दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के बीच बैठक मंगलवार को यहां स्थित हैदराबाद हाउस में बैठक हुई। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच आतंकवाद, कट्टरवाद और जलवायु परिवर्तन समेत समेत वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा हुई। पीएम ने कहा कि यह जरूरी है कि हम एक साथ उन ताकतों का सामना करें जो हमारे खिलाफ हैं। इस बैठक बैठक के बाद पीएम मोदी और शेख हसीना ने साझा बयान भी जारी किया। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले साल हमने बांग्लादेश की आजादी के 50 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया और पहला मैत्री दिवस भी सेलिब्रेट किया। उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादश आने वाले दिनों में नई ऊंचाइयों को छुएंगे। बांग्लादेश और भारत के बीच व्यापार लगातार बढ़ रहा है। IT, स्पेस, न्यूक्लियर जैसे सेक्टर्स में भी दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है। पीपुल टू पीपुल कोऑपरेशन में लगातार इम्प्रूवमेंट हो रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, “54 नदियां भारत-बांग्लादेश सीमा से होकर बहती हैं जो दोनों देशों के लोगों की आजीविका से जुड़ी हैं। आज, हमने कुशियारा नदी के जल-बंटवारे के संबंध में एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।” बता दें कि कुशियारा नदी जल बंटवारे से दक्षिण असम और बांग्लादेश का सिलहट क्षेत्र लाभांवित होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की “पड़ोसी पहले” नीति के तहत बांग्लादेश एक प्रमुख भागीदार रहा है। भारत और बांग्लादेश ने भूमि और समुद्री सीमा सीमांकन, सुरक्षा, संपर्क, विकास सहयोग, सांस्कृतिक आदान-प्रदान, शक्ति और ऊर्जा, व्यापार और वाणिज्य, अर्थव्यवस्था और रक्षा सहित कई क्षेत्रों में ठोस परिणाम प्राप्त किए हैं।”
इससे पहले पीएम मोदी ने भारत दौरे पर आईं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में रिसीव किया। आपको शेख हसीना 8 सितंबर तक भारत दौरे पर रहेंगी। इस दौरान दोनों देशों के बीच 7 समझौते हो सकते हैं। दोनों नेताओं के बीच बैठक से पहले शेख हसीना ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि यह एक बहुत ही उपयोगी चर्चा होगी और हमारा मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से विकसित होना और हमारे लोगों की बुनियादी जरूरतों को भी पूरा करना है जो हम कर पाएंगे। दोस्ती से आप किसी भी समस्या का समाधान निकाल सकते हैं इसलिए, हम हमेशा ऐसा करते हैं।
वहीं शेख हसीना ने राष्ट्रपति भवन में कहा, “जब लिबरेशन वॉर हुआ, हमारे देश ने जब स्वाधीनता पाई तब भारत और यहां के लोगों ने हमारा साथ दिया, सपोर्ट किया। उस कॉन्ट्रीब्यूशन के लिए मैं हमेशा भारत की आभारी रहूंगी।“
उन्होंने कहा, “भारत हमारा मित्र है। भारत आना हमेशा ही मेरे लिए सुखद रहता है, क्योंकि हमें हमेशा याद दिलाता है कि इस देश ने बांग्लादेश की आजादी के वक्त क्या योगदान दिया था। हमारे संबंध दोस्ताना हैं और हम हमेशा एक-दूसरे का सहयोग करते हैं।“
शेख हसीना ने कहा, “हमारा मुख्य फोकस हमारे लोगों के बीच सहयोग बढ़ाना, गरीबी को खत्म करना और इकोनॉमी को दुरुस्त करना है। इन मुद्दों के साथ मिलकर हम दोनों देश साथ काम करेंगे। इससे भारत-बांग्लादेश ही नहीं, बल्कि पूरे दक्षिण एशिया के लोगों को बेहतर जीवन मिल सके। यही हमारा लक्ष्य है।“ 8 सितंबर को शेख हसीना अजमेर शरीफ की दरगाह पर भी जाएंगी।
इससे पहले सोमवार को दिल्ली पहुंचीं शेख हसीना का कपड़ा और रेल राज्य मंत्री दर्शन जरदोश ने स्वागत किया। उन्होंने द्विपक्षीय हित के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात की और दिल्ली में एक प्रमुख तीर्थस्थल पर्यटक आकर्षण निजामुद्दीन औलिया दरगाह का दौरा किया।
Rupsha rail bridge is part of the Khulna-Mongla port rail line project being taken up under India’s concessional Line of Credit extended to the Government of Bangladesh.
Project will greatly increase connectivity of Mongla Port & provide alternate route for rail & maritime trade pic.twitter.com/MZ8OiJ5Xz2
— PIB India (@PIB_India) September 6, 2022
शेख हसीना ने सोमवार को कहा था कि भारत बांग्लादेश का ‘टेस्टेड फ्रेंड’ यानी परखा हुआ दोस्त है। उन्होंने कहा, “भारत ने वैक्सीन मैत्री प्रोग्राम के तहत बांग्लादेश को वैक्सीन की कई खेप भेजीं। ये भी सराहनीय है। उन्होंने पड़ोसी देशों के बीच मजबूत सहयोग कायम रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच मतभेद हो सकते हैं, लेकिन उन्हें बातचीत के माध्यम से हल किया जाना चाहिए।“