दिल्लीः अंग्रेजों की गुलामी से भारत 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र हुआ, लेकिन इसकी प्रक्रिया बहुत पहले शुरू हो गई थी। लॉर्ड माउंटबेटन ने 3 जून 1947 को भारत की आजादी का प्लान पेश किया था। उन्होंने फैसला भी सुना दिया था कि भारत आजाद तो होगा, लेकिन वह दो हिस्सों में बंट जाएगा। इस प्लान को जवाहरलाल नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना स्वीकार कर चुके थे।
अब अंग्रेजों के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी- बंटवारा। भारत में इतनी विविधता थी कि गोरों के लिए बंटवारा बहुत मुश्किल हो गया था। किस हिस्से को भारत में रखा जाए और किसे पाकिस्तान में दिया जाए, इसका जवाब इतना आसान न था। इतना ही तय हुआ था कि बंटवारा धर्म के आधार पर होगा। इसके बाद भी कई इलाके ऐसे थे, जहां हिन्दू-मुस्लिम आबादी लगभग बराबर थी।
तब ब्रिटिश सरकार ने सिरिल रेडक्लिफ नाम के एक वकील को बंटवारे की जिम्मेदारी सौंपी। इससे पहले न तो रेडक्लिफ भारत आए थे और न ही उन्हें भारत की विविधता के बारे में कोई जानकारी थी। माउंटबेटन ने इसी वजह से उन्हें इस काम के लिए चुना भी था। उन्हें उम्मीद थी कि रेडक्लिफ ही निष्पक्षता के साथ विभाजन का काम कर सकते हैं।
रेडक्लिफ को दो सीमा आयोगों का अध्यक्ष बनाया गया- एक बंगाल और एक पंजाब। उनकी सहायता के लिए दो हिन्दू और दो मुस्लिम वकीलों को भी नियुक्त किया गया। 8 जुलाई 1947 को रेडक्लिफ भारत आए। बंटवारे जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिए उन्हें सिर्फ 5 हफ्ते का समय मिला था। उन्हें 15 अगस्त तक दोनों देशों का बंटवारा करना था।
बंगाल और पंजाब दोनों ही इलाकों में आबादी के लिहाज से विभाजन एक बड़ी चुनौती थी। दोनों ही इलाकों में हिन्दू-मुस्लिम की आबादी लगभग बराबर थी। रेडक्लिफ ने 12 अगस्त 1947 तक अपना काम पूरा कर लिया था। 17 अगस्त 1947 को रेडक्लिफ ने विभाजन रेखा को सार्वजनिक किया। भारत को बांटने वाली इस रेखा को ही रेडक्लिफ लाइन कहा जाता है।
लाहौर में उस समय हिंदू आबादी अधिक थी। किसी को नहीं लग रहा था कि रेडक्लिफ लाहौर पाकिस्तान को दे देंगे। जब इस फैसले पर सवाल उठे तो रेडक्लिफ ने एक इंटरव्यू में बताया कि वे लाहौर को भारत में रख चुके थे, लेकिन तब पाकिस्तान के हिस्से में कोई बड़ा शहर नहीं आया था। इस वजह से उन्होंने लाहौर पाकिस्तान को देने का फैसला किया।
भारत-पाकिस्तान की सीमा तय होने के बाद ही पलायन का दौर शुरू हुआ। करोड़ों लोगों ने पाकिस्तान से भारत और भारत से पाकिस्तान पलायन किया। विभाजन का काम पूरा करने के बाद रेडक्लिफ अगले ही दिन ब्रिटेन लौट गए और कभी नहीं लौटे।
अब बात अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की करते हैं। बिल क्लिंटन ने 17 अगस्त 1998 को व्हाइट हाउस इंटर्न मोनिका लेविंस्की से अपने अंतरंग रिश्तों को स्वीकार किया था। मोनिका लेविंस्की ने खुलासा किया था कि नवंबर 1995 से मार्च 1997 के दौरान उनके और क्लिंटन के बीच 9 बार शारीरिक संबंध बने थे। हालांकि, यह रजामंदी से हुआ था।
