Old compass on vintage map with rope closeup. Retro stale

दिल्लीः मार्च 1977 में जब देश से आपातकाल हटाया गया, तो जनता में इंदिरा गांधी और कांग्रेस को लेकर भयंकर गुस्सा था। 1977 में जब चुनाव हुए, तो कांग्रेस पार्टी को बुरी हार मिली। आजादी के बाद ये पहली बार था, जब कांग्रेस को लोकसभा में महज 154 सीटें ही मिली थीं।

1980 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी की जोरदार जीत के साथ इंदिरा गांधी ने आज ही के दिन यानी 07 जनवरी 1980 को धमाकेदार अंदाज में सत्ता में वापसी की थी। 3-6 जनवरी 1980 को हुए सातवीं लोकसभा चुनाव के नतीजे 07 जनवरी को घोषित होना शुरू हुए और पहले ही दिन कांग्रेस की प्रचंड जीत साफ नजर आने लगी।

आखिरकार इन चुनावों में कांग्रेस ने 354 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करते हुए सत्ता में फिर से वापसी कर ली। कांग्रेस को इन चुनावों में उन हिंदी प्रदेशों में भी जोरदार सफलता मिली, जहां 1977 में उसे मुंह की खानी पड़ी थी।

इंदिरा गांधी की ये जीत इसलिए भी महत्वपूर्ण थी क्योंकि महज तीन साल पहले 1977 में हुए चुनावों में कांग्रेस को आजादी के बाद सबसे करारी शिकस्त मिली थी और पार्टी महज 154 सीटें ही जीत पाई थी। हालांकि, 1977 के चुनावों में देश की जनता की इंदिरा द्वारा लगाए गए आपातकाल को लेकर नाराजगी दिखी थी, जो कांग्रेस की सबसे करारी शिकस्त की वजह बनी थी।

उस हार के महज तीन साल बाद ही 1980 में हुए लोकसभा चुनावों में इंदिरा गांधी की जबरदस्त वापसी हुई। 1977 में इंदिरा गांधी की हार की वजह बनी जनता पार्टी को 1980 के चुनावों में जनता ने नकार दिया।

चुनाव प्रचार 63 दिनों तक चला था। उस दौरान 62 साल की इंदिरा गांधी ने एक दिन में 20-20 भाषण दिए थे और कुल 40 हजार किलोमीटर का दौरा किया था।

बात 11 अगस्त 1977 की है। उस समय इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री नहीं थीं और देश में जनता पार्टी की सरकार थी। इससे कुछ महीने पहले 27 मई 1977 को पटना के बेलछी गांव में आठ दलित और तीन सुनारों की हत्या कर दी गई थी। तब इंदिरा गांधी बेलछी गांव पहुंचीं।

इंदिरा गांधी की जीप कीचड़ में फंस गई। इंदिरा जी बोलीं- हम वहां पैदल जाएंगे, लेकिन तभी उनके लिए हाथी मंगवाया गया। इंदिरा गांधी खुद हाथी पर चढ़ीं और बेलछी गांव पहुंचीं। हाथी पर सवार उनकी तस्वीर देश-दुनिया में छा गई। माना जाता है कि 1980 में इंदिरा की सत्ता में वापसी की एक बड़ी वजह बेलछी यात्रा भी थी।

कांग्रेस की जीत कितनी बड़ी थी इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोई भी अन्य पार्टी इतनी सीटें भी नहीं जीत पाई थी कि उसे आधिकारिक तौर पर विपक्षी पार्टी का भी दर्जा मिल पाता। कांग्रेस की दो मुख्य विरोधी पार्टियों, जनता पार्टी और लोकदल, को इतनी सीटें भी हासिल नहीं हुईं कि उन्हें राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल सके।

जनता दल ने 433 सीटों पर चुनाव लड़ा था पर उसे 31 पर ही जीत हासिल हुई थी। वहीं चौधरी चरण सिंह की जनता दल (सेक्युलर) को महज 8 सीटें ही मिल पाई थीं। जनता दल (सेक्युलर) ने 1980 के चुनावों से पहले अपना नाम लोकदल रख लिया था, लेकिन चुनाव आयोग ने उसे जनता दल (S) के रूप में ही मान्यता दी।

