रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है। चुनाव आयोग ने सोरेन की विधानसभा की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की है। हालांकि आयोग ने हेमंत के चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित करने का फैसला राज्यपाल रमेश बैस पर छोड़ा है। उम्मीद की जा रही है इस पर शुक्रवार को फैसला ले लेंगे।
आपको बता दें कि बीजेपी ने हेमंत सोरेन पर मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए रांची के अनगड़ा में 88 डिसमिल पत्थर माइनिंग लीज लेने का आरोप लगाया गया था। इसके बाद राज्यपाल बैस ने चुनाव आयोग से इस मामले में राय मांगी थी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक नई दिल्ली से रांची आकर विशेष दूत ने गुरुवार को सीलबंद लिफाफे में चुनाव आयोग की राय राजभवन को सौंप दी है। झामुमो सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अगर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कुर्सी गई तो उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
झारखंड के सियासी गेम में अब बीजेपी भी उतर गई है। बाजी को अपने पाले में डालने के लिए बीजेपी की नजर अब कांग्रेस के 10 और झामुमो के तीन असंतुष्ट विधायकों पर है, क्योंकि हेमंत सोरेन अगर पत्नी का नाम आगे करते हैं, तो उनके परिवार के सदस्यों के साथ ही पार्टी के विधायकों में नाराजगी हो सकती है। आपको बता दें कि शराब नीति के विरोध में झामुमो के अपने ही विधायक सरकार के खिलाफ आवाज उठा चुके हैं। उधर, कांग्रेस में भी 10 विधायक ऐसे हैं, जो पार्टी नेतृत्व से असंतुष्ट हैं। अगर ये अंसतुष्ट भी एकजुट हो गए तो राजनीतिक उथल-पुथल बढ़ सकती है।
उधर, बीजेपी कोर कमेटी की गुरुवार शाम बैठक हुई, जिसमें झारखंड के राजनीतिक हालात पर चर्चा की गई। तय हुआ कि जब तक राज्यपाल बैस अपना फैसला नहीं सुना देते, तक तक वेट एंड वॉच की स्थिति रखी जाए। राज्यपाल का फैसला आने के बाद फिर बैठक बुलाई जाएगी।
वहीं, कांग्रेस ने देर रात विधायक दल की बैठक बुलाई और राज्य के मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा की। इसमें सभी विधायकों को समस्या का समाधान होने तक रांची में ही रहने को कहा गया। बैठक में 18 में से 13 विधायक मौजूद थे। तीन विधायक सस्पेंड हैं, जबकि ममता की पिछले हफ्ते ही डिलीवरी हुई है।
वहीं, प्रदीप यादव बीमार हैं, लेकिन शुक्रवार सुबह तक रांची पहुंच जाएंगे। बैठक के बाद कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि सोशल मीडिया से जानकारी मिली है कि आयोग ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सदस्यता रद्द कर दी है, लेकिन ऐसा कोई नोटिस न तो मुख्यमंत्री को मिला है और न हमें।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक अगर हेमंत सोरेन की मुख्यमंत्री की कुर्सी जाती है, तो इस पद के लिए सबसे पहला नाम सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन का है। दूसरे और तीसरे नंबर पर जोबा मांझी और चम्पई सोरेन हैं। आपको बता दें कि दोनों सोरेन परिवार के काफी करीबी और विश्वस्त हैं। कांग्रेस ने भी इन नामों पर अभी तक नहीं किसी तरह की आपत्ति नहीं जताई है।