स्कॉटलैंडः ब्रिटेन में लिज ट्रस मंगलवार को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कासल में क्वीन एलिजाबेथ ने उन्हें पीएम पद की शपथ दिलाई। आमतौर पर इस कार्यक्रम का आयोजन लंदन के बकिंघम पैलेस में होता है, लेकिन क्वीन इस वक्त स्कॉटलैंड में हैं। इसलिए नए पीएम की शपथ स्कॉटलैंड में हुई। 96 साल की क्वीन खराब सेहत के चलते यात्रा नहीं कर पा रही हैं। इसके साथ ही लिज ट्रस ब्रिटेन की 56वीं प्रधानमंत्री बन गई।

ब्रिटेन में पीएम पद के शपथ इस मामले में विशेष रहा कि लिज ने उन्हीं क्वीन एलिजाबेथ के सामने शपथ ग्रहण की, जिनका वह 1994 में खुला विरोध कर चुकी हैं। यह भी रोचक है कि राजशाही का विरोध करने वाली पहली महिला प्रधानमंत्री को क्वीन ने ही पीएम की सील या मुहर भी सौंपी।

उधर, ‘द मिरर’ ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि भारतीय मूल के ऋषि सुनक को ट्रस कैबिनेट में जगह नहीं मिलेगी। सभी नाम तय हो चुके हैं। टॉप 4 पोजिशन पर सभी अश्वेत सांसदों के नाम बताए गए हैं। जॉनसन सरकार में सुनक वित्त मंत्री थे और कोविड के दौर में ब्रिटेन को मुश्किल से उबारने के लिए उनकी दुनिया में तारीफ हुई थी।

इसके पहले बोरिस जॉनसन ने पीएम हाउस 10 डाउनिंग स्ट्रीट से बतौर प्रधानमंत्री आखिरी भाषण दिया, जिसमें उन्होंने वापसी का भरोसा दिलाया। फिर पत्नी कैरी के साथ स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कासल पहुंचे और महारानी को इस्तीफा सौंप दिया।

वहीं बीबीसी (BBC) की रिपोर्ट के अनुसार स्कॉटलैंड में क्वीन से मुलाकात के लिए लिज और जॉनसन अलग-अलग एयरक्राफ्ट से पहुंचे। जॉनसन को इस्तीफा सौंपना था और लिज को अपॉइंटमेंट लेटर मिलना था। लंदन से बाल्मोरल कासल आने-जाने का सफर करीब 1300 किलोमीटर का है।

पहले जॉनसन और पत्नी कैरी क्वीन के पास पहुंचे। इस्तीफा दिया और प्रधानमंत्री बनाने के लिए महारानी का शुक्रिया अदा किया। इसके करीब 38 मिनट बाद लिज पहुंचीं। अपॉइंटमेंट लेटर लिया और क्वीन को थैंक्स कहते हुए हाथ मिलाया। जॉनसन के इस्तीफे और लिज की नियुक्ति के बीच जो समय रहा, उस दौरान ब्रिटेन का कोई प्रधानमंत्री नहीं था।

आपको बता दें कि ब्रिटेन में प्रधानमंत्री के रूप में चुने गए नेता और राजप्रमुख (फिलहाल क्वीन एलिजाबेथ) की पारंपरिक मुलाकात को ‘किसिंग हैंड्स’ सेरेमनी कहा जाता है। अब लिज वापस लंदन आएंगी। यहां 10 डाउनिंग स्ट्रीट से उनका पहला भाषण होगा। भाषण के बाद लिज कैबिनेट का ऐलान करेंगी। क्वीन मंत्रियों को जूम कॉल पर शपथ दिलाएंगी। उनके हेड ऑफ द डिपार्टमेंट मंत्रियों को ‘सील या मुहर’ सौंपने की रस्म पूरी करेंगे।

यहां पर नई कैबिनेट की पहली बैठक बुधवार (7 सितंबर) को होगी। इसके बाद प्रधानमंत्री लिज पहली बार सदन (हाउस ऑफ कॉमन्स) पहुंचेंगी।

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