स्पोर्ट्स डेस्कः एशिया कप के सुपर-4 मुकाबले में रविवार को भारत को पराजय का सामना करना पड़ा। पाकिस्तान ने टीम इंडिया को पांच विकेट से हरा दिया। इस मैच में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने 60 रनों की बेहतरीन पारी खेली। मैच के बाद जब विराट कोहली प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए आए तो उनसे एक पत्रकार ने सवाल किया कि पिछले काफी दिनों से आपका बल्ला खामोश रहा और हर तरफ आपकी आलोचना हुई। कई दिग्गज खिलाड़ियों ने आपका सपोर्ट किया, तो बहुत से लोगों ने आपके बारे में भला-बुरा बोला। इस दौरान आपने खुद को कैसे संभाला?
कोहली ने जब इस सवाल का जवाब दिया तो हर कोई हक्का-बक्का रह गया। उन्होंने कहा, “जब मैंने टेस्ट की कप्तानी छोड़ी तो धोनी इकलौते ऐसे इंसान थे जिन्होंने मुझे मैसेज किया। सभी के पास मेरा नंबर है, लेकिन किसी और ने मुझसे बात करना सही नहीं समझा। मुझे माही भाई से ना कुछ चाहिए ना उनको मुझसे कुछ लेना है। हम दोनों एक दूसरे की इज्जत करते हैं बस। लोगों का काम है टीवी पर बोलना, लेकिन अगर मैं बोलूंगा तो उनके मुंह पर बोलूंगा।“
पूर्व कप्तान विराट कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी की और सिर्फ 44 गेंद में 60 रन बना दिए। इस दौरान उनके बल्ले से 4 चौका और 1 छक्का निकला। इसके बावजूद भारतीय टीम को मैच में 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में विराट ने जो बात कही। ऐसा लगा कि वह फॉर्म में वापस लौटने का इंतजार कर रहे थे और अपने मन की भड़ास निकालना चाहते थे। ये भड़ास किसके खिलाफ था। ये क्लियर नहीं हो पाया।
आपको बता दें कि कोहली और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली का एक बयान उस समय काफी वायरल हुआ था, जब विराट ने वनडे और टी-20 की कप्तानी छोड़ी थी। दादा ने तब कहा था कि विराट को वनडे कप्तानी से हटाए जाने का फैसला BCCI और चयनकर्ताओं ने मिलकर लिया है। BCCI ने विराट से टी-20 की कप्तानी नहीं छोड़ने को कहा था, लेकिन वह सहमत नहीं हुए। चयनकर्ताओं का मानना था कि लिमिटेड ओवर्स के फॉर्मेट में दो अलग-अलग कप्तान नहीं होने चाहिए। इसलिए यह फैसला लिया गया।’
गांगुली के इस बयान पर विराट ने कहा था कि मैंने BCCI को बताया था कि मैं टी-20 की कप्तानी छोड़ना चाहता हूं, जब मैंने ऐसा किया तो बोर्ड ने मेरी इस बात को बहुत अच्छे ढंग से स्वीकार किया। उनके भीतर कोई झिझक नहीं थी। किसी ने मुझे कप्तानी जारी रखने के लिए मुझसे नहीं कहा था। बोर्ड ने मुझसे बोला कि यह एक अच्छा कदम है।
इसके बाद गांगुली ने फिर एक बयान दिया और कहा था, ‘BCCI की तरफ से कोहली पर कोई दबाव नहीं बनाया गया था। हमने उनसे कप्तानी छोड़ने को लेकर कुछ नहीं कहा था। हम ऐसा काम नहीं करते, क्योंकि मैं भी खिलाड़ी रहा हूं और मैं इसे बहुत अच्छे से समझता हूं।’ इन सब विवादों के बाद 2022 के साउथ अफ्रीका दौरे पर विराट ने टेस्ट कप्तानी भी छोड़ दी थी।