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शिक्षा

History Of 03 January: आज के ही दिन इटली की सत्ता पर काबिज हुआ था, वह तानाशाह, जिसके जुल्म से नाराज लोगों ने उसके शव को भी नहीं बख्शा था

दिल्लीः बात 1922 की है। 27-28 अक्टूबर की रात को 30 हजार लोगों ने इटली के तत्कालीन प्रधानमंत्री लूजी फैक्टा के इस्तीफे की मांग को लेकर रोम पर चढ़ाई कर दी। इस भीड़ का नेतृत्व बेनितो मुसोलिनी कर रहे थे। लोकतांत्रिक सरकार की रक्षा करने से सेना ने भी हाथ खींच लिए। नतीजा ये हुआ कि फैक्टा को सत्ता छोड़नी पड़ी। उनकी जगह बेनितो मुसोलिनी नए प्रधानमंत्री बने।

मुसोलिनी इटली की नेशनल फासिस्ट पार्टी के नेता थे। वे 1922 से लेकर 1943 तक लगातार 21 सालों तक इटली के प्रधानमंत्री रहे। अपने कार्यकाल के शुरुआती तीन साल तक उन्होंने लोकतंत्र की इज्जत करते हुए शासन किया। मुसोलिनी ने आज ही के दिन 1925 में खुद को इटली का तानाशाह घोषित कर दिया। शुरुआत में तो मुसोलिनी को जनता ने बहुत प्यार दिया। जनता पूरी ताकत के साथ उनके पीछे खड़ी रहती थी, लेकिन बाद में मुसोलिनी ने तानाशाही शुरू कर दी, जिससे वहां की जनता का जीना हराम हो गया।

ये वो वक्त था जब जर्मनी में एडोल्फ हिटलर का शासन था, जो खुद भी एक तानाशाह था। हिटलर और मुसोलिनी के बीच दोस्ती भी थी और थोड़ी खटास भी। खटास इसलिए क्योंकि उस वक्त मुसोलिनी से ज्यादा प्रसिद्ध हिटलर था। इसी बात से मुसोलिनी को उससे जलन होती थी। हालांकि, इन सबके बाद भी दूसरे विश्व युद्ध के समय मुसोलिनी ने हिटलर का साथ दिया। इसी वजह से 25 जुलाई 1943 को इटली के राजा ने मुसोलिनी की सरकार को बर्खास्त कर दिया।

1945 में जब तय हो गया कि जर्मनी दूसरा विश्व युद्ध हारने जा रहा है, तो मुसोलिनी ने स्विट्जरलैंड भागने की कोशिश की। लेकिन उन्हें उनके कुछ साथियों और प्रेमिका क्लारेटा पेटाची के साथ पकड़ लिया गया। 28 अप्रैल 1945 को मुसोलिनी और उनकी प्रेमिका को गोली मार दी गई। गोली मारने के बाद उनके शव को उल्टा लटका दिया गया। मुसोलिनी के शासन से जनता इतनी तंग आ चुकी थी कि शव के साथ जितना बुरा बर्ताव हो सकता था, जनता ने उससे ज्यादा बुरा किया। मुसोलिनी और उसकी प्रेमिका के शव पर लोगों ने थूका, लात-घूसे मारे, उनके शव पर चढ़कर कूदे। पूरे दिन उनके शव मिलान में पड़े रहे। अगले दिन उन्हें किसी गुमनाम जगह दफनाया गया।

भारत की पहली महिला शिक्षक का जन्म हुआः 03 जनवरी 1831 को महाराष्ट्र के पुणे में एक दलित परिवार में सावित्रीबाई फुले का जन्म हुआ। उनके पिता का नाम खण्डोजी नेवसे और माता का नाम लक्ष्मीबाई था। 1840 में मात्र 9 साल की उम्र में सावित्रीबाई का विवाह 13 साल के ज्योतिराव फुले के साथ हुआ। सावित्रीबाई फुले और उनके पति ज्योतिराव फुले ने 1848 में मात्र 9 स्टूडेंट्स को लेकर एक स्कूल की शुरुआत की थी। ज्योतिराव ने अपनी पत्नी को घर पर ही पढ़ाया और एक शिक्षक बनाया। सावित्रीबाई फुले देश की पहली महिला शिक्षिका हैं और वही महिला थीं, जिन्होंने लड़कियों की पढ़ाई का जिम्मा उठाया था। 1897 में पुणे में प्लेग फैल गया। इसी महामारी से 10 मार्च 1897 को उनका निधन हो गया। आइए एक नजर डालते हैं देश और दुनिया में 03 जनवरी को घटित हुईँ महत्वपूर्ण घटनाओं पर…

