दिल्लीः ऑनलाइन पीएचडी (PhD) करने वाले उम्मीदवारों के लिए बड़ी खबर है। अगर आप भी ऑनलाइन पीएचडी करने की सोच रहे हैं, तो इस खबर को ध्यान पूर्वक पढ़ें।  यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) ने और ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन इंस्टीट्यूशन (AICTE) ने ऐलान किया है कि विदेशी शिक्षण संस्थानों की मदद से एडटेक कंपनियों द्वारा ऑफर किए गए ऑनलाइन पीएचडी कोर्स (PhD को यूजीसी मान्यता नहीं देगा। यूजीसी की ओर से छात्रों को सावधान करने की यह कवायत पहली बार नहीं है,  इससे पहले भी साल की शुरूआत में यूजीसी ने एड-टेक कंपनियों के सहयोग से डिस्टेंस लर्निंग और ऑनलाइन मोड में पीएचडी कोर्स ऑफर करने वाले अपने मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों और संस्थानों को चेतावनी देते हुए कहा था कि “फ्रैंचाइजी” समझौता स्वीकार्य नहीं है।

यूजीसी ने एक बार फिर छात्रों को आगाह करते हुए कहा है कि एडटेक कंपनियों द्वारा ऑफर किए गए ऑनलाइन पीएचडी कोर्स को मान्यता नहीं दी जाएगी। यूजीसी ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि यूजीसी छात्रों और आम जनता को सलाह देता है कि वे विदेशी शैक्षिक संस्थानों के सहयोग से एडुटेक कंपनियों द्वारा ऑनलाइन पीएचडी प्रोग्राम के विज्ञापनों के बहकावे में न आएं।

यूजीसी ने कहा कि पीएचडी की डिग्री देने वाले सभी उच्च शिक्षण संस्थाओं के लिए यह जरूरी है कि वे संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई के संयुक्त आदेश के अनुसार PhD डिग्री प्रदान करने के लिए UGC के नियमों का पालन करना होगा। यूजीसी ने छात्रों को फ्रॉड से बचने और किसी तरह की समस्या है बचने के लिए इस तरह की घोषणा की है। अक्सर ये कोर्स मान्यता प्राप्त नहीं होते हैं।

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