स्पोर्ट्स- जिसे शिद्दत से चाहो और उसे पाने का इंतजार बरसों का हो…. अगर वह  आपको मिल जाए, तो इंसान भावुक हो ही जाता है। ऐसा ही हुआ अर्जेंटीना की फुटबॉल टीम के कप्तान एवं दुनिया सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक लियोनेल मेसी के साथ। पूरी दुनिया को उम्मीद थी कि वर्ल्ड कप जीतते ही ये अर्जेंटीना का यह स्टार खिलाड़ी इमोशनल हो जाएगा, लेकिन ऐसा नही हुआ। जहां उनके टीममेट मैच के दौरान ही गोल मारने के बाद आंसू बहाने लगे थे, इसके उलट मेसी फ्रांस को हराने के बाद भावनाओं के बजाय बेहद खुशी में थे। लुसैल स्टेडियम में 3-3 की बराबरी और फिर पेनल्टी शूटआउट से आश्चर्यजनक जीत के बाद जब गोंजालो मोंटील की पेनल्टी ने मैच का फैसला किया तो घुटनों के बल गिरकर पेरिस सेंट-जर्मेन फॉरवर्ड मुस्कुराता रहा।

मैदान के बाद असल जश्न तो मना लॉकर रूम में। पूरी अर्जेंटीनी टीम जोश में थी। खिलाड़ी भयंकर उत्साहित थे। नाच-गाना चल रहा था। सीटियां बज रहीं थीं। ड्रेसिंग रुम की ये मस्ती इंस्टाग्राम पर लाइव थी। तभी हाथ में चमचमाती ट्रॉफी लेकर मेसी टेबल पर चढ़ गए और बच्चे की तरह उछल-कूदकर अपनी खुशी का इजहार लगने लगए।

वहीं, इस जीत के बाद पूरा अर्जेंटीना जश्न में डूब गया। राजधानी ब्यूनस आयर्स में 36 साल के इंतजार का जश्न साफतौर पर महसूस किया जा सकता है। सड़कों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा है। देश भर में त्योहार मन रहा है। अर्जेंटीना ने बड़े और छोटे शहरों और कस्बों में चौक-चौराहों और स्मारकों पर जश्न का माहौल है। मेसी के घर रोसारियो में तो मस्त माहौल है। यहां से परेड की तस्वीरें आ रहीं हैं। ब्यूनस आयर्स में तो शहर की मेन सड़क को ही ब्लॉक कर दिया गया। 70 वर्षीय एल्सा डियाज ने कहा, ‘यह हमारी तीर्थयात्रा है।’ अर्जेंटीना के झंडे में लिपटी हुई एक महिला ने 1978 में अर्जेंटीना को पहला वर्ल्ड कप जीतते देखा था, अब अपनी 32 साल की बेटी के साथ तीसरे वर्ल्ड कप की खुशी मना रही है।

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