दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की टिप्पणी पर बवाल मचा है। विदेश मंत्रालय ने बिलावल भुट्टो के बयान कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इस बयान को असभ्य करार दिया है। भारत ने कहा कि यह बयान काफी निम्न स्तर का है। वहीं, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बिलावल को अपने देश से आतंकवाद के सफाए पर ध्यान देने की नसीहत दी है। उधर, बीजेपी भी देशभर में बिलावल भुट्टों के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। इस बीच बीजेपी इस मुद्दे पर कांग्रेस की चुप्पी को लेकर भी हमलावर हो गई है। बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने शनिवार को राहुल गांधी समेत कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को आड़े हाथों लिया। उन्होंने राहुल गांधी को ‘जयचंद’ तक कह डाला। वहीं, बीजेपी के कुछ नेता मोदी का एक पुराना बयान भी शेयर कर रहे हैं, जिसमें वे पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर हमला बोल कर रहे हैं।
पीएम मोदी का यह सितंबर 2013 की है। पीएम मोदी उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री थे। आपको बता दें कि पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवजा शरीफ ने सितंबर 2013 में एक इंटरव्यू के दौरान भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ‘देहाती औरत’ कहा था। इसके बाद मोदी ने इस टिप्पणी को लेकर दिल्ली के जापानी पार्क में हुई विकास रैली के दौरान शरीफ को खूब खरी-खोटी सुनाई थी। साथ ही शरीफ के सामने बैठे भारतीय पत्रकारों को भी लताड़ा था।
29 सितंबर, 2013 को नरेंद्र मोदी ने रैली की। उस रैली में मोदी ने एक वक्त शरीफ के उस इंटरव्यू का जिक्र किया। मोदी ने तब कहा था, “कल पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने हिंदुस्तान और पाकिस्तान के कुछ पत्रकारों को नाश्ते पर बुलाया था। इस दौरान नवाज शरीफ ने कहा कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री देहाती औरत जैसे हैं… भाइयों और बहनों, हिंदुस्तान में मेरे प्रधानमंत्री से हम लड़ेंगे। नीतियों के लिए झगड़ा करेंगे लेकिन 125 करोड़ के देश के प्रधानमंत्री हैं। नवाज शरीफ! ये आपकी कौन सी औकात है? आप मेरे देश के प्रधानमंत्री को देहाती औरत कहके संबोधन करते हो…।’
उन्होंने भारतीय पत्रकारों को भी लताड़ लगाते हुए कहा था कि मैं उन पत्रकारों से पूछना चाहता हूं, मुझे नहीं पता वे कौन थे लेकिन मेरे देश के पत्रकार ही थे जो नवाज शरीफ के साथ बैठकर मिठाई खा रहे थे। मुझे और देश को उन भारतीय पत्रकारों से उम्मीद थी कि जब शरीफ हमारे प्रधानमंत्री को ‘देहाती औरत’ कहकर उनका अपमान कर रहे थे, तब वह मिठाई ठुकरा देते और बाहर आ जाते।
मोदी के बयान को ब्रॉडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन (BEA) ने ‘आपत्तिजनक’ बताया था। BEA ने कहा था कि ‘ऐसे बयान का उद्देश्य भारतीय मीडिया को नीचा दिखाना है।’