लंदनः ब्रिटेन में प्रधानमंत्री का पदभार संभालने चंद ही घंटों बाद ऋषि सुनक एक्शन में आ गए। उन्होंने कई मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया है। हालांकि जेरेमी हंट ब्रिटेन के वित्त मंत्री बने रहेंगे। आपको बता दें कि मंत्रियों को बर्खास्त करने से पहले ही सुनक ने इस बात के संकेत दिए थे।
सुनक ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि उन्हें पुराने लोगों द्वारा की गई गलतियों को सुधारने के लिए चुना गया है। उन्होंने ने किंग चार्ल्स तृतीय के साथ बैठक के एक घंटे के भीतर अपने वादे को पूरा करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा था कि बिना किसी देरी के “काम तुरंत शुरू होगा”।
विधि मंत्री ब्रैंडन लुईस ने अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए ट्वीट किया, “सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले कैबिनेट मंत्रियों में से एक होने का सम्मान मिला। चार प्रधानमंत्रियों के नेतृत्व में पांच विभागों में आठ मंत्री भूमिकाएं निभाई हैं। नए प्रधानमंत्री को हमारे सामने आने वाली कई चुनौतियों से निपटने के लिए बैक बेंच से मेरा समर्थन मिलेगा।”
लुईस के अलावा, व्यापार मंत्री जैकब रीस-मोग, शिक्षा मंत्री किट माल्थहाउस, कार्य एवं पेंशन मंत्री क्लो स्मिथ, पर्यावरण मंत्री रानिल जयवर्धने, वेल्श मंत्री रॉबर्ट बकलैंड, पार्टी के अध्यक्ष जेक बेरी, विदेश कार्यालय में विकास राज्य मंत्री विक्की फोर्ड, मुख्य सचेतक वेंडी मॉर्टन और लेवलिंग अप सचिव साइमन क्लार्क ने भी अपने इस्तीफे की घोषणा की।
ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ऋषि सुनक अपनी नई टॉप टीम बनाने से पहले कैबिनेट के पुराने लोगों को निकाल रहे हैं। इसी के चलते जैकब रीस-मोग ने सरकार से इस्तीफा दे दिया। रीस-मोग ने व्यापार सचिव के रूप में पद छोड़ दिया है। द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक रीस-मोग को पहले से ही पता था कि उन्हें कैबिनेट से निकाल दिया जाएगा इसलिए उन्होंने अपना इस्तीफा भेज दिया।
आपको बता दें कि सुनक ने मंगलवार को किंग चार्ल्स तृतीय के साथ मुलाकात के बाद औपचारिक रूप से भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें उनके पूर्ववर्ती द्वारा की गई कुछ “गलतियों” को दुरुस्त करने के लिए चुना गया है। ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री सुनक (42) हिंदू हैं और वह पिछले 210 साल में ब्रिटेन के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री हैं।
प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर सुनक ने कहा कि वह देश के सामने गंभीर आर्थिक संकट का सामना सहानुभूतिपूर्ण तरीके से करेंगे और एक ‘‘ईमानदार, पेशेवर तथा जवाबदेह’’ सरकार का नेतृत्व करेंगे। सुनक ने कहा कि उन्हें उनकी पूर्ववर्ती लिज ट्रस द्वारा की गई “गलतियों को दुरुस्त करने” के लिए कंजर्वेटिव पार्टी का नेता और प्रधानमंत्री चुना गया है। उन्होंने कहा, “वह काम तुरंत शुरू किया जा रहा है।”
उन्होंने कहा कि बतौर मंत्री अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने ‘फरलो’ जैसी योजनाओं के माध्यम से “आम लोगों और व्यवसाय की रक्षा के लिए’’ वह सब कुछ किया, जो वह कर सकते थे। सुनक ने कहा, ” आज हम जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, मैं उनसे उसी तरह सहानुभूतिपूर्ण तरीके से निपटने का प्रयास करूंगा।’’ उन्होंने कहा कि वह अगली पीढ़ी पर “यह कहने के लिए ऋण नहीं छोड़ेंगे कि हम खुद भुगतान करने में अक्षम थे।”
दिल्ली आज कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है। हिंदू पंचाग के अनुसार आज के दिन तुलसी विवाह…
मुंबईः महाराष्ट्र के यवतमाल में चुनाव आयोग के अधिकारी ने सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री एवं शिवसेना (UBT) के मुखिया उद्धव…
संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्लीः राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में जस्टिस संजीव खन्ना…
मुंबईः विधानसभा चुनाव के बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एवं बीजेपी-शिवसेना गठबंधन महायुति में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार समूह)…
वाशिंगटन/मास्कोः अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम आ चुके हैं और पूर्व राष्ट्रपति एवं रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प…
दिल्लीः 50वें चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ दो दिन बाद यानी 10 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। इससे पहले गुरुवार…