कोलकाताः शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोपी एवं पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी पर एक महिला ने मंगलवार को जूता फेंका। आपको बता दें कि पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को हर 48 घंटे में ईएसआईसी (ESIC) अस्पताल में चिकित्सकीय जांच के लिए लाया जाता है। आज जब वे मेडिकल टेस्ट करा कर लौट रहे थे, तो यह घटना घटित हुई।
चप्पल फेंकने के बाद महिला ने कहा, “गरीब मेहनत के बाद पैसा कमाते हैं और पार्थ जैसे लोगों को महंगी कारों में ले जाया जा रहा है। मैं नंगे पांव चलूंगी, उसने जनता का पैसा लूटा है फिर भी उसे AC कार में अस्पताल लाया जा रहा है। महिला ने कहा कि मुझे अच्छा लगता अगर मेरी चप्पल उसके सिर के गंजे हिस्से पर लग जाती।
“I came here to hurl my shoe at #ParthaChatterjee. I will walk back bare feet. He has looted public money yet he is being brought to hospital in AC cars. I would have felt better had my shoe hit the bald patch of his head” says the woman who hurled her shoe at Partha. #SSCscam pic.twitter.com/riGn0W0AfX
— Tamal Saha (@Tamal0401) August 2, 2022
उधर, अर्पिता मुखर्जी ने आज सुबह ईडी (ED यानी प्रवर्तन निदेशालय को दिए बयान में बताया कि जो भी पैसा उसके फ्लैट से बरामद हुआ है, वह उसका नहीं है और उसे इस पैसे का सोर्स भी पता नहीं है। वहीं पार्थ चटर्जी ने कहा कि उन्हें षड्यंत्र के तहत फंसाया जा रहा है। आपको बता दें कि पार्थ और अर्पिता से जुड़ी 6 छह ठिकानों पर आज सुबह से ही ईडी की रेड चल रही है।
पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार रात अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया के फ्लैट पर छापेमारी की। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ईडी ने यहां अपार्टमेंट के CCTV फुटेज खंगाले और एंट्री डायरी भी देखी। जांच-पड़ताल के बाद अधिकारियों ने एंट्री डायरी और माई गेट ऐप का डेटा जब्त कर लिया।
अपार्टमेंट के सचिव अमित चौरसिया ने मीडिया को बताया कि टेक्निकल वजहों से CCTV फुटेज नहीं निकाला जा सका है। उसे सुरक्षित रखने का निर्देश दिया गया है।
आपको बता दें कि ईडी ने 27 जुलाई को अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया के इसी फ्लैट पर छापेमारी की थी। इसमें करीब 28 करोड़ रुपए कैश मिले थे। 18 घंटे तक चली इस छापेमारी में ईडी की टीम ने 5 किलो सोना भी बरामद किया था। फ्लैट से इतने अधिक पैसे मिलने के बाद अर्पिता ने पहली बार कबूला था कि सभी रकम पार्थ चटर्जी की है।
ईडी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि 11 बैंकों में पार्थ-अर्पिता के ज्वॉइंट अकाउंट होने की जानकारी मिली है। इनमें 8 करोड़ रुपए होने का सबूत मिला है। एजेंसी जल्द ही इन खातों को सीज करने की तैयारी में है। वहीं, ED पार्थ के करीब 15 और ठिकानों पर छापा मारने की तैयारी में है।
सूत्रों के मुताबिक ईडी को अर्पिता के जिस फ्लैट से 22 करोड़ रुपए कैश मिले थे, उस सोसाइटी में पार्थ ने अलग-अलग नामों से एक पेंटहाउस और दो फ्लैट्स खरीद रखे हैं। छापेमारी के बाद सोसाइटी के ऐप से इन फ्लैट्स के बारे में जानकारी हटा दी गई है।
वहीं आनंद पत्रिका ने सोसाइटी में रहने वाले लोगों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया है कि मकान की 19वीं और 20वीं मंजिल पर दो फ्लैट्स हैं, जबकि सबसे ऊपर पेंटहाउस बनाया गया है। यहां रहने वाले लोगों ने बताया कि पार्थ कभी-कभी इस पेंटहाउस में आते थे।