दिल्लीः आज के ही दिन यानी 07 सितंबर 2019 को भारत के नाम एक बड़ी उपलब्धि दर्ज होते होते रह गई। हम बात कर रहे हैं चंद्रयान-2 अभियान की। भारत ने लैंडर विक्रम को चांद पर उतारने की कोशिश की थी, लेकिन चांद की सतह से महज 2.1 किमी दूर लैंडर का इसरो कंट्रोल रूम से संपर्क टूट गया।
इसके बाद इसरो के सेंटर में कुछ देर के लिए सन्नाटा छा गया। इसरो प्रमुख के सिवन कुछ देर के लिए शांत बैठे दिखे। ऐसी ही कुछ तस्वीरे वैज्ञानिकों की भी देखी गईं। दर्शक और देशभर से पहुंचे 70 से ज्यादा बच्चे हैरान प्रार्थना करते दिखे।
दरअसल, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर विक्रम की शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात 1 बजकर 55 मिनट पर लैंडिंग होनी थी, लेकिन इसका समय बदलकर 1 बजकर 53 मिनट कर दिया गया था। हालांकि, यह समय बीत जाने के बाद भी लैंडर विक्रम की स्थिति का पता नहीं चल सका। चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर अभी भी चंद्रमा की सतह से 119 किमी से 127 किमी की ऊंचाई पर घूम रहा है। 2379 किलो वजनी ऑर्बिटर के साथ 8 पेलोड हैं और यह एक साल काम करेगा। यानी लैंडर और रोवर की स्थिति पता नहीं चलने पर भी मिशन जारी रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार रात चंद्रयान-2 की चांद पर लैंडिंग देखने के लिए इसरो मुख्यालय में मौजूद थे। पहले के. सिवन ने उन्हें चंद्रयान-2 मिशन तय रास्ते पर चलने की जानकारी दी। देर रात 1 बजकर 53 मिनट पर सिवन फिर प्रधानमंत्री के पास आए और उन्हें बताया कि लैंडर का पृथ्वी से संपर्क टूटा गया है। जब पीएम मोदी मुख्यालय से निकलने लगे, तो इसरो प्रमुख के सिवन भावुक हो गए और रोने लगे। यह देख मोदी ने फौरन उन्हें गले लगा लिया। करीब 26 सेकंड तक मोदी उनकी पीठ थपथपाते रहे। इससे पहले प्रधानमंत्री ने कहा, “भले ही आज रुकावटें हाथ लगी हों, लेकिन इससे हमारा हौसला कमजोर नहीं पड़ा, बल्कि और बढ़ा है। भले ही हमारे रास्ते में आखिरी कदम पर रुकावट आई हो, लेकिन हम मंजिल से डिगे नहीं है। अगर किसी कला-साहित्य के व्यक्ति को इसके बारे में लिखना होगा, तो वे कहेंगे कि चंद्रयान चंद्रमा को गले लगाने के लिए दौड़ पड़ा। आज चंद्रमा को आगोश में लेने की इच्छाशक्ति और मजबूत हुई है।”
मोदी ने वैज्ञानिकों से कहा, ‘‘हम अमृतत्व की संतान हैं। हमें सबक लेना है, सीखना है, आगे ही बढ़ते जाना है। हम मिशन के अगले प्रयास में भी और उसके बाद के हर प्रयास में सफल होंगे। हमारे चंद्रयान ने ही चांद पर पानी होने की जानकारी दुनिया को दी। हमने 100 से ज्यादा सैटेलाइट लॉन्च करके रिकॉर्ड बनाया। रुकावट के एक-दो लम्हों से आपकी उपलब्धियां कम नहीं हो सकतीं। मैं आपको उपदेश देने नहीं आया हूं। सुबह-सुबह आपके दर्शन करने और आपसे प्रेरणा लेने के लिए आया हूं। आप अपने आप में प्रेरणा का समंदर हैं। आप सभी को आने वाले हर मिशन के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। मैंने पहले कहा है कि वैसे ही विज्ञान परिणामों से कभी संतुष्ट नहीं होता है। विज्ञान की इनहेरेंट क्वॉलिटी है प्रयास, प्रयास और प्रयास। वो परिणाम में से नए प्रयास के अवसर ढूंढ़ता है।’’ फिर प्रधानमंत्री मोदी सभी वैज्ञानिकों से मिलने के बाद इसरो सेंटर से चले गए। आइए एक नजर डालते हैं देश और दुनिया में 07 सितंबर को घटित हुईं महत्वपूर्ण घटनाओं पर-
