शिमलाः हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो रही है। राज्य की 68 विधानसभा सीटों पर शाम 5 बजे तक वोटिंग चलेगी। इस दौरान राज्य के करीब 56 लाख मतदाता 412 उम्मीदवारों के किस्मत का फैसला करेंगे। राज्य के करीब 56 लाख मतदाताओं में 28 लाख 54 हजार 945 पुरुष, 27 लाख 37 हजार 845 महिलाएं और 38 थर्ड जेंडर वोटर हैं।
किस जिले में कितनी सीटें और कितने वोटर्स?
जिला | सीटें | वोटर |
शिमला | 8 | 5,87,767 |
कांगड़ा | 15 | 13,34,542 |
सोलन | 5 | 4,14,956 |
चंबा | 5 | 3,99,747 |
हमीरपुर | 5 | 4,17,216 |
सिरमौर | 5 | 3,99,247 |
कुल्लू | 4 | 3,31,500 |
लाहौल स्पीति | 1 | 25,496 |
ऊना | 5 | 4,31,551 |
किन्नौर | 1 | 60,289 |
मंडी | 10 | 8,60,317 |
बिलासपुर | 4 | 3,30,200 |
सबसे ज्यादा वोटरः राज्य के कांगड़ा जिला के सुलह विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा 1,06,976 वोटर और लाहौल स्पीति में सबसे कम 24,744 में सबसे कम वोटर है।
सबसे ज्यादा पोलिंग बूथः वहीं राज्य के कांगड़ा जिला में सबसे ज्यादा 1,625 और लाहौल-स्पीति में सबसे कम 92 पोलिंग बूथ हैं। सभी मतदान केंद्र पोलिंग के लिए तैयार कर दिए गए है। 15 प्रतिशत पोलिंग पार्टियां और 15% EVM रिवर्ज रखी गई है, ताकि कहीं EVM के खराब होने पर तत्काल बदला जा सके।
विधानसभा चुनाव में पारदर्शिता के मकसद से 50 फीसदी पोलिंग बूथों पर वेब-कॉस्टिंग करवाई जाएगी, ताकि कोई शरारती तत्व मतदान प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न न कर सके। वेब-कॉस्टिंग के जरिए केंद्रीय चुनाव आयोग दिल्ली से ही प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर नजर रखेगा।
राज्य में विधानसभा चुनाव का जिम्मा 33 हजार से ज्यादा सुरक्षा कर्मी संभाल रहे हैं। इनमें CRPF, SSB, ITBP, पुलिस और होमगार्ड के जवान शामिल है।
वहीं राज्य के 142 पोलिंग बूथ महिला कर्मचारी संचालित करेंगी। इन पर सुरक्षा का जिम्मा भी महिला पुलिस कर्मी ही संभालेंगी। इसका मकसद महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। इसी तरह 37 पोलिंग बूथ को दिव्यांग कर्मी ही संचालित करेंगे।
मतदान खत्म होने के बाद EVM को कड़ी सुरक्षा के बीच स्ट्रॉन्ग रूम में रखा जाएगा। इस कमरों के बार दिन-रात पैरामिलिट्री फोर्स और पुलिस जवानों का कड़ा पहरा रहेगा। मतगणना 8 दिसंबर को होगी। चुनाव नतीजों की घोषणा 08 दिसंबर को होगी।