दिल्लीः आज विजय दिवस है यानी पाकिस्तान पर भारत की विजय का दिन है। बांग्लादेश (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान) के ढाका के मैदान पर 7 मार्च 1971 को शेख मुजीबुर्रहमान पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। वे नया देश बनाने की मांग पर अड़े थे, लेकिन जब वे ऐसा कर रहे थे, तब शायद उन्हें भी नहीं पता होगा कि ठीक 9 महीने और 9 दिन बाद उनकी मांग पूरी हो जाएगी और बांग्लादेश एक आजाद देश बनेगा। 1947 को जब पाकिस्तान बना, तब से ही पूर्वी पाकिस्तान के लोगों को शिकायत थी कि उनके साथ वहां न्याय नहीं हो रहा।
25 मार्च 1971 को पाकिस्तान के तब के सैनिक तानाशाह जनरल याहिया खान ने पूर्वी पाकिस्तान की भावनाओं को सैन्य शक्ति से कुचलने का आदेश दे दिया। पूर्वी पाकिस्तान में बढ़ती इस हलचल के बाद भारत पर भी दबाव बढ़ा। नवंबर आते-आते बांग्लादेश को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया और आखिर वह दिन आ ही गया, जिसका सबको डर भी था और पता भी था।
3 दिसंबर 1971 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी कलकत्ता में एक जनसभा कर रही थीं। तभी ठीक 5 बजकर 40 मिनट पर पाकिस्तानी वायुसेना के सैबर जेट्स और लड़ाकू विमानों ने भारतीय वायु सीमा पार कर पठानकोट, श्रीनगर, अमृतसर, जोधपुर और आगरा के मिलिट्री बेस पर बम गिराने शुरू कर दिए। उसी समय भारतीय सेना ने भी जवाबी हमला किया।
14 दिसंबर को भारतीय सेना ने एक गुप्त संदेश को पकड़ा कि दोपहर 11 बजे ढाका के गवर्नमेंट हाउस में एक मीटिंग होने वाली है। भारतीय सेना ने तय किया कि मीटिंग के वक्त ही गवर्नमेंट हाउस पर बम बरसाए जाएंगे। वायुसेना के मिग-21 विमानों ने बिल्डिंग की छत उड़ा दी। उस मीटिंग में तब के पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) के सेना प्रमुख जनरल नियाजी भी मौजूद थे।
16 दिसंबर की शाम करीब 5 बजे जनरल नियाजी ने 93 हजार पाकिस्तानी सैनिकों के साथ भारतीय सेना के सामने सरेंडर कर दिया। उन्होंने अपने बिल्ले उतार दिए और रिवॉल्वर भी रख दी। उसी समय जनरल सैम मानिक्शॉ ने इंदिरा गांधी को फोन कर बांग्लादेश पर जीत की खबर बताई। इसके बाद इंदिरा गांधी ने ऐलान किया- “ढाका अब एक आजाद देश की आजाद राजधानी है।’
सिर्फ 13 दिन में ही भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सेना को घुटनों पर ला दिया था। बांग्लादेश पर भारत की जीत के बाद ही 16 दिसंबर को हर साल विजय दिवस मनाया जाता है।
दिल्ली में निर्भया के साथ गैंगरेपः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पैरामेडिकल छात्रा से 16 दिसंबर, 2012 की रात 6 लोगों ने चलती बस में दरिंदगी की थी। गंभीर जख्मों की वजह से 29 दिसंबर को सिंगापुर में इलाज के दौरान निर्भया की मौत हो गई थी। घटना के 9 महीने बाद यानी सितंबर 2013 में निचली अदालत ने 5 दोषियों राम सिंह, पवन, अक्षय, विनय और मुकेश को फांसी की सजा सुनाई थी। ट्रायल के दौरान मुख्य आरोपी राम सिंह ने तिहाड़ जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। एक अन्य नाबालिग आरोपी होने की वजह से 3 साल में सुधार गृह से छूट गया। बाकी बचे 4 आरोपी पवन, अक्षय, विनय और मुकेश को 20 मार्च 2020 को दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी दी गई। आइए एक नजर डालते हैं देश और दुनिया में 16 दिसंबर को घटित हुईं महत्वपूर्ण घटनाओं पर…
