दिल्लीः आज यानी मंगवार (8 नवंबर) शाम साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगेगा। आपको बता दें कि देश के पूर्वी भाग में पूर्ण और बाकी शहरों में आंशिक चंद्र ग्रहण दिखेगा। वहीं अगले साल यानी 2023 में कुल चार ग्रहण होंगे। इनमें दो सूर्य और दो चंद्र ग्रहण रहेंगे, लेकिन देश में सिर्फ एक आंशिक चंद्र ग्रहण ही दिखेगा। इसलिए, आज चंद्र ग्रहण देखने का मौका न छोड़ें। ये ग्रहण चंद्रोदय के साथ ही दिखने लगेगा। ईटानगर में शाम 4.23, दिल्ली में 5.28 और मुंबई में 6.01 से चंद्र ग्रहण शुरू होगा जो कि 6.19 बजे तक रहेगा।

ज्योतिषियों के मुताबिक चंद्र ग्रहण देश के पूर्वी भाग कोलकाता, कोहिमा, पटना, पुरी, रांची, ईटानगर के आसपास के शहरों में पूर्ण चंद्र ग्रहण और शेष भारत में आंशिक चंद्र ग्रहण दिखेगा। जहां पूर्ण ग्रहण होगा, वहां चंद्रमा लाल दिखेगा। शाम 4.23 बजे से अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखने लगेगा। चंद्र ग्रहण 6.19 बजे खत्म होगा। इसके बाद उपछाया चंद्र ग्रहण शुरू होगा और ये 7.26 बजे तक रहेगा।

वहीं, www.timeanddate.com वेबसाइट के मुताबिक न्यूयॉर्क में 8 नवंबर को वहां के समय अनुसार तड़के 3.02 से ग्रहण शुरू होगा, सुबह 5.16 से पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखेगा और सुबह 6.41 पर ग्रहण के साथ ही चंद्रमा अस्त हो जाएगा। इस समय भारत में दोपहर के 4.11 बज रहे होंगे। इसके बाद भारत में चंद्रोदय के साथ ही ग्रहण दिखना शुरू हो जाएगा।

पेसिफिक एरिया में भारतीय समय अनुसार दोपहर 1.31 बजे से उपछाया चंद्र ग्रहण शुरू होगा, इसके बाद 2.38 बजे से आंशिक ग्रहण की शुरुआत होगी। 3.46 बजे से 5.11 बजे तक पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखेगा। 6.19 पर आंशिक ग्रहण खत्म होगा। इसके बाद 7.26 बजे तक उपछाया चंद्र ग्रहण खत्म होगा। पेसिफिक में 5 घंटे 54 मिनट और अमेरिका में 3 घंटे 39 मिनट का चंद्र ग्रहण रहेगा।

मंदिरों में पूजा नहीं होगीः आपको बता दें कि ग्रहण का सूतक आज सुबह 5.38 बजे से शुरू हो गया है। चंद्र और सूर्य ग्रहण के 9 घंटे पहले इसका सूतक शुरू हो जाता है। इस दौरान कोई धार्मिक कार्य नहीं किया जाता है। मंदिरों में पूजा नहीं होती। घर में भी पूजन-पाठ नहीं किए जाते हैं। खाने की चीजों में तुलसी पत्र डालकर रखे जाते हैं। इसके पीछे वैज्ञानिक कारण है कि सूर्य या चंद्र ग्रहण से पहले ही इनसे अल्ट्रावाइलेट किरणें ज्यादा निकलने लगती हैं, जो हमारे खाने-पीने की चीजों पर असर डालती हैं।

2023 में भारत में दिखने वाला पहला चंद्र ग्रहणः  2023 में 20 अप्रैल को सूर्य ग्रहण होगा। वहीं, 5 मई 2023 को उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा, इसकी धार्मिक मान्यता नहीं है। 14 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण होगा। ये तीनों ग्रहण भारत में नहीं दिखेंगे। 28 अक्टूबर को आंशिक चंद्र ग्रहण रहेगा। ये देश में दिखेगा।

अब कब दिवाली और देव दिवाली पर लगेगा ग्रहणः ज्योतिषियों का कहना है कि 2022 से पहले सूर्य और चंद्र ग्रहण का ऐसा योग 2012 और उससे पहले 1994 में बना था। 2012 में 13 नवंबर को दिवाली पर सूर्य ग्रहण और 28 नवंबर को देव दिवाली पर चंद्र ग्रहण हुआ था। 1994 में 3 नवंबर को दिवाली पर सूर्य ग्रहण और 18 नवंबर को देव दिवाली पर चंद्र ग्रहण हुए थे। अब ऐसा संयोग 18 साल बाद बनेगा। 2040 में 4 नवंबर को दिवाली पर आंशिक सूर्य ग्रहण (भारत में नहीं दिखेगा) और 18 नवंबर को देव दिवाली पर पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा, ये ग्रहण भारत में दिखेगा।

करें दान-पुण्य और मंत्र जपः ज्योतिषियों का कहना है कि सूतक और ग्रहण ग्रहण के समय में पूजा-पाठ नहीं कर सकते, लेकिन मंत्र जप और दान-पुण्य जरूर करना चाहिए।

कार्तिक पूर्णिमा का दीपदान करना चाहते हैं तो ग्रहण खत्म होने का इंतजार करें। ग्रहण खत्म के बाद स्नान करें, घर में गौमूत्र या गंगाजल का छिड़काव करें। इसके बाद दीपदान करें।

कार्तिक पूर्णिमा का दीपदान की विधिः कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर आमतौर पर दीपदान नदी किनारे किए जाते हैं। कुछ लोग दीप जलाकर नदी में प्रवाहित भी करते हैं। इसे ही दीपदान कहते हैं। दीपदान करने से पहले दीपक की पूजा करनी चाहिए और फिर नदी किनारे रखें। अगर घर में दीपदान करना चाहते हैं तो दीपक जलाएं, पूजा करें और घर के आंगन में रखें।

 

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