मुंबईः मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के 39 दिन बाद एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को मंत्रिमंडल का गठन किया। राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार 50-50 के फार्मूले पर हुआ। यानी बीजेपी और शिंदे गुट के नौ-नौ विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सबसे पहले बीजेपी के राधाकृष्ण विखे पाटिल ने मंत्री पद की शपथ दिलाई। इसके बाद दूसरे नंबर पर बीजेपी के ही सुधीर मुनगंटीवार ने शपथ ली। फिर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और विजय कुमार गावित ने भी पद एवं गोपनीयता की शपथ ली है।

इसके अलावा भगत सिंह कोश्यारी ने जिन विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई, उनमें गिरीश महाजन, गुलाबराव पाटिल, दादा भुसे, संजय राठौड़, सुरेश खाडे, संदीपन भुमरे, उदय सामंत, तानाजी सावंत, रवींद्र चव्हाण, अब्दुल सत्तार शामिल हैं। साथ ही एकनाथ शिंदे गुट के प्रवक्ता रहे दीपक केसरकर, अतुल सावे, शंभूराज देसाी और मंगलप्रभात ने भी पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। शिंदे कैबिनेट में एक भी महिला को जगह नहीं मिली है। शिंदे कैबनेट मंत्रिमंडल में बीजेपबी के प्रभात लोढा सबसे अमीर हैं, जबकि मुख्यमंत्री खुद सबसे कम 10वीं पास हैं।

आपको बता दें कि शिंदे की नई टीम में सभी के सभी मंत्री करोड़पति हैं। इसमें सबसे ज्यादा संपत्ति मालाबार हिल्स सीट से बीजेपी विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा के पास है। वहीं, सबसे कम यानी 2 करोड़ की प्रॉपर्टी पैठान सीट से विधायक संदीपन भुमरे के पास है। शिंदे कैबिनेट में 12 ऐसे मंत्री हैं, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से कुछ पर गंभीर धाराएं भी लगी हैं। चुनावी हलफनामे के मुताबिक, मुख्यमंत्री शिंदे पर 18 और उप मुख्यमंत्री पर 4 क्रिमिनल केस दर्ज हैं।

शिंदे कैबिनेट में एक मंत्री 10वीं और 5 मंत्री बारहवीं पास हैं। इसके अलावा एक इंजीनियर, 7 ग्रेजुएट, 2 पोस्ट ग्रेजुएट और एक डॉक्टरेट की उपाधि धारक है। बीजेपी के विधायक सुरेश खाडे सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे हैं। वहीं, राज्य के सीएम एकनाथ शिंदे भी 10वीं पास हैं और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने ग्रेजुएशन किया है।

शिंदे कैबिनेट में शामिल पेशे से बिल्डर मंगल प्रभात लोढा सबसे अमीर मंत्री हैं। चुनावी हलफनामे के मुताबिक, उनके पास 441 करोड़ रुपए से अधिक की चल-अचल संपत्ति है। 6 बार के विधायक लोढ़ा के पास 252 करोड़ रुपए से अधिक की चल संपत्ति और करीब 189 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति है। विधायक के पास 14 लाख रुपए की एक जगुआर कार, बॉन्ड और शेयर में अन्य निवेश हैं। उनके पास दक्षिण मुंबई में पांच फ्लैट भी हैं। उनका राजस्थान में एक प्लॉट और उनकी पत्नी के पास मालाबार हिल इलाके में एक मकान है। हलफनामे के मुताबिक, लोढ़ा पर पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं।

उधर, एनसीपी में शिंदे मंत्रिमंडल में महिलाओं को जगह नहीं देने को लेकर प्रतिक्रिया दी है। पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि एकनाथ शिंदे ने अपने मंत्रिमंडल में आधी आबादी यानी महिलाओं को जगह नहीं दी है। यह बहुत गलत है। आदित्य ठाकरे के करीबी आनंद दुबे ने भी किसी भी महिला को मंत्री नहीं बनाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार का कहना है- सब का साथ, सबका विकास, लेकिन हमारी आधी आबादी के साथ सौतेला व्यवहार करती है।

आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा का मानसून सत्र 10 से 18 अगस्त तक आहूत किया गया है। विधानमंडल सचिवालय ने मानसून सत्र से पहले की तैयारियों के लिए छुट्टियां कैंसिल कर दी हैं। सचिवालय की ओर से सोमवार को जारी एक आदेश के मुताबिक, 9 से 18 अगस्त के बीच कर्मचारियों की सभी छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और उन्हें कार्यालय में उपस्थित रहने को कहा गया है।

एकनाथ शिंदे से पहले 13 दिसंबर, 2018 को तेलंगाना के मुख्यमंत्री बनने के बाद के. चंद्रशेखर राव ने दो महीने से अधिक समय तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं किया था। उन्होंने गृह मंत्री मोहम्मद महमूद के साथ 68 दिनों तक सरकार चलाई थी। बाद में 19 फरवरी, 2019 को कैबिनेट विस्तार हुआ।

वहीं, कर्नाटक के तत्कालीन मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने 26 जुलाई, 2019 को सरकार बनाने के बाद 3 हफ्ते तक अकेले सरकार चलाई थी।

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