दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के छतरपुर में हुए चर्चित श्रद्धा वालकर हत्याकांड में रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं। आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ने पुलिस पूछताछ में कहा है कि श्रद्धा की हत्या नहीं होनी चाहिए थी, सिर्फ इस बात को लेकर उसे पछतावा है। बाकी शव के टुकड़े करने को लेकर उसे कोई पछतावा नहीं है। तो चलिए अब आपको बताते हैं कि किन वजहों से आफताब ने श्रद्धा की हत्या की।
दक्षिण दिल्ली के छतरपुर पहाड़ी पर 18 मई, 2022 को आफताब अमीन पूनावाला (28) ने लिव इन में रह रही श्रृद्धा वालकर (26) की हत्या कर उसके शव के करीब 35 टुकड़े कर दिए थे। आरोपी ने श्रद्धा के शव के टुकड़े घर के बाथरूम में किए और टुकड़ों को धोकर पॉलिथीन में पैक कर फ्रीज में रख दिया। वह पिट्टू बैग में शव एक टुकड़े को रखता था और जंगल में फेंक कर आता था। पुलिस को अभी तक श्रद्धा का सिर और धड़ नहीं मिला है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक श्रद्धा वालकर आरोपी आफताब अमीन पूनावाला (28) की मारपीट से परेशान थी। इस कारण श्रद्धा उसे छोड़ना चाहती थी।दिल्ली पुलिस की जांच में ये बात सामने आई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि श्रद्धा ने तीन-चार मई को अलग रहने का फैसला किया था। ये बात आफताब को अच्छी नहीं लगी थी। उसे लगा कि श्रद्धा किसी और के पास चली जाएगी। इसी वजह से उसने श्रद्धा की हत्या करने की सोची।
पुलिस के मुताबिक आरोपी आफताब पूनावाला ने कबूल किया है कि उसने श्रद्धा की हत्या की। इसके बाद शव के टुकड़े किए। उसके शरीर के अंगों को जंगल में फेंक दिया। वहीं, FSL सूत्रों ने बताया कि उसने कई लड़कियों से संबंध होने की बात भी कबूली है। इन संबंधों की वजह से भी श्रद्धा आफताब को छोड़ना चाहती थी।
पुलिस की जांच में ये भी सामने आया है कि आफताब अमीन पूनावाला और श्रद्धा वालकर के बीच पिछले दो वर्ष से सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था। वह शुरू से ही श्रद्धा के साथ यानी वर्ष 2020 से ही मारपीट करता था। एक बार तो उसने श्रद्धा के साथ इतनी मारपीट की थी कि उसे तीन दिन अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था।
श्रद्धा ने आफताब की हिंसक प्रवृत्ति से परेशान होकर साल 2020 के नवंबर माह में मुंबई के तूलिंज पुलिस स्टेशन में शिकायत दी थी। शिकायत में श्रद्धा ने यह भी जानकारी दी थी कि आफताब उससे मारपीट करता है। इस शिकायत में श्रद्धा वालकर ने आफताब से जान का खतरा बताया था।