अयोध्याः प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में छठे दीपोत्सव का आयोजन किया गया है। इस समारोह में शामिल होने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी पहुंचे हुए है। यहां उन्होंने सबसे पहले रामलला के दर्शन करके आरती उतारी। फिर गर्भगृह की परिक्रमा की। पीएम मोदी ने जेब से निकालकर रुपए भी दानपात्र में डाले। साथ ही सरयू की पूजा कर आरती उतारी। इसके अलावा पीएम मोदी ने श्रीराम का राज्याभिषेक किया और यहां उपस्थित लोगों को संबोधित किया।
पीएम मोदी ने कहा, “ एक समय वह भी था जब हमारे ही देश में श्रीराम के अस्तित्व पर सवाल उठाए जाते थे। इसका नतीजा यह हुआ कि हमारे देश के धार्मिक स्थलों का विकास पीछे छूट गया। पिछले आठ साल में हमने धार्मिक स्थानों के विकास के काम को आगे रखा है।”
उन्होंने कहा, ”श्री रामलला के दर्शन और उसके बाद राजा राम का अभिषेक यह सौभाग्य राम जी की कृपा से ही मिलता है। अयोध्या के कण-कण में उनका दर्शन समाहित है। राम धर्म के साक्षात स्वरूप हैं, उन्होंने हर उम्र में कर्तव्य निभाया। जब श्रीराम का अभिषेक होता है तो हमारे भीतर भगवान राम के आदर्श व मूल्य और दृढ़ हो जाते हैं। राम के अभिषेक के साथ ही उनका दिखाया गया पथ और प्रदीप्त हो उठता है।”
पीएम मोदी ने कहा कि भगवान राम ने अपने वचन में, अपने विचारों में, अपने शासन में, अपने प्रशासन में जिन मूल्यों को गढ़ा वो सबका साथ-सबका विकास की प्रेरणा हैं और सबका विश्वास-सबका प्रयास का आधार भी हैं। इस बार दीपावली एक ऐसे समय में आई है, जब हमने कुछ समय पहले ही आजादी के 75 वर्ष पूरे किए हैं, हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। आजादी के इस अमृतकाल में भगवान राम जैसी संकल्प शक्ति देश को नई ऊंचाई पर ले जाएगी।
May the divine blessings of Bhagwaan Shree Ram brighten our lives. Watch from Ayodhya… https://t.co/Hr2nVF2G2u
— Narendra Modi (@narendramodi) October 23, 2022
प्रधानमंत्री मोदी ने सियावर रामचंद्र की जय कहकर अपना संबोधन समाप्त किया। अयोध्या वासियों को अयोध्या के विकास में सहयोग करने की अपील की। अयोध्या आने वाले लोगों का मन से सम्मान तथा सत्कार करने की बात भी कही। इससे पहले पुष्पक विमान से भगवान राम, मां सीता और लक्ष्मण पहुंचे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भगवान राम की अगवानी की। तिलक लगाकर आरती उतारी। वहीं, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने हाथ जोड़कर श्रीराम और सीता को प्रणाम किया।
श्रीराम भारत के कण-कण में हैं। जन-जन के मन में हैं। https://t.co/SRljAQdh28
— Narendra Modi (@narendramodi) October 23, 2022
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता को संबोधित किया और कहा, ”कुछ लोगों ने अयोध्या को वीरान बना दिया था। PM मोदी ने राम मंदिर का भूमिपूजन कर इसके विकास का नया अध्याय शुरू किया।”
दीपोत्सव अपडेटः
- अयोध्या धाम में पुष्पक विमान यानि हेलीकॉप्टर से प्रभु श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण पहुंचे हैं।
- राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक समेत अन्य नेताओं ने भव्य स्वागत किया। पुष्पक विमान से पुष्प वर्षा भी की गई।
- शाम 5 बजे से दीप प्रज्ज्वलन हूटर के संकेत के साथ शुरू होगा।15 मिनट में 17 लाख से ऊपर दिये जलाए जाएंगे।
- रामकथा पार्क और सरयू तट पर PM का स्वागत होगा। शैलेंद्र शास्त्री की अगुवाई में वैदिक मंत्रोच्चार करने के लिए 51 वैदिकों की टीम पहुंची है।
- रामलला की चौखट से लेकर जगमोहन और परिक्रमा मार्ग पर चारों ओर रंगोली और फूलों की दीवार बनाई गई है। राम-राम लिखा गया है।
- रामलला के पीछे राम मंदिर के दोनों ओर जय श्रीराम लिखा गया है। रामलला से लेकर मंदिर निर्माण स्थल तक राममय वातावरण किया गया है।
- अलग-अलग स्कूल और कॉलेज से 18 हजार स्टूडेंट्स दीया जलाने आए हैं। सभी कॉलेज के लिए अलग-अलग घाट बांट दिया गया है।
- अयोध्या में 6 झांकियां निकाली जा रही हैं। श्रीराम के जन्म के समय से लेकर उनके राज्याभिषेक तक सभी प्रसंग दिखाए जा रहे।
दीपोत्सव के मौके पर रामलला का दरबार को भी भव्य तरीके से सजाया गया है। सोने का मुकुट और गुलाबी वस्त्र में प्रभु श्रीराम, भरत, लक्ष्मण, शत्रुघ्न और हनुमानजी विराजमान हैं। दीपोत्सव पर रामलला को ये खास कपड़े पहनाए गए हैं। रामलला और उनके भाई भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न एक जैसे कपड़े पहनते हैं, इसलिए चारों भाइयों के लिए एक तरह के कपड़े तैयार किए गए हैं।
दीपोत्सव में पहली बारः
- प्रधानमंत्री मोदी दीपोत्सव के मेगा इवेंट में शामिल होकर एक नए वर्ल्ड रिकॉर्ड के भी गवाह बनेंगे।
- इस बार 15 लाख से अधिक दीपक जलाकर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है। 17 लाख 50 हजार दीपक खरीदे गए हैं।
- 2021 में अयोध्या में 12 लाख दीये जलाए गए थे। तब राम की पैड़ी पर 9 लाख और अयोध्या के बाकी हिस्सों में 3 लाख दीपक जलाए गए थे।
- इस बार दीपोत्सव पर पिछली बार से 5 लाख दीप ज्यादा जलेंगे।
- दीपोत्सव में लेजर शो के प्रोजेक्शन मैपिंग की ऊंचाई 30 फीट से 40 फीट की गई है। लेजर शो 26 मिनट का रामायण के 11 प्रसंगों पर आधारित है।
- आतिशबाजी 12 मिनट से बढ़ाकर 15 मिनट का किया गया है। वहीं, लेजर शो की स्क्रीन बढ़ाकर 337 फीट कर दी गई है। 2 स्क्रीन अतिरिक्त लगाए गए हैं।
- साल 2021 में 32 घाटों पर लेजर शो हुआ था। इस बार 37 घाटों पर शो दिखाया जाएगा। इन सभी झांकियों को लखनऊ और दिल्ली के 46 कारीगर ने तैयार किया है।
- साल 2021 में घाटों पर रात में 11 बजे तक ही शो दिखाया गया था। मगर, इस बार रात में एक बजे तक दर्शक शो देख सकेंगे।
- रामायण कालीन जंगल और दृश्यों को डिजिटल प्रदर्शित किया जा रहा है। जो दर्शकों के लिए नया अनुभव होने वाला है।