कराचीः इंग्लैंड ने मंगलवार को कराची में खेले गए तीसरे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच में पाकिस्तान को आठ विकेट से पराजित कर दिया। इसके साथ ही ब्रिटिश टीम ने तीन मैचों की श्रृंखला में 3-0 से क्लीन स्वीप किया।
इंग्लैंड ने सुबह जब अपनी पारी शुरू की, तो उसे जीत के लिए केवल 55 रन की दरकार थी। उसने 38 मिनट में ही अपना स्कोर दो विकेट पर 170 रन पर पहुंचा कर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। बेन स्टोक्स के नेतृत्व में तीसरा टेस्ट जीतने के साथ ही ब्रिटिश टीम ने इतिहास रच दिया। टेस्ट इतिहास में पहली बार अंग्रेजों ने पाकिस्तान का उनके घर में सूपड़ा साफ किया है।
इंग्लैंड ने चौथे दिन जीत के लिए जरूरी 55 रन को बिना विकेट गंवाए पहले सत्र में ही हासिल कर लिया। तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक नाबाद रहने वाले बेन डकैट (50) और कप्तान बेन स्टोक्स (10) ने इंग्लैंड की पारी को 2 विकेट पर 112 रन से आगे ले जाते हुए दूसरी पारी में मिले 167 रन के टारगेट को हासिल कर लिया। दोनों के बीच 73 रन की साझेदारी हुई। इंग्लैंड ने 2 विकेट के नुकसान पर 170 रन बना लिए। कप्तान बेन स्टोक्स 35 और बेन डकैट 82 रनों पर नाबाद रहे। पाकिस्तान की ओर से अबरार अहमद ने आखिरी पारी में दो विकेट लिए। शेष गेंदबाज खाली हाथ रहे।
इस सीरीज में हैरी ब्रूक प्लेयर ऑफ द सीरीज और मैन ऑफ द मैच रहे थे। उन्होंने कराची में खेले गए आखिरी मैच में पहली पारी में 111 रन की पारी खेली। तीन मैचों की सीरीज के 5 पारियों में लगभग 94 की औसत से 468 रन बनाए। वहीं उन्होंने रावलपिंडी में खेले गए पहले टेस्ट में पहली पारी में 153 और दूसरी पारी में 87 रन बनाए। वहीं मुल्तान में खेले गए दूसरे टेस्ट में उन्होंने पहली पारी में 9 और दूसरी पारी में 108 रन बनाए।
आपको बता दें कि इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच टेस्ट सीरीज की शुरुआत 1954 में हुई। पहली बार पाकिस्तान की टीम इंग्लैंड में 4 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने गई। यह सीरीज 1-1 से ड्रॉ रहा। उसके बाद इंग्लैंड की टीम ने 1961-62 में पहली बार पाकिस्तान दौरा किया था। तब इंग्लैंड ने तीन मैचों की सीरीज 1-0 से जीती थी।
बाबर आजम की कप्तानी पर खतराः बाबर आजम की कप्तानी में पहली बार पाकिस्तान को अपनी सरजमीं पर लगातार 4 टेस्ट मैचों में हार मिली है तथा क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा है। इंग्लैंड ने जहां 3 टेस्ट मैचों में जीत हासिल की वहीं इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने खेले टेस्ट सीरीज की आखिरी टेस्ट में पाकिस्तान को हराया था। पाकिस्तान की टीम घर में 1955 से टेस्ट क्रिकेट खेल रही है। इस दौरान बाबर आजम सहित 26 खिलाड़ी बतौर कप्तान उतर चुके हैं, लेकिन किसी भी कप्तान के खिलाफ 2 या उससे अधिक मैच की टेस्ट सीरीज में व्हाइट वॉश नहीं हुआ था। इस तरह बाबर ने पिछले 25 कप्तानों के व्हाइट वॉश नहीं होने के रिकॉर्ड को बरकरार नहीं रख सके और 67 साल का खराब रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज करवा लिया है।
बाबर आजम की कप्तानी में पाकिस्तान को लगातार बड़े टूर्नामेंट और सीरीज में मिल रही हार की वजह से उनके कप्तानी को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। उनकी कप्तानी जाने का खतरा मंडरा है। घर में पहली बार सीरीज में क्लीन स्वीप हार के अलावा उनकी टीम को टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। वहीं एशिया कप में भी पाकिस्तान को फाइनल में श्रीलंका से हार का सामना करना पड़ा था।
तीसरे टेस्ट की दूसरी पारी में पाकिस्तान ने 21/0 से खेलना शुरू किया। बाबर आजम (54) और सऊद शकील (53) ने अर्धशतक जमाए। दोनों के बीच 110 रन की पार्टनरशिप हुई। 54 रनों की पारी के साथ बाबर के साल एक हजार टेस्ट रन पूरे हो गए। बाबर ने पहली पारी में 123 गेंदों पर 78 रन बनाए।
दूसरी पारी में इंग्लैंड की ओर से रेहान अहमद को पांच, जैक लीच को तीन विकेट मिले। मार्क वुड और जो रुट को एक-एक सफलताएं मिलीं।
वहीं, इंग्लैंड की ओर से डेब्यू कर रहे स्पिनर रेहान अहमद टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 5 विकेट लेने वाले सबसे युवा डेब्यूटांट बन गए है। उन्होंने पाकिस्तान की दूसरी पारी में 5 प्लेयर्स को आउट किया।
दो दिन पहले हैरी ब्रूक ने शतक जड़कर अपने ही देश के बल्लेबाज डेविड गॉवर का रिकॉर्ड तोड़ा। वे पाकिस्तान में टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले इंग्लिश बल्लेबाज बन गए है। डेविड गॉवर ने 1983-84 पाकिस्तान के खिलाफ उनकी धरती पर 449 रन बनाए थे।