मुंबईः बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेत्रा शत्रुघ्न सिन्हा को मूंछ मुड़वान की वजह से परिवार वालों से बुरी तरह डांट सुननी पड़ी थी। परिवार उनके पिता ने कहा था, जब माता-पिता दोनों जीवित हैं तो आप अपनी मूंछें कैसे मुंडवा सकते हैं। चलिए अब आपके बताते हैं कि यह वाक्या कब हुआ था।
शत्रुघ्न सिन्हा अपनी दमदार एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं। उनकी कलाकारी ने अलग ही लेवल पर लोगों को दीवाना बनाया है। आज शत्रुघ्न सिन्हा अपना जन्मदिन भी मना रहे हैं। शत्रुघ्न सिन्हा अपनी एक्टिंग के अलावा अपनी मूछों के लिए भी जाने जाते हैं। उनकी मूछें उनकी शान हैं और आज से नहीं बल्कि हमेशा से ही। आज हम आपको शत्रुघ्न सिन्हा की मूछों से जुड़ी एक बात का जिक्र करने जा रहे हैं।, जब शॉटगन के नाम से मशहूर शत्रुघ्न सिन्हा कोअपनी मूछें मुंडवानी पड़ी थीं।
वाक्या राम गोपाल वर्मा की फिल्म ‘रक्त चरित्र’ का है। इस फिल्म में शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) दिवंगत तेलुगु सुपरस्टार एवं राजनेता एनटी रामाराव की भूमिका निभा रहे थे और उन्होंने इस भूमिका के लिए अपना ट्रेडमार्क मूंछ मुंडवा लिया। 40 साल के फिल्म करियर में यह पहला मौका था, जब शॉटगन रूपहले पर्दे पर बना मूंह के नजर आए। शत्रुघ्न सिन्हा के लिए यह एक अग्निपरीक्षा साबित हुई। शत्रुघ्न सिन्हा बताते हैं कि फिल्मों में आने के बाद पहली बार मैंने अपनी मूंछें मुंडवा ली। मुझे कभी-कभी इसकी कमी खलती है, लेकिन इसने मुझे बिल्कुल नया रूप दिया है। राम गोपाल वर्मा ने फिल्म के लिए मुझे इसे मुंडवाने के लिए राजी कर लिया। अपनी पत्नी पूनम से भी ज्यादा, मैं अपनी बेटी सोनाक्षी से मेरे नए रूप पर प्रतिक्रिया से डर गया था। आखिरकार, जब सोनाक्षी ने हां कहा, तो मैं बाथरूम में गया और इससे पहले कि वह अपना मन बदल पाती, मैंने खुदकी नकली दाढ़ी बना ली। अब आखिरकार उसे इस बात का यकीन हो गया। जैसा कि उसके मम्मा ने उसे बताया है कि ये उसके लिए ढेर सारी खुशियां लेकर आएगा।’
फिल्म निर्माता एवं निर्देशक राम गोपाल वर्मा (Ram Gopal Verma) की फिल्म में एन टी रामा राव की भूमिका निभाने के लिए शत्रुघ्न सिन्हा को मूंछ मुंडवाने से पहले कई बाधाओं को पार करना पड़ा था। शत्रुघ्न सिन्हा ने हंसते हुए इस बारे में बताया कि मेरी मनाही के अलावा, मेरी पत्नी को भी ये मानना पड़ा, लेकिन अंतिम फैसला मेरी बेटी पर छोड़ दिया गया था। रामू एक तरह से उस्तरा लेकर मेरे पीछे खड़ा था। मैं उसकी चिंता को समझता हूं। एन टी रामाराव की भूमिका निभाने के लिए मुझे क्लीन शेव होना था।
अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने किरदार को लेकर एनटी रामाराव से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा, “मैं वर्षों पहले एनटी रामा राव से मिला था और उन्हें बहुत पसंद करता था। किसी भी एक्टर के लिए उनकी भूमिका निभाना एक चुनौती है। एनटीआर एक महान इंसान और एक लोकप्रिय जननेता थे, जिनके पास क्षमता, शैली और करिश्मा था।“
इस फिल्म में अभिनेता विवेक ओबेरॉय शत्रुघ्न सिन्हा के पुत्र बने थे। फिल्म की शूटिंग के दौरान हैदराबाद में दोनों के बीच बाप-बेटे की काफी बॉन्डिंग दिखाई गई है। शत्रुघ्न कहते हैं कि विवेक के बारे में मुझे वास्तव में जो पसंद है वह यह है कि वह वो अपने माता-पिता से प्यार करता है और उनका सम्मान करता है। मैं इस बात को पूरी तरह से समझता हूं।
शॉटगन बताते हैं कि शुरुआत में मैं रामू के इस अनुरोध से अचंभित हो गया था। मैंने अपने पूरे जीवन में एक बार के अलावा अपनी मूंछें कभी नहीं हटाईं और वह तब हुआ था, जब मैं फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में एक छात्र था। मैं अपने लुक के साथ कुछ नया करना चाहता था। मेरे पिता भड़क गए थे। जब आपके माता-पिता दोनों जीवित हैं तो आप अपनी मूंछें कैसे मुंडवा सकते हैं? वह मुझ पर चिल्लाए थे। मैंने कसम खाई थी कि मैं अपनी मूंछों को कभी नहीं छूऊंगा और मैंने कभी नहीं किया। अब बेशक बाबा और मां दोनों चले गए हैं…।