1631: इटली के माउंट विसुवियस में ज्वालामुखी विस्फोट से छह गांव तबाह, चार हजार से अधिक लोग मारे गये।
1707 : जापान के माउंट फुजी पर्वत में अंतिम बार ज्वालामुखी विस्फोट हुआ।
1733 : अमेरिका में ब्रिटिशर्स के विरुद्ध संग्राम शुरू हुआ, जिसे बोस्टन टी-पार्टी कहा जाता है।
1862 : नेपाल में संविधान लागू हुआ।
1889 : ब्रिटिश संसद की अधिकार घोषणा को राजा विलियम और रानी मेरी ने स्वीकृत कर शासन में जनता के अधिकार को मान्यता दी।
1920 : चीन के कांसू प्रांत आए भूकंप के कारण से एक लाख से अधिक लोगों की मौत।
1927: आस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज सर डाॅन ब्रैडमैन ने न्यूसाउथ वेल्स और दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच से अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट की शुरुआत की।
1920 : कलकत्ता (अब कोलकाता) विद्युत आपूर्ति निगम ने हुगली नदी में नहर की खुदाई आरंभ की।
1937 : भारत के सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाजों में से एक हवा सिंह का जन्म।
1945: दो बार जापान के प्रधानमंत्री रहे फूमिमारो कनोए ने युद्ध अपराधों का सामना करने की बजाए आत्महत्या कर ली।
1951 : हैदराबाद में सालार जंग संग्रहालय की स्थापना की गयी।
1958 : कोलंबिया की राजधानी बोगोटा में एक गोदाम में लगी भीषण आग में 82 लोगों की मौत।
1959 : पश्चिमी पाकिस्तान के लोवाराय दर्रे में भारी हिमपात से 48 लोगों की मौत।
1960 : अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में दो विमानों के टकराने से 136 लोगों की मौत।
1971 : भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम पर सहमति के बाद बांग्लादेश पाकिस्तान से पृथक होकर स्वतंत्र राष्ट्र बना।
1985 : तमिलनाडु के कलपक्कम में पहले फास्ट ब्रीडर टेस्ट रिएक्टर (एफबीटीआर) की स्थापना की गयी।
1985: कलपक्कम में देश के पहले फास्ट ब्रीडर परमाणु रिएक्टर ने काम करना शुरू किया।
1991 : कजाखस्तान ने सोवियत संघ से स्वतंत्रता की घोषणा की।
1993 : नयी दिल्ली में ‘सभी के लिए शिक्षा’ सम्मेलन प्रारम्भ।
1094 : पलाऊ संयुक्त राष्ट्र का 185वां सदस्य बना।
1999 : गोलन पहाड़ी के मुद्दे पर सीरिया-इजरायल वार्ता विफल।
2002 : बंगलादेश ने 31वाँ विजय दिवस मनाया।
2004 : दूरदर्शन की फ्री टु एयर डीटीएच सेवा ‘डीडी डायरेक्ट +’ का शुभारंभ।
2006 : नेपाल में अंतरिक्ष संविधान को अंतिम रूप दिया गया। इसके तहत राजा ज्ञानेन्द्र को देश के प्रमुख के पद से हटा दिया गया।
2009: फिल्म निर्माण को एक नए मुकाम पर ले जाते हुए जेम्स कैमरन ने विज्ञान पर आधारित फिल्म ‘अवतार’ का निर्माण किया। दुनियाभर में इस फिल्म ने 2.7 अरब डॉलर की कमाई की।
2014 : पाकिस्तान में पेशावर के एक स्कूल में तहरीक -ए- तालिबान के हमले में 145 लोगों की मौत हुई जिनमें ज्यादातर स्कूली बच्चे थे।