चुनावों में शानदार जीत के बाद इंदिरा गांधी 14 जनवरी 1980 से 31 अक्टूबर 1984 तक प्रधानमंत्री पद पर रहीं। PM रहते हुए ही 31 अक्टूबर 1984 को उनके बॉडीगार्ड्स ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी। इंदिरा गांधी के बाद उनके पुत्र राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने।

पहली बार अमेरिका में चुनाव हुएः आज ही के दिन 1789 में अमेरिका में पहली बार चुनाव हुए थे। इस चुनाव की खास बात ये थी कि चुनाव में वोट डालने का अधिकार उसे ही मिला था, जिसके पास संपत्ति थी। उम्मीद के मुताबिक ही पहले चुनाव में जॉर्ज वॉशिंगटन जीते और उन्होंने 30 अप्रैल 1789 को अमेरिका के पहले राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली। अमेरिका में आज भी उसी इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम के तहत चुनाव होते हैं, जैसा कि 1789 में हुआ था।आइए एक नजर डालते हैं देश और दुनिया में 09 जनवरी को घटित हुईं महत्वपूर्ण घटनाओं पर…

1714 : हेनरी मिल ने टाइपराइटर का पेटेंट कराया।
1761 : पानीपत की तीसरी लड़ाई में अफगान शासक अहमद शाह अब्दाली ने मराठों को हराया।
1797 : पहली बार इटली ने अपने आधुनिक झण्डे इस्तेमाल किया।
1789 : अमेरिकी जनता ने जॉर्ज वाशिंगटन को देश का पहला राष्ट्रपति चुनने के लिए मतदान किया।
1839 : फ्रांस ने लुई डेगुएरा फोटोग्राफी के आविष्कारक के रूप में मान्यता दी।
1859 : सिपाही विद्रोह मामले में मुगल शासक बहादुरशाह जफर (द्वितीय) के खिलाफ़ सुनवाई शुरू।
1890 : विलियम बी. परविस को फाउंटेन पेन के आविष्कार का पेटेंट मिला ।
1929 : मदर टेरेसा ने कलकत्ता पहुंचकर गरीब और बीमार लोगों के लिए चिकित्सा कार्य शुरु किया।
1947 : प्रसिद्ध लेखिका शोभा डे का जन्म ।
1953 : अमेरिकी राष्ट्रपति हैरी ट्रूमैन ने हाइड्रोजन बम बनाने की घोषणा की।
1959 : संयुक्त राज्य अमेरिका ने क्यूबा में फिदेल कास्त्रो की नई सरकार को मान्यता प्रदान की।
1966 : प्रख्यात फिल्म निर्देशक बिमल राय का निधन।
1972 : स्पेन के इबीसा क्षेत्र में विमान दुर्घटना में चालक दल के छह सदस्यों समेत 108 यात्रियों की मौत।
1980 : इंदिरा गांधी की भारी बहुमत के साथ सत्ता में वापसी।
1987 : कपिल देव ने टेस्ट क्रिकेट में तीन सौ विकेट पूरे किए।
1989 : जापान के सम्राट हिरोहितो का देहावसान, आकिहितो नए सम्राट घोषित।
1999 : अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के विरुद्ध महाभियोग की कार्यवाही शुरू।
2000 : इंडोनेशिया के जकार्ता में हजारों मुसलमानों ने मोलुकस द्वीप समूह में ईसाईयों के विरुद्ध जेहाद की घोषणा की।
2003 : जापान ने विकास कार्यों में मदद के लिए भारत को 90 करोड़ डॉलर की मदद की घोषणा की।
2008 : तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने विनोद राय को नियन्त्रक एवं महालेखा परीक्षक के पद की शपथ दिलाई।
2009 : आईटी कम्पनी सत्यम के चेयरमैन रामालेंगम राजू ने अपने पद से इस्तीफा दिया।
2015 : पेरिस में दो बंदूकधारियों ने चार्ली आब्दो पत्रिका के कार्यालय पर हमला किया जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य लोग घायल हो गए।
2017 : पुर्तगाल के पूर्व राष्ट्रपति मारियो सोरेस का निधन।

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