिया कि ग्रैंड हॉल में पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर प्रवेश मिलेगा। इसी कारण आपाधापी मच गई।

मॉरीशस से आए एक NRI की सुबह 10.15 बजे ग्रैंड हॉल में तबीयत बिगड़ गई। ऐसा बताया गया कि उन्हें अटैक आया है, जिसके बाद उन्हें तत्काल पैरामेडिकल स्टाफ ने CPR दिया। तबीयत नॉर्मल होने के बाद उन्हें नजदीक के ही लाइफ केयर हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया गया, जहां उनकी स्थिति खतरे से बाहर है और वे जनरल वार्ड में भर्ती हैं।

इससे पहले रविवार रात को मॉरीशस से आए एक NRI की तबीयत बिगड़ गई। वे विजयनगर क्षेत्र के एक होटल में ठहरे थे। उन्हें भंडारी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर ले जाया गया, जहां अब वे वेंटिलेटर पर हैं। डॉ. विनोद भंडारी के मुताबिक वे हाइपरटेंशन और डायबिटीज के पेशेंट है।

रात को उनका ब्लड प्रेशर बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ था, जबकि शुगर भी 500 पहुंच गई थी। उन्होंने रात को नियमित दवाइयां भी नहीं ली थीं, जिसके चलते उनकी तबीयत बिगड़ी। अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. मोहक भंडारी के नेतृत्व में चार सीनियर डॉक्टरों की टीम उनके इलाज में जुटी है। फिलहाल वे वेंटिलेटर पर हैं, लेकिन स्टेबल हैं।

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