क्लिंटन पर राष्ट्रपति पद के दुरुपयोग के आरोप लगे। शुरुआत में तो क्लिंटन इन आरोपों से मुकर गए थे, लेकिन 17 अगस्त 1998 को उन्होंने मोनिका के साथ अपने संबंधों की बात सार्वजनिक रूप से स्वीकार कर ली थी।
इस खुलासे में सरकारी कर्मचारी लिंडा ट्रिप की भूमिका अहम थी। लिंडा ने ही दोनों के बीच संबंधों का खुलासा किया था। लिंडा ने क्लिंटन और मोनिका के बीच फोन पर की गई बातचीत रिकॉर्ड कर ली थी। क्लिंटन पर महाभियोग भी चला, लेकिन उनकी कुर्सी बच गई। इसके बाद भी वे दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति चुने गए।
आज ही के दिन यानी 17 अगस्त को 1978 को पहली बार हॉट एयर बैलून से अटलांटिक सागर को पार किया गया था। बेन अब्रुजो, मैक्सी एंडरसन और लेरी न्यूमैन ने 5,021 किलोमीटर का सफर पूरा कर इतिहास रचा था। इस बैलून को डबल ईगल नाम दिया गया था।
इससे पहले 17 बार हॉट एयर बैलून अटलांटिक सागर को पार करने की कोशिशें की जा चुकी थीं, लेकिन एक बार भी सफलता नहीं मिली थी। इन प्रयासों में 7 लोगों की मौत भी हो गई थी। सितंबर 1977 में बेन अब्रुजो और मैक्सी एंडरसन ने अटलांटिक सागर को पार करने का प्रयास किया था, लेकिन तेज हवाओं की वजह से उनका प्रयास भी सफल नहीं रहा। दोनों ने दोबारा प्रयास करने की ठानी। इस बार उन्होंने अपने साथ पायलट लेरी न्यूमैन को भी रखा।
11 सितंबर 1978 को तीनों ने अमेरिका के मैन से उड़ान भरी। शुरुआती चार दिनों का सफर आसान था, लेकिन 16 अगस्त को खराब मौसम की वजह से बैलून 20 हजार फीट की ऊंचाई से गिरकर 4 हजार फीट तक आ गया था। तीनों पायलट ने बैलून को दोबारा सुरक्षित ऊंचाई तक पहुंचाया। 17 अगस्त को तीनों ने पेरिस में उसी जगह पर लैंड किया, जहां 1927 में चार्ल्स लिंडनबर्ग ने न्यूयॉर्क से पेरिस की सोलो प्लेन फ्लाइट के बाद लैंड किया था। आइए एक नजर डालते हैं देश और दुनिया में 17 अगस्त को घटित हुईं महत्वपूर्ण घटनाओं पर-
1858 – अमेरिकी प्रांत हवाई में पहला बैंक खुला।
1869 – पहली अंतरराष्ट्रीय नौकायन प्रतियोगिता लंदन की टेम्स नदी पर आयोजित हुई।
1907 – पाइक प्लेस मार्केट, एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल सिएटल में पंजीकृत ऐतिहासिक जिला खोला गया।
1909 – महान क्रांतिकारी मदन लाल ढींगरा को फांसी पर चढ़ा दिया गया।
1908 – एन्मिइल कोहल द्वारा निर्मित पहला एनिमेटेड कार्टून, फंतास्मागोरी, पेरिस, फ्रांस में दिखाया गया।
1914 – प्रथम विश्व युद्ध: स्टालूपोन की लड़ाई: जनरल हरमन वॉन फ्रैंकोइस की जर्मन सेना ने रूस के आधुनिक नेस्टरोव के पास पॉल वॉन रेनेनकंप द्वारा आदेशित रूसी सेना को हरा दिया।
1916 – साहित्य जगत् में उपन्यासकार के रूप में सर्वाधिक ख्याति प्राप्त अमृतलाल नागर का जन्म।
1918 – बोल्शेविक क्रांतिकारी नेता मोइसी उरित्सकी की हत्या कर दी गई।
