दिल्लीः तीन साल पहले आज ही के दिन यानी 31 दिसंबर 2019 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने माना था कि चीन के वुहान में ‘वायरल निमोनिया’ फैल रहा है। यही निमोनिया बाद में कोविड-19 के रूप में जाना गया, जिसने अगले तीन महीने के अंदर पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया। 30 जनवरी 2020 को भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया।
WHO ने 11 मार्च को कोरोना को महामारी घोषित किया। तब तक भारत में कुल 71 मामले सामने आए थे। जबकि, दुनियाभर में उस वक्त तक 1 लाख 48 हजार से ज्यादा मामले आ चुके थे। अकेले चीन में 80 हजार से ज्यादा कोरोना मरीज थे।
25 मार्च को भारत में लॉकडाउन लगा। तब तक भारत में 571 मामले आ चुके थे। 31 मई तक देश में लॉकडाउन लगा रहा। एक जून से अनलॉक की प्रॉसेस शुरू हुई तो देश में कोरोना के 1 लाख 90 हजार से ज्यादा केस हो चुके थे। हमारे देश में अब तक इसके 1 करोड़ 2 लाख से ज्यादा मामले आ चुके हैं। अभी 2 लाख 60 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं।
अगर दुनिया की बात करें तो 8 करोड़ 24 लाख से ज्यादा मामले आ चुके हैं। जिस चीन से कोरोना शुरू हुआ था, वहां अब तक कुल 87 हजार केस ही सामने आए हैं। संक्रमित देशों की लिस्ट में चीन 81वें नंबर पर पहुंच गया है।
हाईजैक प्लेन को छुड़ाने के लिए छोड़ने पड़े थे खूंखार आतंकवादीः 23 साल पहले आज ही के दिन यानी 31 दिसंबर 1999 को भारत ने मसूद अजहर, अहमद जरगर और शेख अहमद उमर सईद नाम के तीन आतंकियों को रिहा किया था। ये रिहाई आठ दिन पहले हाईजैक किए गए एयर इंडिया के प्लेन IC-814 को छुड़वाने के लिए करनी पड़ी थी। हाईजैक के समय इस प्लेन में 178 यात्री सवार थे।
24 दिसंबर 1999 की शाम नेपाल के काठमांडू से उड़ा प्लेन भारतीय सीमा में घुसते ही करीब पांच बजे हाईजैक हो गया। अमृतसर, लाहौर और दुबई होते हुए प्लेन अफगानिस्तान के कंधार में लैंड हुआ। इसके बाद शुरू हुई आतंकियों की सरकार से बातचीत।
शुरुआत में आतंकियों की मांग थी कि भारतीय जेलों में कैद 35 आतंकियों को छोड़ा जाए और 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर कैश दिए जाएं, लेकिन, भारत उनकी मांग को तीन कैदियों की रिहाई तक कम करने में कामयाब रहा। आइए एक नजर डालते हैं देश और दुनिया में 31 अक्टूबर को घटित हुईं महत्वपूर्ण घटनाओं पर…
1492: इटली के सिसली क्षेत्र से एक लाख यहूदियों को निकाला गया।
1600: ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की इंग्लिश रॉयल चार्टर के जरिए पूर्वी और दक्षिण पूर्व एशिया और भारत में कारोबार के लिए स्थापना हुई।
1695: इंग्लैंड में विंडो टैक्स लगाया गया। उस वक्त जिन लोगों के घर में 10 या उससे ज्यादा खिड़कियां होती थीं। उन्हें इसके लिए टैक्स देना होता था।
1781: अमेरिका में पहला बैंक ‘बैंक ऑफ नॉर्थ अमेरिका’ खुला।
1802: मराठा शासक पेशवा बाजीराव द्वितीय अंग्रेजों के संरक्षण में आये।
1879: वैज्ञानिक थॉमस अल्वा एडिसन ने दुनिया के सामने पहली बार लाइट बल्ब का प्रदर्शन किया।
1925: लेखक श्रीलाल शुक्ल का जन्म हुआ। वो उद्देश्यपूर्ण व्यंग्य लेखन के लिए विख्यात थे। राग दरबारी, अंगद का पांव, सूनी घाटी का सूरज उनकी अहम रचनाओं में से हैं।
1929: कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में पूर्ण स्वराज की घोषणा की गई।
1943 : हॉलीवुड अभिनेता बेन किंग्सले का जन्म। उनका असली नाम कृष्ण भानजी था। इंग्लैंड के यार्कशर में पैदा हुए बेन ने 1982 में फिल्म ‘गांधी’ में मुख्य भूमिका निभाई थी। इसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का अकेडमी पुरस्कार भी मिला था।
1944: अमेरिकी राज्य उताह के ओगडन में रेल दुर्घटना में 48 लोगों की मौत।
1944: द्वितीय विश्व युद्ध में हंगरी ने जर्मनी के खिलाफ युद्ध की घोषणा की।
1949: विश्व के 18 देशों ने इंडोनेशिया को मान्यता दी।
1956: मध्य प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री रविशंकर शुक्ल का निधन हुआ। उनके बेटे श्यामाचरण शुक्ल भी प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं।
1962: हालैंड ने दक्षिण पश्चिम प्रशांत महासागर में स्थित द्वीप न्यू गिनी को छोड़ा।
1964: इंडोनेशिया को संयुक्त राष्ट्र से निष्कासित किया गया।
1972 : बेसबॉल के महान खिलाड़ी रोबर्टो क्लेमेंट की एक विमान दुर्घटना में मौत। वह निकारागुआ के भूकंप पीड़ितों के लिए एकत्र राहत सामग्री लेकर जा रहे थे।
1983: ब्रुनेई को ब्रिटेन से आजादी मिली।
1984: कांग्रेस की भारी जीत के बाद राजीव गांधी ने दो महीने के भीतर दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली।
1999: इंडियन एयरलाइंस के विमान 814 का अपहरण कर अफगानिस्तान के कंधार हवाई अड्डे ले जाया गया। सात दिन के बाद 190 लोगों की सुरक्षित रिहाई के साथ यह बंधक संकट टला।
1999 : अमेरिका ने पनामा नहर का नियंत्रण आधिकारिक तौर पर पनामा के हवाले किया।
2001 : भारत ने पाकिस्तान को 20 वांछित अपराधियों की सूची सौंपी।
1999: रूस के पहले राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन ने इस्तीफा दिया। उनकी जगह व्लादिमीर पुतिन रूस के राष्ट्रपति बने। पुतिन उस वक्त प्रधानमंत्री थे।
2004: ताइवान के ताइपे में ताइपे-101 नाम की दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बनी। इसकी उंचाई 508 मीटर है। 2010 में दुबई की बुर्ज खलीफा ने इसका रिकॉर्ड तोड़ा। इसकी ऊंचाई 828 मीटर है।
2014: चीन के शंघाई शहर में नववर्ष की पूर्व संध्या पर भगदड़ में 36 लोगों की मौत, 49 लोग घायल।
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