दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से फोन पर बातचीत की है और उन्हें पीएम बनने पर बधाई दी। बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौता (FTA) की उम्मीद जताई है।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, “ ऋषि सुनक से आज बात करके खुशी हुई।ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने पर उन्हें बधाई दी। हम अपनी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए मिलकर काम करेंगे। हम एक व्यापक और संतुलित एफटीए के शीघ्र निष्कर्ष के महत्व पर भी सहमत हुए।“
वहीं ऋषि सुनक ने पीएम मोदी से मिली बधाई पर उन्हें धन्यवाद कहा। सुनक ने सोशल मीडिया पर लिखा, “आपकी शुभकामनाओं के लिए शुक्रिया। UK और भारत में बहुत कुछ है। मैं इस बात को लेकर उत्साहित हूं कि हमारे दो महान लोकतंत्र आने वाले वर्षों में अपनी सुरक्षा, रक्षा और आर्थिक साझेदारी को और मजबूत करेंगे।“
आपको बता दें कि ब्रिटेन के विदेश सचिव जेम्स क्लेवर्ली भी शुक्रवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर से बातचीत करने भारत आ रहे हैं। ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों राजनयिक संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा करेंगे।
भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौता की नींव ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपनी भारत यात्रा के दौरान रखी थी। उनके बाद लिज ट्रस ने भी इस प्रस्तावित ट्रेड डील का समर्थन करते हुए इसे आगे बढ़ाने पर जोर दिया था।
प्राप्त रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिवाली पर ही इस पर समझौता भी होना था, लेकिन ब्रिटेन में जारी राजनीतिक उठापटक के कारण नहीं हो पाया। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सुनक के बीच हुई बातचीत के बाद इस डील के जल्द से जल्द फाइनल होने की संभावना है।
भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते को लेकर जनवरी से ही बातचीत चल रही है। मई 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने संभावित मुक्त व्यापार के पहले चरण के रूप में बढ़ी हुई व्यापार साझेदारी का ऐलान किया था।
तब से बातचीत के पांच दौर पूरे हो चुके हैं। अगस्त में पांचवें दौर में, दोनों पक्षों के टेक्निकल एक्सपर्ट्स ने 85 अलग-अलग सेशन में 15 नीति क्षेत्रों को कवर करते हुए एक मसौदा तैयार किया था, जिस पर अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है।
आपको बता दें कि भारत और ब्रिटेन के बीच दोतरफा व्यापार 4 लाख करोड़ रुपए का है। फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के बाद टैक्स में बड़ी राहत मिलेगी। ब्रिटेन ने 2004 में भारत के साथ एक रणनीतिक साझेदारी शुरू की थी। वह आतंकवाद, परमाणु गतिविधियों और नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम में भारत के साथ है।