लंदनः ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का आज अंतिम संस्कार लंदन में होगा। ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महारानी के अंतिम संस्कार में तकरीबन पांच सौ लोगों को आमंत्रित किया गया है। भारत की तरफ से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू महारानी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए लंदन पहुंच चुकी हैं, लेकिन रूस सहित छह देशों को महारानी के अंतिम संस्कार में शामिल होने से लिए आमंत्रित नहीं किया गया है। जिन देशों को महारानी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए नहीं बुलाया गया है, उनमें रूस, म्यांमार, बेलारूस, सीरिया, वेनेजुएला और अफगानिस्तान शामिल हैं।

महारानी के उत्तराधिकारी और उनके बेटे किंग चार्ल्स-III की इच्छा के मुताबिक, महारानी के अंतिम संस्कार के बाद एक हफ्ते तक पूरे देश में सार्वजनिक शोक का एलान किया जाएगा। क्वीन एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार में अलग-अलग देशों के 500 से ज्यादा प्रतिनिधि शामिल होंगे।

ब्रिटेन का यह शाही आयोजन आमतौर पर नई और पुरानी प्रथाओं का मिला-जुला रूप रहे हैं, इस लिहाज से अबकी बार महारानी एलिजाबेथ-द्वितीय का अंतिम संस्कार भी अपवाद नहीं होगा। ऐसे में यह जानना अहम है कि आखिर इस बार राजपरिवार में होने जा रहा अंतिम संस्कार किस तरह से अलग होगा? सोमवार को पूरे दिन का कार्यक्रम क्या होगा? इसके अलावा  पूरे ब्रिटेन में इस दिन क्या-क्या होगा? आइये जानते हैं…

कहां होगा अंतिम संस्कार?– 63 वर्षों के लंबे शासन के बाद वर्ष 1901 में महारानी विक्टोरिया के निधन के साथ ही राजपरिवार में अंतिम संस्कार के नियमों में परिवर्तन शुरू हुए। इसका मकसद राजशाही को और अधिक सार्वजनिक करना था। ऐसा शाही परिवार के प्रति अधिक लोकप्रियता को प्रोत्साहित करने के लिए किया गया था, क्योंकि समाज अधिक लोकतांत्रिक होता जा रहा था।

इसी कड़ी में क्वीन एलिजाबेथ का राजकीय अंतिम संस्कार वेस्टमिंस्टर ऐबी में होगा। उनका ताबूत चार दिन तक वेस्टमिंस्टर हॉल में ही रखा रहा था। आपको बता दें कि वेस्टमिंस्टर ऐबी वही जगह है, जहां साल 1066 से ब्रिटिश राजघराने के सदस्यों की ताजपोशी हुई है। एडवर्ड-पंचम और एडवर्ड अष्टम को छोड़ दें, तो सभी महाराज और महारानियों को यहीं ताज पहनाया गया और यहीं पर उनका अंतिम संस्कार हुआ। महारानी एलिजाबेथ-II की ताजपोशी भी वेस्टमिंस्टर ऐबी में ही हुई थी और यह राजपरिवार में ताजपोशी का पहला कार्यक्रम था, जिसे पूरी दुनिया में प्रसारित किया गया था।

वेस्टमिंस्टर ऐबी ब्रिटेन में 16 शाही शादियों का स्थान भी रह चुकी है। खुद ब्रिटिश महारानी एलिजाबेथ-II और प्रिंस फिलिप की 1947 में यहीं शादी हुई थी। इसके बाद प्रिंस विलियम और उनकी पत्नी कैथरीन की शादी भी इसी जगह पर हुई। महारानी को जिस जगह दफनाया जाएगा, वह जगह होगी सेंट जॉर्ज चैपल षष्ठम चैपल, जिसे 1969 में बनाया गया था। उन्हें अपने माता-पिता जॉर्ज षष्ठम और महारानी एलिजाबेथ के पास ही दफनाया जाएगा। प्रिंस फिलिप के अवशेषों को भी बाद में यहीं लाया जाएगा।

कौन-कौन हिस्सा लेगा?-ब्रिटेन महारानी के अंतिम संस्कार में भारत की तरफ से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कार्यक्रम का हिस्सा रहेंगी। वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, कनाडा के राष्ट्रपति जस्टिन ट्रूडो, श्रीलंका के पीएम रानिल विक्रमसिंघे और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ महारानी के अंतिम संस्कार का हिस्सा बनेंगे। इन सबके अलावा न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न, यूरोपीय संघ की अध्यक्ष उर्सला वॉन डर लेयन, तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोआन भी अंतिम संस्कार में पहुंचेंगे। हालांकि, महारानी के अंतिम संस्कार में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन नहीं पहुंचेंगे।

आज क्या-क्या होगा? ब्रिटेन की महारानी के अंतिम संस्कार के दिन दो मिनट का मौन रखा जाएगा। राष्ट्रीय शोक दिवस मनाने का चलन फिर से शुरू होने से सार्वजनिक भागीदारी भी बढ़ेगी। इससे जहां बड़ी संख्या में दर्शक टेलीविजन पर अंतिम संस्कार समारोह को देख सकेंगे, वहीं लंदन में निकाले जाने वाले जुलूस मार्ग में लोग बड़ी संख्या में एकत्र होंगे। पूरे ब्रिटेन में कई रिटेलर्स भी व्यापार बंद रखेंगे, ताकि उनके कर्मचारी महारानी को श्रद्धांजलि दे सकें। द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक, टेस्को, सेन्सबरी, मॉरिसन्स, लिड्स, मैक्डोनाल्ड्स के अलावा कुछ और संस्थानों ने अपने आउटलेट्स बंद रखने की बात कही है।

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