पटनाः बिहार विधानसभा में जहरीली शराब के मुद्दे पर बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। बीजेपी ने छपरा में जहरीली शराब पीने से हुई 18 लोगों की मौत के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया सदन के अंदर तथा बाहर नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। आपको बता दें कि छपरा में जहरीली शराब पीने से 18 लोगों की मौत हो गई है और कई लोगों का इलाज चल रहा है।
सदम में विपक्ष के हंगामे से नीतीश कुमार ने अपना आपा खो दिया और गुस्से में उन्होंने बीजेपी विधायकों की तरफ इशारा किया और कहा कि क्या हो गया, ए, चुप हो जाओ। मुख्यमंत्री के इस व्यवहार को लेकर बीजेपी विधायकों में काफी नाराजगी है। बीजेपी विधायकों ने कहा है कि को नीतीश कुमार को माफी मांगनी चाहिए। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही कुछ 15 मिनट के लिए स्थगित हो गई।
हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही एक बार फिर से शुरू हुई है। बीजेपी विधायक नीतीश की माफी की मांग पर अड़े हैं। वेल में आकर बीजेपी विधायक हंगामा कर रहे हैं। ताली बजाते हुए मुख्यमंत्री माफी मांगों, नीतीश कुमार होश में आओ के नारे लगा रहे हैं। सदन में हंगामा लगातार जारी है। विधायकों को बीजेपी विधायक बोलने नहीं दे रहे।
उधर, इस मुद्दे पर मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार का अजीब बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के जमाने में भी कानून बनते थे, तब भी कानून टूटता था। अंग्रेजों ने भी कानून बनाया, लेकिन इसके बाद भी रेप और हत्या हो रही है ना। शराबबंदी भी वैसे ही है। शराब बिक रही है तो पुलिस भी कार्रवाई कर रही है। शराब से मौत तो दूसरे राज्यों में भी हो रही है।
बिहार के बेगूसराय से सांसद एवं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बोले राज्य में शराब से रोज मौतें हो रही हैं, लेकिन नीतीश कुमार अपनी जिद पर अड़े हैं। बिहार में शराब भगवान की तरह हो गई। जैसे भगवान दिखते नहीं लेकिन सब जगह है। वैसे ही बिहार में शराबबंदी है, लेकिन शराब सब जगह मिलती है। नीतीश कुमार की नाक के नीचे ही बिहार में शराब बिक रही है। नीतीश को लगता है कि इसमें BJP का हाथ है तो कार्रवाई करें। कौन मना कर रहा है।
कुढ़नी से बीजेपी के नवनिर्वाचित विधायक केदार प्रसाद गुप्ता ने शपथ ली। शपथ लेने के बाद आज उन्होंने कहा कि उपचुनाव में जनता ने महागठबंधन को संदेश दे दिया है और अगर ये लोग बूथ कैप्चर नहीं करते तो 20000 वोट से हार जाते। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का इकबाल बिहार में खत्म हो चुका है। सरकार शराबबंदी कानून पर चर्चा कराने से भाग रही है।
वहीं बीजेपी के विधान परिषद सदस्य सम्राट चौधरी ने नीतीश पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार 1000 वोट वाले हैं, वो क्या बताएंगे कि मुख्यमंत्री कौन होगा। बिहार की जनता ने तय कर दिया है कि बिहार नीतीश मुक्त रहेगा।
उन्होंने आगे कहा कि तीसरे नंबर की पार्टी तय करेगी क्या मुख्यमंत्री कौन रहेगा। कुढ़नी हार चुके हैं बिहार भी हाथ से चला जएगा। नीतीश को विधानसभा को भंग करनी चाहिए। अभी फैसला हो जाएगा। उन्होंने शराब से मौत को लेकर नीतीश कुमार पर केस दर्ज कर जेल में डालने की बात भी की।
वहीं आरजेडी के विधायक एवं पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने जहरीली शराब मामले को लेकर नीतीश सरकार को ही घेरा है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कागजों में ही है, हकीकत कुछ और है। उन्होंने कहा कि ‘सत्ता के लोग पार्टी फंडिंग और अपने लाभ के लिए शराबबंदी फेल करा रहे। बिहार में शराबबंदी जैसी कोई चीज नहीं हैं, सब जगह मिल रही शराब’। शराबबंदी पर सुधाकर सिंह ने कहा शराब के अलावा कोई भी खाने पीने के चीजों पर प्रतिबंध लगाना मानसिक दिवालियापन है।
आज की कार्यवाही में विधानसभा के पटल पर पथ निर्माण विभाग के प्रभारी मंत्री द्वारा कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 395 के तहत बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के वित्तीय वर्ष 2018-19 का वार्षिक प्रतिवेदन रखा जाएगा। दूसरे दिन ब्रेक के बाद वित्त विभाग के प्रभारी मंत्री विजय कुमार चौधरी द्वारा भारत के संविधान के अनुच्छेद 2005 के अनुसार वित्तीय वर्ष 1989-90 के अधिकाई व विवरण का उपस्थापन होगा।
विधानसभा में बिहार विशेष न्यायालय (संशोधन) विधेयक 2022, बिहार लोकायुक्त (संशोधन) विधेयक 2022, बिहार माल और सेवा कर (संशोधन) विधेयक 2022 को पेश किया जाएगा। इन सभी संशोधन विधेयक पर सदन में वोटिंग होगी।
इस बीच जेडीयू संसदीय दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है आरजेडी-जेडीयू मर्जर पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। अगर किसी कोने में ऐसी बात उठी है तो ये आत्मघाती कदम होगा।