Old compass on vintage map with rope closeup. Retro stale

दिल्लीः उत्तर कोरिया में सर्वोच्च नेता बनना हर किसी के बस की बात नहीं है। इसके लिए एक खास वंश से संबंध होना जरूरी है, जिसे बेकडू वंश कहा जाता है। किम जोंग उन इसी वंश से आते हैं। उत्तर कोरिया में अब तक तीन सर्वोच्च नेता हुए हैं, जो इसी वंश से आए हैं।

सबसे पहले नेता थे किम इल सुंग, जो 1948 से 1994 तक सर्वोच्च नेता रहे। उनके बाद उनके बेटे किम जोंग इल आए। उन्होंने 1994 से 2011 तक देश की सत्ता संभाली। उसके बाद किम जोंग उन आए। वह 2011 से उत्तर कोरिया के लीडर हैं।

1982 में किम जोंग उन का जन्म आज ही के दिन हुआ था। उनके दादा किम इल सुंग ने उत्तर कोरिया में साम्यवादी राष्ट्र की स्थापना की थी। किम जोंग 16 साल के थे, तब पढ़ाई के लिए स्विट्जरलैंड चले गए। यहां के लिबेफेल्ड स्टेनहोल्जी स्कूल में उन्होंने 1998 से 2000 तक पढ़ाई की, लेकिन दूसरे नाम से। इस स्कूल में किम जोंग उत्तर कोरियाई एंबेसी के एक कर्मचारी के बेटे के तौर पर पढ़ने गए थे। उनका नाम पाक-उन या उन-पाक था।

किम जोंग पहले साल की पढ़ाई के दौरान 75 दिन और दूसरे साल 105 दिन तक क्लास नहीं गए थे। उनके मार्क्स भी बहुत अच्छे नहीं आते थे। उनके साथ पढ़ने वाले उनके क्लासमेट्स ने एक बार इंटरव्यू में बताया था कि किम जोंग बचपन में बहुत शर्मीले थे। उनके एक दोस्त ने दावा किया था कि किम जोंग ने उसे एक बार बताया था कि वो नॉर्थ कोरिया के सबसे बड़े नेता के बेटे हैं।

किम जोंग को बास्केटबॉल और कम्प्यूटर गेम्स खेलना बहुत पसंद था। वह अक्सर ड्रॉइंग भी किया करते थे। किम जैकी चेन के बहुत बड़े फैन थे। किम जोंग के पास दो डिग्री हैं। पहली फिजिक्स की है, जो उन्होंने किम-II संग यूनिवर्सिटी से ली है। दूसरी आर्मी ऑफिसर की है, जो उन्होंने किम इल सुंग मिलिट्री यूनिवर्सिटी से हासिल की है।

बिमल रॉय का निधनः भारतीय सिनेमा की वह पहली फिल्म जिसने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वाहवाही बटोरी थी, उसे बिमल रॉय ने डायरेक्ट किया था। आज ही के दिन 1965 में बिमल रॉय ने दुनिया को अलविदा कहा था।

बिमल रॉय ने मधुमती, बंदिनी, सुजाता और देवदास जैसी मशहूर फिल्में बनाईं, लेकिन जिस फिल्म ने उन्हें दुनिया में ख्याति दिलाई, वह थी ‘दो बीघा जमीन’। बिमल रॉय की इस फिल्म को 1954 में हुए कान फिल्म महोत्सव में सम्मानित किया गया था।

बिमल रॉय का जन्म 12 जुलाई 1909 को सुआपुर में हुआ था। यह जगह अब बांग्लादेश में है। सिनेमा सीखने के लिए रॉय कोलकाता आ गए और बतौर कैमरा असिस्टेंट काम करने लगे। वह 1950 में अपनी टीम के साथ मुंबई चले गए। अपने फिल्मी करियर में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके रॉय की फिल्म मधुमती ने 1958 में नौ फिल्मफेयर अपने नाम किए। यह रिकॉर्ड 37 साल तक कायम रहा। आइए एक नजर डालते हैं देश और दुनिया में 08 जनवरी को घटित हुईं महत्वपूर्ण घटनाओं पर…

1026: सुल्तान महमूद गजनवी ने सोमनाथ मंदिर को लूट कर उसे नष्ट कर दिया।
1697: ब्रिटेन में आखिरी बार ईशनिंदा के लिए मृत्युदंड दिया गया।
1790: अमेरिका के प्रथम राष्ट्रपति जॉर्ज वॉशिंगटन ने पहली बार देश को सम्बोधित किया।
1884: समाज सुधारक और ‘ब्रह्म समाज’ के संस्थापकों में से एक केशव चन्द्र सेन का निधन।
1856: डॉ. जॉन वीच ने हाइड्रेटेड सोडियम बोरेट की खोज की।
1889: हर्मन होलैरिथ को पंच कार्ड टैब्युलेटिंग मशीन के आविष्कार का पेटेंट मिला।
1890: हिन्दी साहित्यकार रामचन्द्र वर्मा का जन्म।
1908: प्रसिद्ध भारतीय अभिनेत्री निडर नाडिया का जन्म।
1925- प्रसिद्ध साहित्यकार मोहन राकेश का जन्म।
1929: नीदरलैंड्स और वेस्टइंडीज के बीच पहली बार टेलीफोन संपर्क स्थापित हुआ।
1929: भारतीय अभिनेता सईद जाफ़री का मलेरकोटला में जन्म।
1942: प्रसिद्ध ब्रिटिश भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग का जन्म।
1952: जॉर्डन ने संविधान अंगीकार किया।
1971: पाकिस्तान के राष्ट्रपति जुल्फिकार अली भुट्टो ने नेता शेख मुजीबुर रहमान को जेल से आजाद किया।
1973: रूस ने स्‍पेस “मिशन ल्‍यूना 21” लांच किया।
1975: भारतीय संगीतकार हैरिस जयराज का जन्म।
1982: उत्तर कोरिया के तीसरे सर्वोच्च नेता किम जोंग उन का जन्म।
1984: पहली भारतीय महिला पायलट सुषमा मुखोपाध्याय का निधन।
1995: समाजवादी चिंतक और स्वतंत्रता सेनानी मधु लिमये का निधन।
2001: आइवरी कोस्ट में विद्रोह नाकाम।
2003: श्रीलंका सरकार और लिट्टे के बीच नकोर्न पथोम (थाइलैंड) में बातचीत शुरू।
2009: कोस्टारिका के उत्तरी क्षेत्र में 6.1 तीव्रता के भूकंप में 15 लोगों की मौत हो गई और 32 घायल हुए।
2009: मिस्र के पुरात्ववेदाओं ने 4,300 वर्ष पुराने पिरामिड में रानी सेशेशेट की ममी की खोज की।
2010 : पुर्तगाल की संसद ने सम लैंगिक विवाह को स्वीकृति दे दी।
2017 : इजरायल के यरुशलम में ट्रक से हमले में कम से कम 4 सैनिकों की मौत हुई और 15 घायल हुए।
2020 : केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बाहरी अंतरिक्ष सहयोग के लिए भारत और मंगोलिया के बीच हस्ताक्षरित समझौते को मंजूरी दी।

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