दिल्ली: सीबीआई ने गुरुवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित देशभर में 20 ठिकानों पर छापेमारी की। आपको बता दें कि नई शराब नीति को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने सीबीआई जांच को मंजूरी दी थी। वहीं, सीबीआई ने इस मामले में 15 लोगों को आरोपी बनाया है। उधर, सीबीआई की छापेमारी को लेकर सियासत भी चरम पर है। दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से लेकर संजय सिंह, राघव चड्ढा सभी लोग केंद्र सरकार और बीजेपी पर निशाना साधा है।

सीबीआई की प्राथमिकी (एफआईआर) में मनीष सिसोदिया के अलावा तत्कालीन आबकारी आयुक्त अरवा गोपीकृष्णा, तत्कालीन आबकारी उपायुक्त आनंद तिवारी, आबकारी अतिरिक्त आयुक्त पंकज भटनागर, एंटरटेनमेंट एंड इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ऑनली मच लाउडर के सीईओ विजय नायर, पेरनोड रिकार्ड के पूर्व कर्मी मनोज राय, ब्रिंडको सेल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अमनदीप ढल, इंडोस्प्रिट ग्रुप के प्रबंध निदेशक समीर महेंद्रु, बडी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अमित अरोड़ा, फर्म बडी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड, दिनेश अरोड़ा, फर्म महादेव लिकर्स, महादेव लिकर्स के वरिष्ठ अधिकारी सन्नी मारवाह, अरुण रामचंद्र पिल्लई, अर्जुन पांडे और अज्ञात का नाम शामिल है।

सीबीआई की छापेमारी को लेकर केजरीवाल ने कहा कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर सीबीआई की छापेमारी वैश्विक स्तर पर सराहे जा रहे उनके अच्छे प्रदर्शन का परिणाम है। उन्होंने कहा कि पहले भी सीबीआई के छापे पड़े हैं और इस बार भी कुछ सामने नहीं आएगा। सीबीआई ने दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के संबंध में सिसोदिया के आवास समेत 10 से अधिक स्थानों पर शुक्रवार सुबह छापेमारी की। केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘जिस दिन अमेरिका के सबसे बड़े अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के मुख्य पृष्ठ पर दिल्ली शिक्षा मॉडल की तारीफ और मनीष सिसोदिया की तस्वीर छपी, उसी दिन उनके घर पर केंद्र ने सीबीआई को भेजा।’

आम आदमी पार्टी (आप) ने सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई की कार्रवाई को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। आप ने मोदी पर मुख्यमंत्री केजरीवाल तथा उनके कार्य करने के तरीकों की बढ़ती लोकप्रियता के कारण पार्टी तथा उसके नेताओं को बदनाम करने के लिए जांच एजेंसी का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। पार्टी ने कहा कि सिसोदिया अंततः पाक साफ साबित होंगे और प्रधानमंत्री का असली चेहरा देश के सामने आएगा। आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आबकारी नीति तैयार करने में कथित अनियमितताएं सीबीआई को सिसोदिया के पीछे लगाने का एक बहाना मात्र है। उन्होंने कहा, असली मुद्दा यहां अरविंद केजरीवाल और शिक्षा व स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों में उनके दिल्ली शासन के मॉडल की बढ़ती लोकप्रियता है।

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