1701: जर्मनी, इंग्लैंड और नीदरलैंड ने फ्रांस विरोधी समझौते पर हस्ताक्षर किये।
1812: बोरोडिनो के युद्ध में नेपोलियन ने रूसी सेना को पराजित किया।
1813: अमेरिका के लिए सबसे पहली बार ‘अंकल सैम’ संबोधन का प्रयोग किया गया।
1822: ब्राजील ने पुर्तगाल से अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की।
1860: लेडी एलगीन नामक जहाज के लेक मिसीगन डूब जाने से 400 से अधिक लोगों की मौत हो गई।
1906: बैंक ऑफ़ इंडिया की स्थापना हुयी।
1921: अमेरिका के न्यू जर्सी में पहली मिस अमरिका सौंदर्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था।
1923: विएना में इंटरपोल की स्थापना हुई।
1927: फिलियो टेलर ने पूर्णतः इलेक्ट्राणिक टीवी बनाने में सफलता हासिल की।
1929: फिनलैंड में नाजीजार्वी लेक में कुरो नाम स्टीमर के डूबने से 136 लोगों की मौत।
1940: द्वितीय विश्वयुद्ध में जर्मन सेना ने ब्रिटेन से लड़ाइ की अपनी रणनीति परिवर्तित की और लंदन सहित ब्रिटेन के विभिन्न शहरों पर बमबारी आरंभ कर दी।
1943: टेक्सास के ह्यूस्टन में एक होटल में आग लगने से 45 लोगों की मौत।
1950: हंगरी में सभी मठों को बंद किया गया।
1953: निखिता खुर्स्चियो सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी की सचीव चुनी गईं।
1977: इथोपिया ने सोमालिया के साथ राजनयिक संबंध तोड़े।
1979: स्कॉट रसमिसल और उनके पिता ब्यू रस्मिसन द्वारा स्थापित खेल और मनोरंजन केबल चैनल इ.एस.पी.एन. ने केबल कार्यक्रमों की शुरुआत की।
1986: विशप डेस्मंड टूटू नोबेल पुरस्कार जीतने के पश्चात 2 वर्ष के लिए केपटाउन के पहले काले आर्च विशप बने।
1999: एथेंस में 5.9 तीव्रता के भूकंप से 143 लोगों की मौत हो गयी और 500 से अधिक घायल हो गए तथा 50,000 लोग बेघर हो गए।
2002ः इयाजुद्दीन अहमद बांग्लादेश के नये राष्ट्रपति बने।
2004: फिजी के विजय सिंह टाइगर वुड्स को पीछे छोड़कर विश्व के नम्बर एक गोल्फ़र बने।
2005: मिस्र में पहली बार राष्ट्रपति चुनाव हुआ।
2006: बेरेंट्स सागर में रूस की एक परमाणु पनडुब्बी में आग लगने से चालक दल के दो सदस्यों की मौत।
2008: भारत-अमेरिका परमाणु करार के तहत एन.एस.जी. के 45 सदस्यों ने भारत को अन्तर्राष्ट्रीय बिरादरी से परमाणु व्यापार की छूट दी।
2008: खगोलविदों ने आकाश गंगा के बीचोबीच मौजूद विशालकाय ब्लैकहोल ने अन्दर साफ-साफ देखने में सफलता पाई।
2009: भारत के पंकज आडवाणी ने विश्व पेशेवर बिलियडर्स का ख़िताब जीता।
2009: 55वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार 2007 में सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म का ख़िताब निर्देशक प्रियदर्शन की फ़िल्म ‘कोजीवरम’ को मिला।
2011: रूसी विमान याकोवलेव याक-42 के उड़ान भरने के तुरत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से 22 हॉकी खिलाड़ियों की पूरी टीम सहित 44 लोगों की मौत हो गई।
2011: दिल्ली उच्च न्यायालय परिसर के द्वार संख्या-5 के पास सूटकेस में रखे गए बम के विस्फोट में 11 लोगों की मौत हो गई और 74 लोग घायल हो गए।
2011: क्वेटा (पाकिस्तान) के सिविल लाइन्स क्षेत्र में कमिश्नर कार्यालय के पास विस्फोटक भरी कार से हुए आत्मघाती धमाकों में एक एफसी अधिकारी समेत 21 लोग मारे गए और 40 से अधिक लोग जख्मी हो गए।
2012: दक्षिण-पश्चिम चीन में आए भूकंप से 64 लोग मारे गए और 715 घायल हो गये।