दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कंझावला इलाके में 31 दिसंबर को घटित हुई घटना के सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने छठे आरोपी आशुतोष को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि आशुतोष उस कार का मालिक है, जिसके नीचे अंजलि को घसीटा गया था। आपको बता दें कि जांच में यह भी सामने आया है कि हादसे के बाद ही आरोपियों ने कार मालिक को घटना की जानकारी दे दी थी। एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया, जिसमें दिख रहा है कि सभी आरोपी कार से उतरने के बाद ऑटो से भागे थे। ऑटो वहां पहले से खड़ा था, जिसमें बैठकर सभी आरोपी फरार हो गए। कार से नीचे उतरने के बाद आरोपी मनोज मित्तल ने कार के पीछे झुककर भी देखा था। उधर, गुरुवार को को अदालत ने पांचों आरोपियों की रिमांड अवधि चार दिन और बढ़ा दी थी।
आपको बता दें कि खुद को मृतका की सहेली बताने वाली और इस मामले की मुख्य गवाह निधि पहले ही बता चुकी है कि कार में बैठे लोगों ने जान बूझकर उसकी सहेली को मारा और उसे घसीटकर ले गए। वहीं, आरोपियों का एक सीसीटीवी वीडियो सामने आया। इसी फुटेज में पहली बार सभी आरोपी एक साथ नजर आ रहे हैं। फुटेज एक जनवरी सुबह 4 बजकर 33 मिनट का है। सीसीटीवी फुटेज में सभी आरोपी बलेनो कार से उतरते हुए नजर आ रहे हैं। आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा कर चुके हैं कि गांव के पास कार से शव हटने के बाद सभी आरोपी रोहिणी सेक्टर-1 पहुंचे और यहां उन्होंने मालिक आशुतोष को कार सौंप दी थी।
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि चार बजकर 33 मिनट पर बलेनो कार आती है। बलेनो की आगे की सीट से मनोज मित्तल उतरता है और ड्राइविंग सीट से दीपक उतरता है। वहीं, बाकी तीन आरोपी पिछली सीट से नीचे उतरते हैं। मनोज मित्तल के अलावा एक अन्य आरोपी कार के पिछले पहिए के पास झुककर देखता है।
वहीं, पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपियों ने गाड़ी के मालिक को पहले ही हादसे के बारे में जानकारी दे दी थी। इसलिए सीसीटीवी में दिख रहा है कि आरोपियों के फरार होने का इंतजाम पहले से ही कर लिया गया था। वहां एक ऑटो खड़ा किया गया था। गाड़ी से उतरने के बाद सभी ऑटो में बैठकर फरार हो जाते हैं।
उधर, खुद को अंजलि की सहेली निधि पर उसके पड़ोस में रहने वाले युवक निशांत ने धमकाने का आरोप लगाया है। आपको बता दें कि निशांत वही युवक है, जिसने घटना वाली रात एक जनवरी को सबसे पहले निधि को उसके घर के पास देखा था। निशांत ने निधि से जान का खतरा बताया है। निशांत ने कहा कि मैंने जो कुछ भी निधि के बारे में बताया है, उसको लेकर वह मुझे फोन पर धमकी दे रही है।
निशांत ने बताया कि निधि उससे कह रही है कि वह पुलिस को उसके बारे में जानकारी क्यों दे रहा है। वह उसके साथ गाली गलौज कर रही है। निशांत ने कहा कि निधि उसे 4 जनवरी को शाम 7.03 बजे फोन किया था। उसने कहा कि उसके पास बातचीत की रिकार्डिंग है। निशांत ने सुल्तानपुरी थाने में इस बाबत शिकायत दी है। निशांत ने बताया कि पुलिस उसकी बातों पर यकीन नहीं कर रही है और कह रही है कि महिला इस तरह धमकी नहीं दे सकती है। पुलिस ने उसकी फोन की रिकॉर्डिंग भी नहीं सुनी है।
उधर, मृतका अंजलि की मां रेखा ने अपनी जान की खतरा बताते हुए मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने पुलिस पर गलत बर्ताव करने का आरोप लगाया है। परिवार का आरोप है कि मामले को दबाने के लिए अंजलि को बदनाम किया जा रहा है। रात में पुलिसकर्मी आते हैं और उसके भाई को आरोपी की तरह धक्का मारकर थाने ले जाते हैं। उन्हें थाने में डराया-धमकाया जाता है।
वहीं, अंजलि के मामा का कहना है कि घटना के दिन पुलिस कहां थी, इस तरह के सवालों से बचने के लिए पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। वाई ब्लॉक मंगोलपुरी में रहने वाली अंजलि की मां रेखा ने बताया कि पुलिस उससे या उसके भाई से पूछताछ करने के लिए दिन में नहीं आती। वह हर दूसरे-तीसरे दिन रात के बारह – एक बजे घर आ जाते हैं और मेरे भाई को पकड़कर धक्का मारते हैंं और गाड़ी में बिठाकर थाने ले जाते हैं। हमारे साथ ऐसा व्यवहार हो रहा है कि हमने ही बेटी को मारा है।