दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को पूर्वोत्तर के दौरे पर पहुंचे। अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारत-चीन के सैनिकों की झड़प के बाद पीएम मोदी पहली बार मेघालय पहुंचे। वे रविवार को शिलांग में नॉर्थ ईस्टर्न काउंसिल (NEC) के 50 साल पूरे होने पर गोल्डन जुबली कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी मेघालय की ट्रेडिशनल ड्रेस पहनकर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर हमला बोला और कहा कि विकास में रुकावट बनी ताकतों को हमने रेड कार्ड दिखाया है।

पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “फुटबॉल में अगर कोई खिलाड़ी खेल भावना से नहीं खेलता, तो उसे रेड कार्ड दिखाकर बाहर कर दिया जाता है। ऐसे ही पिछले 8 साल में हमने नॉर्थ-ईस्ट के विकास में रुकावट बनी ताकतों को रेड कार्ड दिखाया है। हम भ्रष्टाचार, पक्षपात, भाई-भतीजावाद, हिंसा, नए प्रोजेक्ट को ठप करने और वोट बैंक की राजनीति को दूर करने के लिए ईमानदारी से कोशिश कर रहे हैं। लेकिन आप जानते हैं कि इन बीमारियों की जड़ें काफी गहरी होती हैं। इसलिए मिलकर इन्हें जड़ से उखाड़ना होगा।“

उन्होंने कहा कि हम कतर फीफा वर्ल्ड कप में आज के खेल को देख रहे हैं और मैदान पर विदेशी टीमों को देख रहे हैं, लेकिन मुझे देश के युवाओं पर भरोसा है। इसलिए मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि वह दिन दूर नहीं, जब हम भारत में भी इसी तरह का त्योहार मनाएंगे और तिरंगे का जयकारा लगाएंगे। उन्होंने कहा कि खेलों को लेकर केंद्र सरकार आज एक नई अप्रोच के साथ आगे बढ़ रही है। इसका लाभ नॉर्थ ईस्ट के युवाओं को हुआ है। देश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी नॉर्थ ईस्ट में है।

पीएम मोदी ने कहा, “हमने केंद्र सरकार की प्राथमिकताएं बदलीं, उसका सकारात्मक असर पूरे देश में दिख रहा है। इस साल केंद्र सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर पर 7 लाख करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। 8 साल पहले, यह 2 लाख करोड़ रुपए से भी कम था। आजादी के 7 दशक बाद, हम केवल 2 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचे। कनेक्टिविटी का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा-डिजिटल कनेक्टिविटी से सिर्फ बातचीत, संवाद ही बेहतर नहीं होता। बल्कि इससे टूरिज्म से लेकर टेक्नॉलॉजी तक, शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक, हर क्षेत्र में सुविधाएं बढ़ती हैं, अवसर बढ़ते हैं।“

उन्होंने कहा कि पहले पूरा पूर्वोत्तर शटडाउन, हड़ताल, बम विस्फोट और गोलीबारी के लिए जाना जाता था। विभिन्न संगठनों के उग्रवादियों ने पूर्वोत्तर के लोगों को प्रभावित किया, स्थानीय पर्यटन और उद्योग भी नहीं बढ़ रहे थे। 8 वर्षों के भीतर उग्रवाद की घटनाओं में 74% की गिरावट देखी गई है। सुरक्षाकर्मियों पर हमलों की घटनाओं में 60% की कमी आई है। जहां तक ​​नागरिक मौतों का संबंध है, यह 89% कम हो गई है और लगभग 8,000 युवाओं ने आत्मसमर्पण किया है। यह पीएम नरेंद्र मोदी की एक बड़ी उपलब्धि है।

केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा, “आज, असम का 60% AFSPA मुक्त है। मणिपुर के 6 जिलों के 15 पुलिस थानों की सीमा अब AFSPA मुक्त है। अरुणाचल प्रदेश में, केवल एक जिला AFSPA में शामिल है। नागालैंड में, इसे 7 जिलों से हटा लिया गया है और त्रिपुरा और मेघालय में, AFSPA पूरी तरह से हटा लिया गया है।

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर विकास के पथ पर आगे बढ़ा है। पूर्वोत्तर में शांति छाई हुई है। इससे पहले, AFSPA को निरस्त करने के लिए बहुत सारी मांगें की गई थीं। अब, किसी को मांग करने की आवश्यकता नहीं है, दो कदम आगे रहकर सरकार AFSPA को निरस्त करने की पहल कर रही है।

वहीं इस समारोह को संबोधित करते हुए मेघालय के मुख्यमंत्री  कोनराड संगमा ने कहा कि पहले हमारे राज्य के लिए सिर्फ 500 करोड़ रुपए आवंटित होते थे, आज हमारे राज्य के लिए 1500 करोड़ आवंटित होते हैं। इसका लाभ हर गांव में मिल रहा है। मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में नॉर्थ ईस्ट एक दिन बदलेगा।

इस कार्यक्रम को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शान ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमने प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में NEC की बैठक संपन्न की है। प्रधानमंत्री मोदी ने न केवल NEC के कार्यों की सराहना की है, बल्कि क्षेत्र के विकास का रोड मैप भी तैयार किया है। अब हर 15 दिन में एक मंत्री नॉर्थ ईस्ट का दौरा करता है और नरेंद्र मोदी जी ने PM बनने के बाद 50 से ज्यादा बार इस क्षेत्र का दौरा किया है।

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