टोक्योः जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे का आज राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसमें शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार रात यानी 26 सितंबर को जापान पहुंचे। पीएम मोदी ने शिंजो आबे के स्टेट फ्यूनरल में शामिल होने से पहले जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने देशों के रिश्तों को मजबूती प्रदान करने को लेकर चर्चा की।

शिंजो आबे के अंतिम संस्कार में शामिल होने अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस, सिंगापुर के पीएम ली सीन लूंग, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज, वियतनाम के राष्ट्रपति गुयेन जुआन फुक, दक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री हान डक-सू, फिलीपींस की उपराष्ट्रपति सारा डुटर्टे-कार्पियो, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति मारुफ अमीन, यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल समेत 217 देशों के करीब 700 प्रतिनिधि जापान पहुंचे हैं।

इस कार्यक्रम में सबसे पहले स्टेट गेस्ट्स आबे को श्रद्धांजलि देंगे। इसके बाद नेशनल एंथम के साथ ही आबे की याद में 2 मिनट का मौन रखा जाएगा। फ्यूनरल में प्राइम मिनिस्टर फुमियो किशिदा, पार्लियामेंट स्पीकर हिरोयुकी हासोदा, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस सबुरो टोकरा और आबे के करीबी सहयोगी पूर्व प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा स्पीच देंगे।

नेताओं की स्पीच के बाद जापान की रॉयल फैमिली शिंजो आबे को श्रद्धांजलि देगी। हालांकि परंपरा के चलते किंग नारुहितो, क्वीन मासाको, किंग एमेरिटस अकिहितो और क्वीन एमेरिटा मिचिको सभा में हिस्सा नहीं लेंगे। रॉयल फैमिली के शाही दूत परिवार की ओर से श्रद्धांजलि देंगे। क्राउन प्रिंस अकिशिनो और उनकी पत्नी क्राउन प्रिंसेस किको कुदनजाका पार्क में शिंजो आबे को श्रद्धांजलि देंगे। यहीं आम लोग भी आबे को श्रद्धांजलि देंगे। स्टेट फ्यूनरल सेरेमनी का समापन शिंजो आबे के अवशेषों को विदा करने से होगा।

आपको बता दें कि शिंजो आबे की प्रतीकात्मक विदाई में सरकार खर्च कर रही है, अमूमन जापान में रॉयल फैमिली और प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार सरकारी खर्च पर नहीं किया जाता। सभी फ्युनरल फंक्शन पारिवारिक लोग करते हैं, लेकिन आबे का राजकीय अंतिम संस्कार सरकार कर रही है। प्रतीकात्मक अंतिम विदाई समारोह पर करीब 97 करोड़ रुपए खर्चा हुआ है। यही वजह है कि इसका विरोध हो रहा है। विपक्ष और आम जनता को लगता है कि सरकार के खर्च पर आबे का अंतिम संस्कार पैसे की बर्बादी है।

आपको बता दें कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जापान में दूसरी बार किसी प्रधानमंत्री का स्टेट फ्यूनरल हो रहा है। इससे पहले, 1967 में शिगेरु योशिदा के लिए स्टेट फ्यूनरल हुआ था। इसके अलावा सभी प्रधानमंत्री का रेगुलर प्रोटोकॉल के तहत ही फ्यूनरल हुआ है। आबे की हत्या के बाद नई पुलिस सिक्योरिटी गाइडलाइंस जारी की गई थी। इसके बाद टोक्यो में सुरक्षा बढ़ा दी गई। गाइडलाइन आने के बाद से जापान में पहली बार बड़े स्तर का सार्वजनिक कार्यक्रम होगा।

जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे का राजकीय अंतिम संस्कार भारतीय समय के मुताबिक, सुबह 10:30 बजे (जापान समय के मुताबिक, दोपहर 2 बजे) टोक्यो के निप्पॉन बुडोकन कम्युनिटी सेंटर में होगा। ये कार्यक्रम करीब डेढ़ घंटे चलेगा। आबे की 8 जुलाई को हत्या कर दी गई थी। उन्हें गोली मारी गई थी। इसके बाद पारिवारिक तौर पर शिंजो का अंतिम संस्कार 15 जुलाई को कर दिया गया था। लिहाजा, आज होने वाला स्टेट फ्यूनरल प्रतीकात्मक है।

 

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