दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कंझावला कांड (Kanjhawala Update) में घटित हुई घटना को लेकर पुलिस सवालों के घेरे में है। इस एक्सीडेंट को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। वहीं इस मुद्दे पर दिल्ली पुलिस ने आज पीसी बुलाई थी, लेकिन महज 90 सेकेंड में अपनी बात समाप्त करके चली गई। आपको बता दें कि 31 दिसंबर और 01 जनवरी की दरमियानी रात कार से लड़की की टक्कर और फिर करीब 12 किमी तक घसीटे जाने के मामले में कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
दिल्ली पुलिस मुख्यालय में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक अधिकारी ने बताया कि सुल्तानपुरी की घटना में नया तथ्य हमारे सामने आया है, जिस समय घटना हुई, मृतक महिला के साथ एक और लड़की थी। उसे कोई चोट नहीं आई और वह घटना के बाद वहां से उठकर चली गई थी। पुलिस अधिकारी ने कहा, “इस मामले में अब हमारे पास घटना की प्रत्यक्षदर्शी है और वह पुलिस के साथ सहयोग कर रही है। उसका बयान दर्ज किया जा रहा है।“ उन्होंने कहा कि आरोपियों को सजा दिलाने में यह महत्वपूर्ण साबित होगा। जांच अभी जारी है और शुरुआती चरण में है। उन्होंने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि जल्द ही दिल्ली पुलिस जांच पूरा कर लेगी और अपराधियों को सजा दिलवाई जाएगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद पत्रकार एक सवाल-एक सवाल करते रहे, लेकिन दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने उनके सवालों को अनसुना कर दिया।
आपको बता दें कि दिल्ली के कंझावला कांड की पीड़िता के घरवालों ने रेप का आरोप लगाया है। मौसी ने कैमरे के सामने सवाल उठाया कि ठंड के समय शरीर पर 4-5 कपड़े थे लेकिन उसकी लाश पर एक भी कपड़े नहीं थे। हालांकि पुलिस इसे हादसा मानकर चल रही है। कुछ घंटे पहले मामले में उस समय नया ट्विस्ट आ गया जब दिल्ली पुलिस को पता चला कि उस रात स्कूटी पर एक नहीं, दो लड़कियां थीं। पुलिस ने पीछे बैठी लड़की को ढूंढ निकाला और उसने बताया है कि यह हादसा था। उसे मामूली चोट आई थी। वह डर के कारण वहां से भाग गई थी। बाद में आज पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी यही जानकारी साझा की। पुलिस लगातार कहती आ रही है कि टक्कर के बाद पीड़िता का पैर कार के एक्सल में फंस गया था और वह कई किमी तक घिसटती रही। इस बीच रात का एक नया वीडियो भी आ गया है।
नए साल पर रात के एक बजे का सीसीटीवी फुटेज मिला है, जिसके आधार पर दावा किया जा रहा है कि एक्सीडेंट के समय उसकी दोस्त भी थी जो घायल हुई। हालांकि परिवार ने इस नए एंगल पर संदेह जताया है। परिजनों का कहना है कि उसकी दोस्त ने हादसे की जानकारी पुलिस को क्यों नहीं दी? वीडियो में दिखाई देता है कि लड़की स्कूटी निकालती है और साथ चल रही लड़की उसके पीछे बैठ जाती है और वे चल देते हैं।
उधर, फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के सूत्रों ने दावा किया है कि बनेलो कार की जांच करने के बाद अंदर या सीटों पर खून के धब्बे नहीं मिले। सूत्रों ने कहा कि एफएसएल ने कार के टायर पर ही खून के निशान पाए हैं, जो इंगित करता है कि पीड़ित कार के अंदर नहीं थी। एफएसएल टीम ने घटनास्थल का भी मुआयना किया, जहां युवती का शव मिला था और मौके से नमूने लिए। स्पेशल सीपी शालिनी सिंह ने भी 12 किमी तक उस रोड का जायजा लिया है जिस रास्ते पर लड़की को कार घसीटते हुए ले गई।
दिल्ली पुलिस ने बताया है कि कंझावला में हुई घटना में युवती को करीब 12 किलोमीटर तक कार से घसीटा गया था। FIR के अनुसार, रात करीब दो बजे हुई इस घटना के सिलसिले में गिरफ्तार आरोपियों ने दुर्घटना से महज कुछ घंटे पहले यह कार किसी से उधार ली थी। दीपक खन्ना और अमित खन्ना ने अपने दोस्त आशुतोष से कार ली और दुर्घटना के बाद कार वापस उसके घर पर खड़ी कर दी। दोनों ने आशुतोष को बताया कि उन्होंने शराब पी थी और कृष्ण विहार इलाके में कार की स्कूटी के साथ टक्कर हो गई थी। बाद में वे कंझावला की ओर भाग गए।
पुलिस को दुर्घटनाग्रस्त हुई स्कूटी सुलतानपुरी के कृष्ण विहार इलाके से मिली है। प्राथमिकी के अनुसार, कंझावला थाने को तीन पीसीआर कॉल आए कि एक युवती का निर्वस्त्र शव जोंटी गांव के हनुमान मंदिर के पास पड़ा हुआ है। कंझावला थाने के एक एसआई ने पीसीआर कॉल करने वाले एक व्यक्ति से संपर्क किया और पता चला कि ग्रे रंग की एक बलेनो कार दुर्घटना में शामिल थी, जिसके बाद पुलिस बुधविहार, फेज-1 पहुंची जहां कार का मालिक लोकेश मिला। लोकेश ने बताया कि उसकी कार उसके रिश्तेदार रोहिणी सेक्टर-1 निवासी आशुतोष के पास है। आशुतोष ने बताया कि उनके दोस्त दीपक और अमित शनिवार शाम करीब सात बजे उससे कार लेकर गए थे और बाद में दुर्घटनाग्रस्त हालत में रविवार सुबह करीब पांच बजे कार खड़ी कर गए।