दिल्लीः सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। बिहार के स्वास्थ्य विभाग में 7987 नए पदों पर बहाली होगी। इन पदों के सृजन की मंगलवार को राज्य कैबिनेट ने मंजूरी दी। इनमें 2673 पद राज्य के नौ कार्यरत और आठ प्रस्तावित यानी कुल 17 सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को और सुदृढ़ करने के लिए सृजित किये गये हैं। वहीं, राज्य के सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय से पीजी/डिप्लोमा उत्तीर्ण विद्यार्थियों के लिए तीन वर्षीय अनिवार्य सेवा के तहत 3990 पद सृजित हुए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में कुल 16 प्रस्तावों पर सहमति प्रदान की गई।
इसी प्रकार राज्य के दो चिकित्सा महाविद्यालयों एवं अस्पतालों छपरा और समस्तीपुर के लिए 423-423 पदों के सृजन पर सहमति मिली। इनमें 135-135 चिकित्सा महाविद्यालय तथा 288-288 पद अस्पताल के लिए होंगे। बैठक के बाद कैबिनेट के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पीजी उत्तीर्ण विद्यार्थियों को तीन साल की सेवा अनिवार्य रूप से राज्य में देनी होती है। इन सभी की सेवा राज्य के चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पतालों और अन्य अस्पतालों में विशेषज्ञ के रूप में ली जाएगी। इसी मकसद से इनके लिए पदों का सृजन हुआ है।
पीएमसीएच में कैंसर से जुड़े नये विभागों समेत 229 पद सृजित होंगे। पीएमसीएच में राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के मानक के अनुरूप पदों की स्वीकृति कैबिनेट ने दी है। कैबिनेट ने राज्य के 35 सदर अस्पतालों के लिए 210 ड्रेसर के पदों के सृजन की स्वीकृति दी है। सदर अस्पतालों में स्थापना एवं प्रतिबद्ध व्यय के अंतर्गत इन पदों की स्वीकृति दी गई है। वहीं, बिहार औषधि नियंत्रण प्रयोगशाला, अगमकुआं, पटना में विभिन्न कोटि के 39 पद सृजित होंगे।