मुंबईः ईडी (ED) यानी प्रवर्तन निदेशालय ने पात्रा चॉल जमीन घोटाले में शिव सेना सांसद संजय राउत को हिरासत में ले लिया है। ईडी ने महाराष्ट्र में उद्धव सरकार गिरने के ठीक 31 दिन बाद उनके सबसे खास सिपहसालार राउत को रविवार को हिरासत में लिया।

आपको बता दें कि ईडी अधिकारी इस मामले में पूछताछ के लिए आज सुबह संजय राउत के घर पहुंचे थे और करीब नौ घंटे की पूछताछ के बाद संजय राउत को हिरासत में ले लिया, लेकिन जांच एजेंसी जब राउत को लेकर जा रही थी, तब उनके तेवर देखने लायक थे। राउत घर से निकले तो भगवा दुपट्टा लहराते नजर आए। घर से ईडी दफ्तर के लिए रवाना हुए, तो लग्जरी एसयूवी की छत से विक्ट्री साइन दिखाया। इतना ही नहीं, अपने समर्थकों की नारेबाजी पर मुट्ठी बांधकर दोनों हाथ हवा में लहराते रहे।

ईडी की टीम भांडुप में उनके बंगले मैत्री पर आज सुबह सात बजे पहुंची थी। 10 अफसरों ने राउत और उनके विधायक भाई सुनील राउत के कमरों की तलाशी ली। टीम ने उनसे और उनके परिवार वालों से पूछताछ की। कहा गया है कि राउत राउत जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे।

राज्यसभा सांसद राउत ने हिरासत में लिए जाने के कुछ देर बाद बाल ठाकरे और उद्धव की तस्वीर के साथ ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, “आप उस व्यक्ति को नहीं हरा सकते जो कभी हार नहीं मानता। झुकेंगे नहीं, जय महाराष्ट्र।“ आपको बता दें कि संजय राउत के खिलाफ यह कार्रवाई महाराष्ट्र के 1034 करोड़ के पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले में की गई है। इससे पहले ईजी राउत को 27 जुलाई को तलब किया था, लेकिन वे पेश नहीं हुए थे।

शिवसेना नेता संजय राउत ईडी दफ्तर पहुंचने के बाद बोले, “मार-मार कर पीट-पीट कर मेरे खिलाफ सबूत इकट्ठे किए जा रहे हैं। यह शिवसेना और महाराष्ट्र को कमजोर करने के लिए किया जा रहा है। इससे न शिवसेना कमजोर होगी और न ही महाराष्ट्र कमजोर होगा। मैं झुकूंगा नहीं और न ही पार्टी छोड़ूंगा।“

उधर, ईडी अधिकारियों ने रविवार को राउत का दादर वाला फ्लैट सील कर दिया है। आरोप है कि संजय राउत ने पात्रा चॉल जमीन घोटाले के पैसे से यह फ्लैट खरीदा था। ईडी  की टीम राउत के अलावा उनके दो करीबियों के घर भी पहुंची है। वहां भी जांच-पड़ताल की जा रही है।

शिवसेना सांसद संजय राउत के घर पर ईडी के छापे पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि अगर राउत ने कुछ गलत नहीं किया है तो डर क्यों रहे हैं? वह महा विकास अघाड़ी (MVA) के बड़े नेता थे। ईडी  ने पहले भी जांच की थी। अगर ईडी केंद्र सरकार के डर से काम करता है तो सुप्रीम कोर्ट को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए।

आपको बता दें कि संजय राउत ने ट्वीट कर कहा कि ईडी के डर से शरण में नहीं आऊंगा, शिवसेना नहीं छोडूंगा। इस पर शिंदे ने कहा, “उन्हें बुलाया किसने है? हम तो नहीं बुला रहे और ना बीजेपी। मैं साफ कह देता हूं अगर कोई ईडी के डर से हमारे साथ जुड़ने की बात कह रहा है तो मेरी बिनती है मत आओ हमारे साथ। हम दबाव डाल किसी को नहीं बुला रहे। हमारे साथ जो लोग जुड़े उन पर कोई दबाव नहीं।“

उधर, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि आज संजय राउत गिरफ्तार हो सकते हैं। सामना में जो उन्होंने रोक-ठोक नाम से लेख लिखा है उसमें कई सवाल खड़े किए थे। यह सारी कारस्तानी सारी लाज शर्म छोड़कर निर्लज्जता से चली रही है। ये दमन शाही नीति है। हिंदुत्व को लेकर अगर किसी में बोलने की हिम्मत थी तो वो बाल साहब ठाकरे ही एक मर्द थे ।

संजय राउत के खिलाफ ईडी की जांच पर कांग्रेस ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि मोदी सरकार के खिलाफ जो बोलता है, उस पर कार्रवाई की जाती है। ये कार्रवाई अंग्रेजों के कदमों पर चलना है। राउत को ब्लैकमेल करने के लिए कार्रवाई की गई है। ईडी पर दबाव बनाकर ये कार्रवाई हुई है, लेकिन आने वाले चुनाव में जनता इन्हें सबक सिखाएगी।

आपको बता दें कि यह मामला मुंबई के गोरेगांव इलाके में पात्रा चॉल से जुड़ा है। यह महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी का भूखंड है। इसमें करीब 1034 करोड़ का घोटाला होने का आरोप है। इस केस में प्रवीण राउत की नौ करोड़ रुपए और राउत की पत्नी वर्षा की दो करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त हो चुकी है।

आरोप है कि रीयल एस्टेट कारोबारी प्रवीण राउत ने पात्रा चॉल में रह रहे लोगों से धोखा किया। एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को इस भूखंड पर 3000 फ्लैट बनाने का काम मिला था। इनमें से 672 फ्लैट पहले से यहां रहने वालों को देने थे। शेष MHADA और उक्त कंपनी को दिए जाने थे, लेकिन साल 2011 में इस विशाल भूखंड के कुछ हिस्सों को दूसरे बिल्डरों को बेच दिया गया था।

साल 2020 में महाराष्ट्र में सामने आए PMC बैंक घोटाले की जांच हो रही थी, तभी प्रवीण राउत की कंस्ट्रक्शन कंपनी का नाम सामने आया था। तब पता चला कि बिल्डर की पत्नी के बैंक खाते से संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को 55 लाख रुपए का कर्ज दिया गया था। ईडी  की टीम इसी बात की जांच कर रही है कि ये ट्रांजेक्शन क्यों किया गया। आरोप है कि संजय राउत ने इसी पैसों से दादर में एक फ्लैट खरीदा था। प्रवीण राउत गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक हैं।

पात्रा चॉल केस में संजय राउत पर आरोप लगाने वालीं मराठी फिल्म प्रोड्यूसर स्वप्ना पाटकर को मुंबई पुलिस सुरक्षा देगी। स्वप्ना का आरोप है कि उसे पत्र प्राप्त मिला है, जिसमें पात्रा चॉल मामले में संजय राउत के खिलाफ अपना बयान वापस लेने के लिए दबाव डाला गया है। पुलिस इस केस में FIR भी कर सकती है।

आपको बता दें, पिले दिनों एक ऑडियो वायरल हुआ था, इसमें राउत पर स्वप्ना को धमकाने की बात सामने आई थी। 70 सेकेंड के इस वीडियो में 27 बार गाली दी गई थीं। स्वप्ना ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उनहें 18 महीने में कई बार धमकियां मिली हैं। उन्होंने ने मुंबई पुलिस कमिश्नर और ED को भी धमकियों के बारे में बताया है।

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