1831: भारत की पहली शिक्षिका सावित्रीबाई फुले का जन्म।
1836 : मुंशी नवल किशोर का जन्म हुआ। उन्होंने पांच हजार से ज्यादा किताबें अलग-अलग भाषाओं में पब्लिश कीं।
1880 : ‘इलस्ट्रेटेड वीकली ऑफ इंडिया’ का पहला अंक बम्बई में प्रकाशित।
1894 : रवीन्द्र नाथ टैगोर ने शांति निकेतन में ‘पौष मेला’ का उद्घाटन किया।
1901 : शांति निकेतन में ब्रह्मचर्य आश्रम खुला
1911 : अमेरिका में डाक बचत बैंक का उद्घाटन हुआ।
1929 : महात्मा गांधी लॉर्ड इरविन से मिले।
1938 : अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट ने पोलियो की बीमारी का इलाज ढूंढ़ने के लिए एक फाउंडेशन की स्थापना की। रूजवेल्ड 1921 में इस बीमारी की चपेट में आए थे।
1943 : टेलीविजन पर पहली बार गुमशुदा लोगों के बारे में सूचना का प्रसारण किया गया.
1956 : फ्रांस में एफिल टॉवर के ऊपरी हिस्से में आग लगने से नुकसान।
1959 : अलास्का को अमेरिका का 49वां राज्य घोषित किया गया।
1968 : देश के पहले मौसम विज्ञान राकेट ‘मेनका’ का प्रक्षेपण।
1969: मशहूर फॉर्मूला वन कार रेसर माइकल शूमाकर का जन्म हुआ। शूमाकर ने रिकॉर्ड सात बार फॉर्मूला वन रेस जीती। बाद में लुइस हेमिल्टन ने उनके रिकॉर्ड की बराबरी की।
1974 : बर्मा (अब म्यांमार) में संविधान को अंगीकार किया गया।
1977: स्टीव जॉब्स और स्टीव वोज्नियाक ने एपल की स्थापना की। बाद में ये दुनिया की सबसे वैलुएबल कंपनियों में से एक बनी।
1980 : अफगानिस्तान के राष्ट्रपति बाबरक कर्माल ने सोवियत हमले को सही ठहराया।
1993: अमेरिका और रूस इस बात पर राजी हुए कि वे अपने-अपने परमाणु हथियारों के भंडार को आधा कर देंगे।
2001 : हिलेरी क्लिंटन ने न्यूयार्क के सीनेटर के तौर पर शपथ ग्रहण की। वह देश के इतिहास में पहली पूर्व प्रथम महिला हैं, जिन्होंने चुनावी विजय हासिल की।
2004 : मंगल के अन्वेषण के लिए निकला अंतरिक्ष यान रोवर स्पिरिट ग्रह के रासायनिक और भौतिक संयोजन के अध्ययन के लिए मंगल पर उतरा।
2004 : मिस्र की विमानन कंपनी फ्लैश एयरलाइंस के बोइंग 737 विमान 604 के दुर्घटनाग्रस्त होने से उसमें सवार सभी 148 लोग मारे गए।
2005 : USA ने तमिलनाडु में सुनामी पीड़ितों को साफ पानी मुहैया कराने के लिए 6.2 करोड़ रुपए की मदद का ऐलान किया।
2013 : इराक के मुसय्यिब क्षेत्र में एक आत्मघाती बम विस्फोट में शिया समुदाय के 27 लोगों की मौत हो गयी और 60 घायल हो गये।
2014 : अलकायदा के चरमपंथियों ने इराक के फालुजा में पुलिस मुख्यालय को नुकसान पहुंचाया और इलाके को अपने कब्जे में बताते हुए उसके एक स्वतंत्र क्षेत्र होने का एलान किया।
2015 : नाइजीरिया के पूवोत्तर शहर बागा में आतंकवादी संगठन बोको हराम का हमला, लगभग 2000 लोगों की मौत।
2020 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु में भारतीय विज्ञान कांग्रेस के 107वें सत्र का उद्घाटन किया। भारतीय विज्ञान कांग्रेस-2020 की थीम “ग्रामीण विकास के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी” थी।

General Desk

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