मुंबईः सावरकर पर दिए गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी के साथ-साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी ऐतराज जताया है। आपको बता दें कि केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को महाराष्ट्र के अकोला में मीडिया के सामने एक चिट्ठी दिखाई और कहा था कि ये चिट्ठी सावरकर ने अंग्रेजों को लिखी थी।

राहुल ने कहा था कि सावरकर ने डरकर अंग्रेजों से माफी मांग ली थी। दूसरी ओर गांधी जी, नेहरू और पटेल ने ऐसा नहीं किया। राहुल ने कहा था कि इस चिट्ठी को फडणवीस जी भी देख लें। अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिंदे ने इस बयान पर राहुल को चेतावनी दी है। वहीं, उद्धव ने कहा है कि हम सावरकर का सम्मान करते हैं, जबकि बीजेपी ने कहा कि इस अपमान पर जवाब देंगे।

उधर, सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने मुंबई के शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन में राहुल गांधी और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि राहुल ने वीर सावरकर की माफी वाली चिट्ठी दिखाकर उनका अपमान किया है। तो चलिए अब राहुल का वह बयान बताते हैं, जिस पर बवाल मचा है।

कांग्रेस सांसद राहुल ने कहा, “ये देखिए मेरे लिए सबसे जरूरी डॉक्यूमेंट। ये सावरकर जी की चिट्ठी है। इसमें उन्होंने अंग्रेजों को लिखा है। मैं आपका सबसे ज्यादा ईमानदार नौकर बने रहना चाहता हूं। ये मैंने नहीं सावरकर जी ने लिखा है। फडणवीस जी देखना चाहते हैं तो देख लें। सावरकर जी ने अंग्रेजों की मदद की। सावरकर जी ने ये चिट्ठी साइन की।“

उन्होंने कहा, “गांधी, नेहरू और पटेल सालों जेल में रहे और कोई चिट्ठी नहीं साइन की। सावरकर जी ने इस कागज पर साइन किया, उसका कारण डर था। अगर डरते नहीं तो कभी साइन नहीं करते। सावरकर जी ने जब साइन किया तो हिंदुस्तान के गांधी, पटेल को धोखा दिया था। उन लोगों से भी कहा कि गांधी और पटेल भी साइन कर दें।“

राहुल के इस बयान पर शिंदे ने एतराज जताते हुए कहा कि महाराष्ट्र के लोग हिंदू विचारक व्यक्ति का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। वीर सावरकर के अपमान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। महाराष्ट्र में श्रद्धेय स्वतंत्रता सेनानी का अपमान किया गया और कुछ ऐसे भी लोग थे जो इसे सहते रहे। सावरकर का अपमान करने वालों के प्रति एक नरम रुख अपनाया जा रहा है। शिंदे का इशारा उद्धव ठाकरे की ओर था।

वहीं, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारी पार्टी सावरकर का बहुत सम्मान करती है। हम स्वतंत्रता सेनानी पर राहुल गांधी की टिप्पणी का समर्थन नहीं करते हैं। हमारे मन में वीर सावरकर के लिए बहुत सम्मान और विश्वास है और इसे मिटाया नहीं जा सकता। केंद्र सरकार सावरकर को भारत रत्न क्यों नहीं देती?

उधर, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राहुल बड़ी बेशर्मी से झूठ बोलते हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के लोग सावरकर का अपमान करने वालों को उचित जवाब देंगे। राहुल गांधी वीर सावरकर के बारे में कुछ नहीं जानते हैं और रोज झूठ बोलते हैं।

आपको बता दें कि भारत जोड़ों यात्रा पर निकले राहुल इस समय महाराष्ट्र में है। मंगलवार को जब उनकी यात्रा वाशिम पहुंची तो राहुल ने बिरसा मुंडा की जयंती पर एक रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सावरकर बीजेपी और आरएसएस (RSS) के प्रतीक हैं। उन्हें जब अंडमान में दो-तीन साल तक जेल में रखा गया तो उन्होंने दया याचिकाएं लिखना शुरू कर दिया।

उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा कभी एक इंच भी पीछे नहीं हटे। शहीद हो गए। ये आदिवासियों के प्रतीक हैं। बीजेपी-संघ के प्रतीक सावरकर ने दया याचिकाएं लिखनी शुरू कर दीं थीं। इस बयान पर सियासत हो रही है।

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