दिल्ली डेस्कः केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि भारत की एक इंच जमीन पर कोई भी कब्जा नहीं कर सकता है। मुझे भारत-चीन सीमा की बिल्कुल भी चिंता नहीं है। हमारे आईटीबीपी (ITBP) यानी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के जवान सीमा पर गश्त लगा रहे हैं और हमें उन पर पूरा भरोसा है। उनके रहते किसी की मजाल नहीं है कि हमारी इंच जमीन का भी कोई अतिक्रमण कर पाए।

अमित शाह का यह बयान तवांग में झड़प के 20 दिन बाद आया है। उनके इस बयान को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस बयान का जवाब भी माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि चीन और पाकिस्तान डोकलाम और तवांग जैसे इलाकों में कुछ बड़ा प्लान कर रहा है।

गृहमंत्री शाह ने बेंगलुरु में ITBP के आवासीय और गैर-आवासीय परिसर के उद्घाटन समारोह में कहा कि ITBP देश के सबसे मुश्किल क्षेत्रों में काम करने वाला सुरक्षा बल है। हम कल्पना भी नहीं कर सकते हैं कि -42 डिग्री तापमान में सीमा की सुरक्षा करने के लिए कितना दृढ मनोबल लगता है।

उन्होंने कहा कि ITBP ने अपने स्थापना काल में विषम भौगोलिक परिस्थितियों और मुश्किल क्षेत्रों में भी बेहतर प्रदर्शन किया है। मैंने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का दौरा किया, वहां के लोग ITBP के जवानों को हिमवीर कहकर बुलाते हैं। यह उपलब्धि पद्मश्री और पद्मभूषण से भी बड़ी है, क्योंकि सैनिकों को यह उपनाम सरकार ने नहीं बल्कि देश की जनता को दिया है।

इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जब भी मैं सरकार पर हमला करता हूं, तो वे कहते हैं कि मैं सेना पर निशाना साध रहा हूं। सरकार को अपनी गलतियों को स्वीकार करना चाहिए और सेना के पीछे छिपने से बचना चाहिए। राहुल ने सरकार की विदेश नीति पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार की इवेंट आधारित विदेश नीति से देश को नुकसान होगा।

आपको बता दें कि अरुणाचल के तवांग में 9 दिसंबर को भारत और चीन के सैनिकों में झड़प हुई थी। 600 चीनी सैनिकों ने 17 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित भारतीय पोस्ट को हटाने के लिए घुसपैठ की कोशिश की थी। यह पोस्ट यांगत्से में है। भारतीय सैनिकों ने चीनियों को खदेड़ दिया। इस दौरान भारतीय सेना के 6 जवान घायल हो गए थे, जिन्हें इलाज के लिए गुवाहाटी के अस्पताल में भर्ती कराया गया। भारतीय सेना के अधिकारियों ने बताया कि हमने चीन की सेना को भी काफी नुकसान पहुंचाया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here