दिल्लीः भारतीय इतिहास में 01 नवम्बर का दिन बेहद खास है। यह एक तरह से भारत में राज्यों के बनने-बिगड़ने का दिन है। 1956 में पहली बार जब भाषाई आधार पर राज्यों को आकार दिया गया तो आंध्रप्रदेश, केरल, कर्नाटक के साथ-साथ मध्यप्रदेश ने भी इसी दिन आकार लिया था। तभी दिल्ली को केंद्रशासित प्रदेश बनाया गया। वर्ष 2000 में जब अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश से उत्तराखंड और बिहार से झारखंड को बाहर निकाला तो यह फैसला भी एक नवंबर से ही लागू हुआ।
राज्य तो संतुष्ट है और आगे बढ़ रहे हैं। लेकिन, दिल्ली तब से उलझी ही रही। खासकर, जब से अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने हैं, तब से वे दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर आवाज बुलंद करते रहे हैं। एक-दो बार भूख हड़ताल भी कर चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट भी जा चुके हैं, लेकिन सिटी स्टेट कहलाने वाले दिल्ली को पूरे राज्य का अधिकार मिलने की संभावना नजर नहीं आती।
दरअसल, दिल्ली को राज्य बनाने की मांग आजादी से भी पहले की है। संविधान बनाने वाली समिति के प्रमुख बाबा साहब भीमराव अंबेडकर भी दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के खिलाफ थे। उन्होंने चार बातों पर जोर दिया था- दिल्ली भारत की राजधानी होगी, इसके कानून संसद बनाएगी, यहां केंद्र सरकार का शासन होगा, स्थानीय प्रशासन की व्यवस्था हो सकती है, लेकिन वह राष्ट्रपति के अधीन होगी। देश आजाद हुआ तो छोटे-छोटे राज्य बन चुके थे, लेकिन 1956 में राज्य पुनर्गठन आयोग की रिपोर्ट के बाद उनका अस्तित्व खत्म हो गया।
1957 में दिल्ली नगर निगम से शासन चला, 1966 में महानगर परिषद बनी, 1987 में सरकारिया समिति बनी और उसी की रिपोर्ट पर 1993 में दिल्ली को विधानसभा मिली। दरअसल, दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी है और इस वजह से उसका प्रशासन देश की सरकार के पास ही होना चाहिए, जैसा अमेरिका के वॉशिंगटन में, ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा या कनाडा के ओटावा में है। इस वजह से लगता है कि दिल्ली की लड़ाई जारी रहने वाली है। आम आदमी पार्टी दिल्ली को राज्य बनाने की मांग जोरशोर से उठाती रहती है।
दुनियाभर में बमों से जुड़ी यादें–
1955 में कोलोरेडो के ऊपर यूनाइटेड एयरलाइंस फ्लाइट 629 में लगेज में रखा बम फटने से 44 लोगों की मौत हुई थी। इसी तरह, 1952 में अमेरिका ने माइक कोडनेम वाला पहला बड़ा हाइड्रोजन बम टेस्ट किया था। 1911 में पहली बार इटली ने एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल कर तुर्की के खिलाफ बम का इस्तेमाल किया। आइए एक नजर डालते हैं 01 नवंबर को देश और दुनिया में घटित हुईं महत्वपूर्ण घटनाओं पर-
1765: ब्रिटेन के उपनिवेशों में स्टैम्प एक्ट लागू किया गया।
1800: जॉन एडम्स व्हाइट हाउस में रहने वाले अमेरिका के पहले राष्ट्रपति बने।
1903: पनामा की जनता का संघर्ष सफल हुआ और यह देश पूर्ण रुप से स्वतंत्र हो गया।
1923: फिनिश ध्वज वाहक फिनेयर वायुसेवा एयरो ओय में शुरू हो गया।
1946: पश्चिम जर्मनी के राज्य निदरसचसेन का गठन किया गया।
1954ः फ्रांस ने पुडुचेरी, करिकल, माहे और यानोन भारत सरकार को सौंपे।
1956: कर्नाटक, मध्य प्रदेश, केरल, आंध्र प्रदेश राज्य बने।
1956: राजधानी दिल्ली को केन्द्र शासित राज्य बना।
1956: केरल राज्य की स्थापना।
1956: आंध्र प्रदेश राज्य की स्थापना।
1956: हैदराबाद राज्य प्रशासनिक रूप से समाप्त हो गया।
1966: हरियाणा राज्य की स्थापना।
1966: चण्डीगढ़ केंद्र शासित प्रदेश की स्थापना।
1973: मैसूर का नाम बदलकर कर्नाटक किया गया।
1973ः भारतीय अभिनेत्री एवं पूर्व मिस वर्ल्ड ऐश्वर्या राय का जन्म हुआ।
1984: भारत की तत्काली प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश में सिख विरोध दंगे भड़क गया.
2000: छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुआ।
2000: यूगोस्लाविया को आठ वर्ष बाद संयुक्त राष्ट्र संघ की सदस्यता हेतु सुरक्षा परिषद द्वारा मंजूरी।
2003: इराकी छापामारों द्वारा बगदाद के समीप अमेरिकी हेलीकाप्टर पर किये गए हमले में 15 सैनिकों की मृत्यु।
2004 : बेनेट किंग वेस्ट इंडीज क्रिकेट बोर्ड के पहले विदेशी कोच बने।
2005 : संयुक्त राष्ट्र में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजी हमले में मारे गये 60 लोगों की याद में 27 जनवरी को विश्व नरसंहार दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव पेश किया गया।
2006 : पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने डोपिंग मामले में गेंदबाज शोएब अख़्तर पर दो साल और मुहम्मद आसिफ़ पर एक वर्ष का प्रतिबंध लगाया गया।
2007 : श्रीलंका की संसद ने देश की जातीय समस्या को सुलझाने के लिए आपातकाल की अवधि बढ़ायी।
2008 : रिजर्व बैंक ने बड़ोदरा से संचालित वित्त कम्पनी मैसर्स एसडीएफसी फाइनेंस लिमिटेड का पंजीकरण रद्द किया।
2010 : चीन ने दस साल में पहली बार जनगणना करने की घोषणा की।