Old compass on vintage map with rope closeup. Retro stale

दिल्लीः अमेरिका के पश्चिमी वर्जीनिया के हटिंगटन शहर के एक बिशप ने अपने बच्चों को एक खिलौना लाकर दिया। खिलौना फ्रांस के एयरोनॉटिक साइंटिस्ट अल्फोंसे पेनाउड के आविष्कार पर आधारित एक मॉडल था। ये कागज, रबर और बांस का बना हुआ था। ये वह घटना थी, जिससे दो भाइयों की कल्पना को उड़ान मिली।

17 दिसंबर 1903 को इन दोनों भाइयों की कल्पना यथार्थ में जमीन से 120 फीट ऊपर 12 सेकंड की उड़ान भरने में कामयाब हुई। ये दो भाई थे विल्बर और ओरविल राइट, जिन्होंने पहली बार किसी विमान को उड़ाया था। इस विमान का नाम दोनों भाइयों के नाम पर राइट फ्लायर रखा गया।

राइट ब्रदर्स की इस सफलता के पीछे असफलता की कई कहानियां थीं। राइट ब्रदर्स की हवाई जहाज बनाने की कई कोशिशें नाकाम हुईं। लेकिन, उन्होंने कभी हार नहीं मानी। दोनों भाइयों में मशीनी तकनीक की अच्छी जानकारी थी। इससे पहले वह प्रिटिंग प्रेस, मोटरों की दुकानों और अन्य जगहों पर काम कर चुके थे। उन्होंने साइकिल के पुर्जे जोड़कर हवाई जहाज का आविष्कार किया। फ्रांस की एक कंपनी ने दावा किया था कि उन्होंने इसका आविष्कार पहले ही कर लिया था। लेकिन, साल 1908 में राइट ब्रदर्स को इसकी मान्यता मिली।

लाला लाजपत राय की मौत का बदला भगत सिंह, राजगुरु ने लियाः 30 अक्टूबर 1928 को साइमन कमीशन भारत आया था। पूरे देश में इस कमीशन के विरोध ने जोर पकड़ा। साइमन कमीशन वापस जाओ के नारे लग रहे थे। इसकी अगुवाई कर रहे थे लाला लाजपत राय। इस दौरान एक घटना घटी। लाला लाजपत राय के साथ विरोध कर रहे युवाओं को बेरहमी से पीटा गया।

पुलिस ने लाला लाजपत राय पर बेरहमी से लाठियां बरसाईं। उन्हें गंभीर चोट आईं, और 17 नवंबर 1928 को उनकी मौत हो गई। लाठीचार्ज का आदेश सुप्रीटेंडेट जेम्स ए स्कॉट ने दिया था। लालाजी की मौत के बाद पूरे देश में आक्रोश था। भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुखदेव और दूसरे क्रांतिकारियों ने मौत का बदला लेने की प्रतिज्ञा की।

लालाजी की मौत के एक महीने बाद यानी 17 दिसंबर 1928 का दिन स्कॉट की हत्या के लिए तय किया गया। क्रांतिकारियों के निशाने में चूक की वजह से गोली स्कॉट की जगह असिस्टेंट सुप्रीटेंडेंट ऑफ पुलिस जॉन पी सांडर्स को जा लगी। सांडर्स लाहौर के पुलिस हेडक्वार्टर से निकल रहे थे। तभी भगतसिंह और राजगुरु ने गोली चलाई थी।

पहली गोली राजगुरु और दूसरी गोली भगत सिंह ने चलाई थी। सांडर्स की हत्या से बौखलाई अंग्रेजी हुकूमत ने इस घटना का दोषी भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को माना और 7 अक्टूबर 1930 को फांसी देने का फैसला सुनाया। आइए एक नजर डालते हैं देश और दुनिया में 17 दिसंबर को घटित हुईं महत्वपूर्ण घटनाओं पर…

1398: मंगोल सम्राट तैमूरलंग ने दिल्ली पर कब्जा किया।
1556: बादशाह अकबर के दरबार के प्रसिद्ध कवि रहीम का जन्म हुआ।
1645: मुगल सम्राट जहांगीर की पत्नी नूरजहां बेगम का निधन हुआ।
1715: सिखों के प्रमुख बंदा बहादुर बैरागी ने गुरुदासपुर में मुगलों के सामने हथियार डाले।
1777: फ्रांस ने अमेरिकी स्वतंत्रता को मान्यता दी।
1803: ईस्ट इंडिया कंपनी ने उड़ीसा पर कब्जा किया।
1902: इटली के प्रसिद्ध आविष्कारक मार्कोनी ने पहला रेडियो स्टेशन बनाया।
1903 : राइट बंधुओं ने राइट फ्लायर नामक विमान पहली बार उड़ाया।
1907: उग्येन वांग्चुक भूटान के पहले राजा बने।
1914 : पोलैंड के लिमानोव में ऑस्ट्रिया की सेना ने रूसी सेना को पराजित किया।
1914 : तुर्की के अधिकारियों ने यहूदियों को तेल अवीव से बाहर खदेड़ दिया।
1925 : तत्कालीन सोवियत संघ और तुर्की ने एक दूसरे पर हमला न करने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किये।
1927: ऑस्ट्रेलिया के सर डॉन ब्रैडमैन ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट के पहले मैच में शतक बनाया।
1928 : भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव ने ब्रिटिश पुलिस अधिकारी जॉन सांडर्स को गोली मारी।
1933: क्रिकेटर लाला अमरनाथ ने डेब्यू टेस्ट मैच की दूसरी पारी में शतक बनाया।
1938 : जर्मन रसायनशास्त्री ओटो हान ने यूरेनियम के नाभिकीय विखंडन की खोज की।
1940: महात्मा गांधी ने 1940 में सत्याग्रह आंदोलन स्थगित किया।
1972: फिल्म अभिनेता जॉन अब्राहम का जन्मदिन।
1998 – अमेरिकी और ब्रिटिश बमवर्षकों विमानों ने ‘आपरेशन डेजर्ट फ़ॉक्स’ के तहत इराक पर भारी बमबारी की।
2002 : तुर्की ने कश्मीर मुद्दे पर भारत का समर्थन किया।
2005 : भूटान के राजा जिग सिगमे वांचुक को सत्ता से हटाया गया।
2009 : लेबनान के समुद्री तट पर कार्गो जहाज एमवी डैनी एफ टू के डूबने से 40 लोगों तथा 28,000 से अधिक पशुओं की मौत।
2014 : अमेरिका और क्यूबा ने 55 साल के बाद दोबारा कूटनीतिक संबंधों को बहाल किया।

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