दिल्लीः सरकार ने कहा है कि देश की आर्थिक स्थिति मजबूत है। भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यस्था है और कभी भी हालत के हालात श्रीलंका और पाकिस्तान जैसे नहीं होंगे।
महंगाई के मुद्दे पर पर संसद में हंगामे के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को विपक्ष की आशंका को खारिज करते हुए कहा कि देश में मंदी आने का सवाल ही नहीं है। सीतारमण ने लोकसभा में महंगाई पर चर्चा के दौरान कहा कि कोरोना महामारी, रूस-यूक्रेन युद्ध और आपूर्ति शृंखला में अवरोधों के बावजूद भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है।
उन्होंने ने कहा कि ऐसी हालत में भी भारत में मुद्रास्फीति को सात प्रतिशत या इससे नीचे बनाकर रखा गया है। सरकार महंगाई के स्तर को 7 से नीचे लाने को प्रयासरत है। इससे असंतुष्ट कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट किया। बाद में द्रमुक के सदस्यों ने भी सदन से बहिर्गमन किया।
लोकसभा में नियम 193 के तहत महंगाई के विषय पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि मुश्किल दौर में पूरा देश एक होकर खड़ा हुआ। यही कारण है कि आज हम शेष दुनिया के मुकाबले मजबूत स्थिति में हैं। सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक के अनेक कदमों से हालत कई देशों से अच्छी है। कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी के सवाल पर कहा कि भारत किसी भी हालत में मंदी में नहीं जाने वाला है।
इस दौरान उन्होंने ब्लूमबर्ग के सर्वे को संसद में कोट किया, जिसमें कहा गया कि भारत के मंदी में जाने की शून्य संभावना है। उन्होंने बताया कि चीन में 4000 बैंक दिवालिया होने की कगार पर हैं। भारत में बैंकों के एनपीए छह साल के निचले स्तर पर हैं। उन्होंने ये भी बताया कि देश में जीएसटी संग्रह लगातार 5 महीनों से 1.4 लाख करोड़ से ऊपर है। सभी आठ ढांचागत क्षेत्र दो अंकों की रफ्तार से बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, यूपीए कार्यकाल में 22 महीने तक 9 से ज्यादा महंगाई दर रही।
वित्तमंत्री ने सदन को बताया कि रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने भी कहा कि भारत की हालत पाकिस्तान और श्रीलंका जैसी नहीं है। बांग्लादेश से भारत की तुलना करने वालों को पता होना चाहिए कि वह आईएमएफ से कर्ज मांग रहा है।
उधर, कांग्रेस के मनीष तिवारी ने लोकसभा में कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों पर कर और जीएसटी से सरकार ने बजट तो पूरा कर लिया होगा और खजाना भी भर लिया होगा, लेकिन करोड़ों परिवारों का बजट बिगाड़ दिया। कमरतोड़ महंगाई से गरीबी बढ़ती जा रही है।
वहीं महंगाई के मुद्दे पर राज्यसभा द्रमुक की कनिमोझी ने एक बच्ची की ओर से प्रधानमंत्री के नाम पत्र का जिक्र किया कि आज पेंसिल-रबर के दाम भी बढ़ गए हैं। इस मुद्दे पर तृणमूल, बीजद, बसपा, देतेपा, टीआरएस आदि ने भी सरकार को घेरा। राज्यसभा में महंगाई के मुद्दे पर हंगामा हुआ।