1941 – भारतीय रिज़र्व बैंक के इक्कीसवें गवर्नर वॉय. वी. रेड्डी का जन्म।
1942 – द्वितीय विश्व युद्ध: अमेरिकी मरीन ने जापानी-स्थित प्रशांत द्वीप माकिन पर हमला किया।
1943 – द्वितीय विश्व युद्ध: यू.एस. आठवीं वायु सेना ने श्वेनफर्ट-रेगेन्सबर्ग मिशन पर 60 बमवर्षकों के नुकसान का सामना किया।
1943 – द्वितीय विश्व युद्ध: विंस्टन चर्चिल का पहला क्यूबेक सम्मेलन, फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट, और विलियम लियोन मैकेंज़ी किंग शुरू हुआ।
1943 – द्वितीय विश्व युद्ध: रॉयल वायु सेना ने जर्मनी के वी-हथियार कार्यक्रम के खिलाफ ऑपरेशन क्रॉसबो रणनीतिक बमबारी अभियान की पहली हवाई हमला ऑपरेशन हाइड्रा शुरू किया।
1945 – सुकर्णो और मोहम्मद हट्टा ने इंडोनेशिया की आजादी की घोषणा की जो डच साम्राज्य के खिलाफ इंडोनेशियाई राष्ट्रीय क्रांति को उजागर कर रहा था।
1945 – जॉर्ज ऑरवेल द्वारा उपन्यास पशु फार्म पहली बार प्रकाशित हुआ।
1947 – रैडक्लिफ लाइन, भारत और पाकिस्तान के डोमिनियनों के बीच की सीमा का खुलासा किया गया।
1947 – भारत की आजादी के बाद पहली ब्रिटिश सैन्य टुकडी स्वदेश रवाना हुई।
1949 – महान् स्वतंत्रता सेनानी व क्रांतिकारी पुलिन बिहारी दास का निधन।
1953 – व्यसन: दक्षिणी कैलिफ़ोर्निया में नारकोटिक्स बेनामी की पहली बैठक हुई।
1961 – हिंदी भाषा की जानीमानी कवयित्री अनामिका का जन्म हुआ।
1962 – नई बर्लिन दीवार पार करने की कोशिश करते समय पीटर फेचर को गोली मार दी गई और मौत हो गई।
1969 – श्रेणी 5 तूफान केमिली ने यू.एस. खाड़ी तट पर हिट किया, जिसमें 256 की मौत हो गई और 1.42 अरब डॉलर का नुकसान हुआ।
1970: सोवियत संघ ने वेनेरा-7 स्पेसक्राफ्ट को लॉन्च किया। 15 दिसंबर को इस स्पेसक्राफ्ट ने शुक्र ग्रह पर लैंडिंग की। किसी भी दूसरे ग्रह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाले ये पहला स्पेसक्राफ्ट है।
1977 – सोवियत बर्फबारी आर्कटिका उत्तरी ध्रुव तक पहुंचने वाला पहला सतह जहाज बन गया।
1982 – प्रसिद्ध साहित्यकार, जिनका जन्म बेल्जियम की फ्लैंडर्स स्टेट के ‘रम्सकपैले’ गांव में हुआ फ़ादर कामिल बुल्के का निधन।
1988 – पाकिस्तान के राष्ट्रपति मोहम्मद ज़िया-उल-हक और अमेरिकी राजदूत अर्नोल्ड रैफेल विमान दुर्घटना में मारे गए।
1999- तुर्की में 7.4 तीव्रता के भूकंप से 17 हजार से भी ज्यादा लोगों की मौत हुई।
2005 – गाजा से इजरायली विघटन के हिस्से के रूप में, बसने वालों के पहले जबरन निकासी शुरू हुई।
2008 – अमेरिकी तैराक माइकल फेल्प्स एक ओलंपिक खेलों में आठ स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले व्यक्ति बने।
2009 – रूस के खाकासिया में सयानो-शुसेनस्काया बांध में एक दुर्घटना 75 की मौत हो गई और हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर स्टेशन को बंद कर दिया गया।
2015 – बैंकाक, थाईलैंड में इरावैन श्राइन के पास एक बम विस्फोट में कम से कम 19 लोगों की हत्या और 123 अन्य घायल हो गए।