दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कंझावला हादसे में मृतका अंजलि की मां ने इस घटना को साजिश करार दिया है और शक जाहिर किया कि खुद को अंजलि की दोस्त बता रही निधि भी इसमें शामिल हो सकती है।

मृतका अंजलि की मां रेखा ने मीडिया से कहा, “निधि को मैं नहीं जानती हूं। मैंने उसे कभी नहीं देखा। अंजलि ड्रिंक नहीं करती थी। वह नशे की हालत में कभी घर नहीं आई।”

उन्होंने कहा, “निधि ने जो भी दावा किया, हम उस पर यकीन नहीं करते हैं। निधि झूठ बोल रही है। यह एक सोची समझी साजिश है। मुझे लग रहा है वह इसमें खुद भी शामिल है। इसकी जांच होनी चाहिए, पांचों आरोपियों को कड़ी सजा मिले।”

इससे पहले मृतका  अंजलि के परिवार ने घटना को प्लान्ड मर्डर करार दिया। उन्होंने कहा कि निधि पूरी तरह से झूठ बोल रही है। एक स्कूटी पर सवार दो लोगों का एक्सीडेंट होता है। एक मर जाती है, लेकिन दूसरी वहां से मदद किए बिना भाग जाती है। फिर अचानक साइड हीरोइन की तरह 75 घंटे बाद आती है और झूठी कहानी बताती है।

उन्होंने निधि के आरोपों का खंडन किया है। परिवार ने कहा कि वह कैसी दोस्त है जो एक्सीडेंट के बाद लापता हो गई। परिवार ने कहा कि अंजलि के साथ बर्बरता हुई है। बॉडी के साथ ब्रेन नहीं मिला।

आपको बता दें कि निधि ने पुलिस को दिए बयान में हादसे की वजह कार सवारों की गलती को बताया है। साथ ही यह भी कहा है कि हादसे के समय अंजलि नशे की हालत में थी। उसने दावा किया, “अंजलि बहुत नशे की हालत में थी। मैंने उसे कहा था कि मुझे स्कूटी चलाने दे, लेकिन उसने मुझे स्कूटी चलाने नहीं दी।”

निधि ने कहा, “कार से टक्कर हुई, उसके बाद मैं एक तरफ गिर गई और वह कार के नीचे आ गई, उसके बाद गाड़ी के नीचे वह किसी चीज में अटक गई। उसे गाड़ी घसीटते हुए ले गई। मैं डर गई थी, इसलिए मैं वहां से चली गई और किसी को कुछ नहीं बताया। हम दोनों एक साथ होटल में मौजूद थे।”

उधर, पीड़िता के फैमिली डॉक्टर ने अंजलि के नशे में होने के दावे को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि अटॉप्सी रिपोर्ट में पाया गया है कि मृतका के पेट में अल्कोहल नहीं था। उन्होंने कहा, “अटॉप्सी रिपोर्ट के मुताबिक, पेट के अंदर खाना मिला। अगर उसने (अंजलि) ड्रिंक किया होता तो रिपोर्ट में केमिकल की मौजूदगी को मेंशन किया जाता, लेकिन रिपोर्ट में लिखा गया कि केवल पेट में खाना मिला है।’ डॉक्टर ने यह भी कहा कि यह एक नॉर्मल मर्डर नहीं है। मरने से पहले अंजलि को बहुत प्रताड़ित किया गया। उसके शरीर पर 40 चोटें थीं।“

वहीं, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया मृतका अंजलि की मां से मिलने उनके घर पहुंचे। उन्होंने कहा कि ये दरिंदगी के सिवा कुछ नहीं है। बेटी अकेली कमाने वाली थी। मां बीमार हैं। सरकार उनका पूरा इलाज करवाएगी। सरकार की ओर से 10 लाख रुपए दिए जाएंगे।

उधर, हादसे की रात का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दिख रहा है कि मृतका अंजलि की दोस्त निधि रात को 2.30 बजे घर लौटी थी। उसके पड़ोसी ने बताया कि वह बेहद घबराई हुई थी। उसे चोट लगी थी। उसने मुझसे मोबाइल चार्ज करने के लिए चार्जर मांगा था।

वहीं, दिल्ली के कंझावला हिट एंड रन केस की फोरेंसिक रिपोर्ट में कार के अंदर अंजलि के होने का कोई सबूत नहीं मिला है। बुधवार को आई फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) रिपोर्ट के मुताबिक अंजलि कार के फ्रंट लेफ्ट टायर में फंसी थी, क्योंकि इसी टायर के पीछे ज्यादातर खून के धब्बे पाए गए हैं। कार के नीचे दूसरे हिस्सों में भी खून के धब्बे मिले हैं।

इस बीच निर्भया की मां आशा देवी ने अंजलि के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि परिवार को आर्थिक मदद मिलनी चाहिए। जल्द से जल्द परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जानी चाहिए। मैं किसी पर आरोप नहीं लगा रही, लेकिन जो निधि ने कहा उसका सपोर्ट नहीं करती हूं।

क्या है पूरा मामलाः दिल्ली के कंझावला इलाके में 31 दिसंबर: रात करीब 1.30 बजे हादसा होता है। पुलिस के मुताबिक, अंजलि स्कूटी से घर लौट रही थी। इसी दौरान कार सवार 5 युवकों ने टक्कर मार दी थी। हादसे के बाद युवक कार लेकर भाग निकले। अंजलि कार के नीचे फंसी रही। उसे 12 किमी तक घसीटा गया। आपको बता दें कि पहले चार किमी घसीटने की बात सामने आई थी। निधि हादसे के बाद मौके से भाग गई और घर पहुंच गई थी।

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